DFO Nityanand Nayak: वन विभाग में डिविजिनल फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO) एक सम्मानजनक पद होता है. इस पोस्ट पर पहुंचने के लिए आमतौर पर कैडिडेट को यूपीएससी की परीक्षा पास करनी होती है. हालांकि, कुछ जगहों पर आप अनुभव के आधार पर भी इस पद पर पहुंच सकते है. वहीं हाल ही में एक डीएफओ का नाम काफी ज्यादा सुर्खियों में छाया हुआ है. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके घर पर विजिलेंस विभाग ने छापा मारा है. चलिए आपको बताते हैं कौन हैं नित्यानंद नायक.
वन रेंजर से DFO तक का सफर
जानकारी के अनुसार, नित्यानंद नायक ने 6 अप्रैल 1992 को सुंदरगढ़ जिले के वन रेंजर के रूप में अपनी करियर की शुरुआत की थी. लंबे वक्त की सरकारी नौकरी के बाद उन्हें 27 मई 2015 को ओडिशा वन सेवा (OFS) में असिस्टेंट कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट (ACF) पद पर प्रमोशन मिला था. वहीं, इसके बाद 24 जनवरी 2024 को वह डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO) के पद पदोन्नत पर हुए.
ऐसे में अब ये खबर सामने आई है कि डीएफओ नित्यानंद नायक के आवास पर विजिलेंस विभाग ने छापा मारा है. छापे के दौरान अधिकारियों को एक छोटा शस्त्रागार (armory), 115 प्लॉट्स के डॉक्यूमेंट्स, इनमें नित्यानंद के नाम 53, पत्नी के नाम 42, दो बेटों के नाम 16 और बेटी के नाम 4 प्लॉट शामिल हैं. इसके अलावा सागौन की लकड़ी से बनी कलाकृतियां और कुल मिलाकर 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति मिली है.
जानकारी के अनुसार, यह अब तक किसी भी अधिकारी से जुड़ा सबसे बड़ा जमीन का मामला माना जा रहा है. साथ ही तलाशी में पारंपरिक हथियारों वाला आर्मरी भी मिला, जो नियमों का उल्लंघन कर जमा किया गया था. इतना ही नहीं विजिलेंस टीम को तलाशी के दौरान 1.55 लाख रुपये कैश, 200 ग्राम सोना, दो कारें भी मिलीं. फिलहाल अभी जांच जारी है.