Interesting Facts in Hindi: आपने नोटिस नहीं किया होगा, लेकिन आपने देखा होगा या सुना होगा कि कई सारे ऐसे शहरों के नाम है जिनके नाम के आखिरी में 'बाद' लिखा होता है. जैसे कि गाजियाबाद, इलाहाबाद, फर्रुखाबाद, अहमदाबाद आदि. इस शहरों के नाम के लास्ट में आबाद लगा हुआ है. ऐसे में इस शब्द को जोड़ने के पीछे की क्या वजह है? क्यों ऐसा किया गया? इस खबर में पढ़ें पूरी डिटेल.
हालांकि, सिर्फ आबाद शब्द से खत्म होने शहर ही नहीं देश है बल्कि ऐसे और कई प्रत्यय हैं जो कई शहरों के नाम के आखिर में यूज होते हैं. जैसे कानपुर, गोरखपुर, रामपुर आदि में 'पुर' शब्द का इस्तेमाल किया गया है. वहीं आजमगढ़ और अलीगढ़ में 'गढ़'. ऐसे में क्या है इसके पीछे की वजह इस खबर में जानते हैं. बता दें, इन सभी शहरों के नाम में इस्तेमाल होने वाले शब्द का अर्थ अलग-अलग होता है.
क्या है वजह
कई सारे शहर जैसे गाजियाबाद, इलाहाबाद (पहले), फर्रुखाबाद, हैदराबाद, अहमदाबाद, मुरादाबाद आदि के आखिरी में ‘आबाद’ शब्द जुड़ा हुआ है. यहां तक की पाकिस्तान में इस्लामाबाद और अफगानिस्तान में जलालाबाद में भी आखिरी में आबाद शब्द आता है.
बता दें, आबाद एक फारसी शब्द है. इस शब्द में 'आब' का अर्थ पानी है. प्राचीन काल में जब सभ्यताओं की शुरुआत हो रही थी. तब लोग उन जगहों रहना चाहते थे, जहां पानी आसानी से मिल सके. इसलिए उस दौरान जब किसी राजा को कोई शहर बसाना होता था वो अपने नाम के आखिर में 'आबाद' जोड़ देता था और उस जगह का नामकरण कर देता था.
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वहीं, कुछ ऐसे में शहर हैं जिनके नाम के पीछे पुर शब्द जुड़ा होता है. जैसे जौनपुर, गोरखपुर, सराहनपुर, कानपुर, रायपुर, नागपुर आदि. ‘पुर’ शब्द का संबंध वेदों से जुड़ा हुआ है. ऋग्वेद में पुर शब्द उन जगहों के लिए इस्तेमाल होता था जो या तो कोई शहर थे या फिर किले थे.