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7 साल में ही इतने दाग! NEET और NET की परीक्षाएं कराने वाली एजेंसी की कहानी

What is NTA: NTA इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट और फार्मेसी जैसे फील्ड में हायर एजुकेशन संस्थानों में एडमिशन और फेलोशिप के लिए कई नेशनल लेवल की परीक्षाएं आयोजित करने के लिए रिस्पॉन्सिबल है.

7 साल में ही इतने दाग! NEET और NET की परीक्षाएं कराने वाली एजेंसी की कहानी
chetan sharma|Updated: Jun 20, 2024, 09:21 AM IST
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UGC NET को रद्द कर दिया गया है. इसके बाद NTA की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इसके साथ ही NEET UG देने वाले कैंडिडेट्स भी सवाल खड़े कर रहे हैं कि जब UGC NET को कैंसिल किया  जा सकता है तो फिर NEET UG को क्यों नहीं किया जा सकता है. हालांकि अभी मामले की सुनवाई चल रही है और 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. 

कब हुई NTA की स्थापना?

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट की एक स्वायत्त संस्था है. इसकी स्थापना नवंबर 2017 में एंट्रेंस एग्जाम, एडमिशन और भर्ती परीक्षाओं के आयोजन के लिए की गई थी. NTA इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट और फार्मेसी जैसे फील्ड में हायर एजुकेशन संस्थानों में एडमिशन और फेलोशिप के लिए कई नेशनल लेवल की परीक्षाएं आयोजित करने के लिए रिस्पॉन्सिबल है.

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) का इतिहास पुराना है. इसकी जड़ें प्रोग्राम ऑफ एक्शन 1992 और 1986 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़ी हैं. इन डॉक्यूमेंट्स में प्रोफेशनल और नॉन-प्रोफेशनल प्रोग्राम्स में एडमिशन के लिए नेशनल लेवल की समान प्रवेश परीक्षा कराने का विचार दिया गया था.

असल में इसकी शुरुआत 2010 में हुई थी. उस समय इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IITs) के कुछ निदेशकों की समिति ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) (जो अब शिक्षा मंत्रालय है) को एक रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में सिफारिश की गई थी कि 'संसद के एक अधिनियम' द्वारा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी बनाई जाए. रिपोर्ट में बताया गया था कि एक वैधानिक निकाय बड़े पैमाने पर परीक्षाओं में स्वतंत्रता और पारदर्शिता सुनिश्चित कर सकता है.

2013 में, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के विचार को आगे बढ़ाने के लिए एक खास मॉडल बनाने की रूपरेखा तैयार करने के लिए सात सदस्यों वाली एक टास्क फोर्स बनाई. एजेंसी की स्थापना का फैसला अप्रैल 2013 में ही लिया जा चुका था.

2017 में, वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के गठन की घोषणा की. इसके बाद, कैबिनेट ने भी इसे मंजूरी दे दी. एजेंसी के पहले महानिदेशक के रूप में विनीत जोशी को नियुक्त किया गया.

7 जुलाई 2018 को, पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, कि एनटीए संयुक्त प्रवेश परीक्षा-मेंस (जेईई मेन) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-अंडरग्रेजुएट (एनईईटी-यूजी) एक साल में दो बार आयोजित करेगा, और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET), कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (CMAT) और ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट (GPAT) भी आयोजित किया जाएगा.

क्या हुआ 18 जून की सुनवाई में?
कोर्ट ने कहा था कि अगर इस मामले में 0.001 प्रतिशत भी धांधली हुई है तो कड़ी कार्रवाई होगी.  अब सुप्रीम कोर्ट परीक्षा रद्द करने की याचिका पर 8 जुलाई को सुनवाई करेगा, इसके लिए NTA से जवाब भी मांगा गया है.

क्या हुआ अभी तक की जांच में?
NEET मामले में अब बिहार और गुजरात से आरोपी पकड़े जा चुके हैं. गुजरात के गोधरा में 5 लोगों को पकड़ा गया है, इनके पास से 2.03 करोड़ के चेक, इलेक्ट्रानिक डिवाइस मिले हैं. अभी तक की जांच में सामने आया है कि पटना में वाट्सएप के जरिए नीट का प्रश्न पत्र भेजा गया था. वहां एक सेंटर में बैठकर 35 से 40 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी. इस कॉलेज पर जब रेड पड़ी तो सभी फरार हो गए और परीक्षा से संबंधित दस्तावेजों को जला दिया गया.

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