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CBSE: क्या है सीबीएसई का करियर गाइडेंस डैशबोर्ड और काउंसलिंग हब, कैसे करेगा काम?

CBSE ने सभी स्कूलों से अपील की है कि वे इस मॉडल को अपनाएं और करियर गाइडेंस व मानसिक स्वास्थ्य की सुविधाओं का इस्तेमाल करें, ताकि छात्र पढ़ाई में भी अच्छे हों और मानसिक रूप से भी मजबूत बनें.

CBSE: क्या है सीबीएसई का करियर गाइडेंस डैशबोर्ड और काउंसलिंग हब, कैसे करेगा काम?
chetan sharma|Updated: Aug 08, 2025, 07:04 AM IST
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CBSE Initiative: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दो नए प्रोग्राम शुरू किए हैं. सीबीएसई करियर गाइडेंस डैशबोर्ड और सीबीएसई काउंसलिंग हब एंड स्पोक मॉडल. इनका उद्देश्य 2025-26 के सेशन में स्टूडेंट्स को करियर की तैयारी और मानसिक स्वास्थ्य में बेहतर मदद देना है. करियर गाइडेंस डैशबोर्ड एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जहां स्टूडेंट्स अपने फ्यूचर के करियर के बारे में जानकारी और दिशा पा सकते हैं. वहीं, काउंसलिंग हब एंड स्पोक मॉडल के तहत कुछ "मेंटर हब स्कूल" अपने आस-पास के "स्पोक स्कूल" के साथ मिलकर स्टूडेंट की मेंटल हेल्थ को मजबूत बनाने में मदद करेंगे.

क्या है सीबीएसई का करियर गाइडेंस डैशबोर्ड?

करियर गाइडेंस डैशबोर्ड एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां स्टूडेंट्स को अपने फ्यूचर के करियर के बारे में सही जानकारी पाने और समझदारी से चुनाव करने के लिए जरूरी साधन और सामग्री मिलती है. वहीं, सीबीएसई का काउंसलिंग हब एंड स्पोक स्कूल मॉडल स्टूडेंट्स की मानसिक सेहत को बेहतर बनाने के लिए बनाया गया है. इस मॉडल में एक "हब स्कूल" अपने आस-पास के कई "स्पोक स्कूलों" को हेल्प और गाइडेंस देता है. हब स्कूल एक ट्रेनिंग एंड रिसोर्स सेंटर की तरह काम करता है, जहां से स्पोक स्कूल नई बातें सीखते हैं, आगे बढ़ते हैं और एक-दूसरे के साथ एक्सपीरिएंस शेयर करते हैं. इस तरह जुड़ा हुआ यह नेटवर्क मिलकर काम करता है, ताकि स्कूल का माहौल और भी खुशहाल और स्वस्थ बनाया जा सके.

1. करियर गाइडेंस डैशबोर्ड
यह एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है जहां बच्चे अपने भविष्य के करियर के बारे में जानकारी और सही दिशा पाने के लिए टूल्स और संसाधन पा सकते हैं.
(वेबसाइट: cbsecareerguidance.in)

2. काउंसलिंग हब एंड स्पोक मॉडल
इसके ज़रिए स्कूलों में बच्चों की मानसिक सेहत के लिए बेहतर मदद मिल सकेगी. इसमें कुछ "मेंटर हब स्कूल" होंगे जो आस-पास के "स्पोक स्कूल" के साथ मिलकर काम करेंगे.

ये दोनों प्रोग्राम दिल्ली, द्वारका स्थित सीबीएसई ऑफिस से शुरू किए गए. इसमें 500 से ज्यादा लोग शामिल हुए, जैसे प्रिंसिपल, काउंसलर, वेलनेस टीचर और एजुकेशन एक्सपर्ट.

सीबीएसई के चेयरमैन राहुल सिंह ने कहा कि ये प्रोग्राम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बनाए गए हैं और इनमें तकनीक और पर्यावरण-हितैषी सोच का इस्तेमाल है.

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सीबीएसई सचिव हिमांशु गुप्ता ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए व्यवस्थित मदद बहुत जरूरी है और स्कूल इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं.

प्रोग्राम में पैनल डिस्कशन भी हुआ, जिसमें परीक्षाओं में बदलाव और एनईपी 2020 के बाद हुए सुधारों पर चर्चा हुई.

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