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Hafiz Saeed: आतंकवाद के आका हाफिज सईद ने कहां से और कितनी की है पढ़ाई?

Operation Sindoor: हाफिज के पिता ने सरकार से जमीन मिलने से पहले एक किराने की दुकान चलाई, जबकि हाफिज की मां ने एक मदरसा खोला.

Hafiz Saeed: आतंकवाद के आका हाफिज सईद ने कहां से और कितनी की है पढ़ाई?
chetan sharma|Updated: May 08, 2025, 10:57 AM IST
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Hafiz Saeed Education: भारत के पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद के आका लगातार चर्चा में हैं. आज लाहौर में हाफिज सईद के घर से 9 किलोमीटर दूर धमाके हुए हैं. आपको बता दें कि हाफिज सईद मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है. चलिए आज आपको बताते हैं कि हाफिज सईद ने कहां से और कितनी पढ़ाई की है.

हाफिज सईद का जन्म 5 जून 1950 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा में एक पंजाबी मुस्लिम गुज्जर परिवार में हुआ था. हाफिज के पिता, मौलाना कमाल-उद-दीन, जो एक धार्मिक स्कॉलर और किसान थे, अपने परिवार के साथ 1947 की सर्दियों में लगभग चार महीनों में पूर्वी पंजाब (अब हरियाणा में) के अंबाला और हिसार से पाकिस्तान पहुंचे थे. हाफिज के पिता ने सरकार से जमीन मिलने से पहले एक किराने की दुकान चलाई, जबकि हाफिज की मां ने एक मदरसा खोला. हाफिज के तीन भाई, हाफिज हमीद, हाफिज मस्तान और हाफिज हन्नान भी इस्लामी एक्टिविटीज में शामिल हैं.

सईद को हाफिज इसलिए कहा जाता है क्योंकि उसने बचपन में ही कुरान कंठस्थ कर लिया था. हाफिज की मां ने नौ साल की उम्र में उसे ऐसा करने के लिए इंस्पायर किया था, उसी समय वो जिहाद से संबंधित आयतों के बारे में उत्साहित था और फुटबॉल और कबड्डी जैसे खेलों में भी रुचि दिखाई. गवर्नमेंट कॉलेज सरगोधा (अब सरगोधा विश्वविद्यालय) में पढ़ाई की और बाद में रियाद के किंग सऊद यूनिवर्सिटी से इस्लामिक स्टडीज में मास्टर डिग्री हासिल की.

सईद ने पंजाब विश्वविद्यालय से दो मास्टर डिग्री और किंग सऊद विश्वविद्यालय से इस्लामी स्टडीज और अरबी भाषा में विशेषज्ञता हासिल की. 1987 में, सईद ने अब्दुल्ला आजम और प्रो. ज़फ़र इकबाल सरदार के साथ मिलकर मरकज दावा-वल-इरशाद की स्थापना की, जो जमीयत अहल-ए-हदीस से जुड़ा एक समूह था. इसी संगठन ने 1987 में जिहादी समूह लश्कर-ए-तैयबा को जन्म दिया.

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जनरल मुहम्मद जिया-उल-हक ने सईद को इस्लामी विचारधारा परिषद में नियुक्त किया, और बाद में पाकिस्तान की इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में इस्लामी अध्ययन के टीचर के रूप में काम किया. 1980 के दशक की शुरुआत में यूनिवर्सिटी द्वारा उसे हायर एजुकेशन के लिए सऊदी अरब भेजा गया, जहां उसकी मुलाकात उन सऊदी शेखों से हुई जो सोवियत-अफगान युद्ध में भाग ले रहे थे. उन्होंने सईद को अफगानिस्तान में मुजाहिदीन का समर्थन करने में एक्टिव भूमिका निभाने के लिए इंस्पायर किया.

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