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सहवाग ने जिन्हें जिताने के लिए लगा दिया पूरा जोर, वो भी हारे; जानिए क्या रहा रिजल्ट

Haryana Election 2024: इस चुनाव में पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक कांग्रेस प्रत्याशी की तरफ से 'बैटिंग' की थी. लेकिन वह प्रत्याशी जनता की वोटों की गेंदों पर क्लीन बोल्ड हो गया. तोशाम विधानसभा सीट से बीजेपी की श्रुति चौधरी ने कांग्रेस के अनिरुद्ध चौधरी को 14257 वोटों के अंतर से हरा दिया है. 

सहवाग ने जिन्हें जिताने के लिए लगा दिया पूरा जोर, वो भी हारे; जानिए क्या रहा रिजल्ट
Rachit Kumar|Updated: Oct 08, 2024, 05:06 PM IST
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Tosham Vidhan Sabha Seat: एक दम से वक्त बदल गया, जज्बात बदल गए, हालात बदल गए. कांग्रेस के साथ हरियाणा में कुछ ऐसा ही हुआ है. सुबह जब वोटों की गिनती शुरू हुई कांग्रेस रुझानों में आगे चल रही थी. लेकिन जैसे ही घड़ी की सुई में 10 बजे, पासा पूरा पलट गया. खबर लिखने तक बीजेपी 41 और कांग्रेस 36 सीटों पर आगे चल रही है. आईएनएलडी गठबंधन 02 और अन्य के हिस्से में 3 सीटें आई हैं.

लेकिन इस चुनाव में पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक कांग्रेस प्रत्याशी की तरफ से 'बैटिंग' की थी. लेकिन वह प्रत्याशी जनता की वोटों की गेंदों पर क्लीन बोल्ड हो गया. तोशाम विधानसभा सीट से बीजेपी की श्रुति चौधरी ने कांग्रेस के अनिरुद्ध चौधरी को 14257 वोटों के अंतर से हरा दिया है. 

तोशाम में वीरू ने किया था चुनाव प्रचार

तोशाम हरियाणा की लोकप्रिय सीटों में शामिल है. यहां वीरेंद्र सहवाग ने अनिरुद्ध चौधरी के लिए प्रचार भी किया था. 

दरअसल इस सीट पर भाई-बहन में ही टक्कर थी. एक ही सियासी परिवार के दो लोग अलग-अलग पार्टियों से चुनावी मैदान में उतरे थे. बीजेपी ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती और किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को उतारा था. जबकि कांग्रेस ने बंसीलाल के पोते और श्रुति के चचेरे भाई अनिरुद्ध को टिकट दिया था. ये दोनों ही बंसीलाल की थर्ड जनरेशन हैं. अब तक तोशाम सीट पर बंसीलाल की विरासत को किरण चौधरी ने संभालकर रखा हुआ था. वह इस सीट से लगातार 5 बार जीतीं. 

'हेल्प करनी पड़ती है'

इस सीट से अनिरुद्ध के लिए चुनाव प्रचार करने के दौरान वीरेंद्र सहवाग ने कहा था, 'मुझे उम्मीद है कि तोशाम की जनता अनिरुद्ध के लिए भारी संख्या में वोट करके उनको विजयी बनाएगी.'

सहवाग ने उस वक्त कहा था, 'जब बड़ा भाई कोई काम करता है तो सबको उसकी हेल्प करनी पड़ती है.' वहीं सहवाग के आने पर अनिरुद्ध ने कहा था, 'यूं तो क्रिकेटर चुनाव प्रचार नहीं करते.लेकिन सहवाग को मुझे बोलने की जरूरत नहीं पड़ती. वह खुद आ जाते हैं. मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं. जब भी हम मिलते हैं तो पर्सनल लाइफ के बारे में ज्यादा बात होती है, क्रिकेट के बारे में कम.'

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