Jammu Kashmir Elections 2024 Phase 1 voting: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. घाटी से अनुच्छेद 370 हटने के बाद लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने के लिए कश्मीर के लोग आज ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे. जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव होने हैं. आज (18 सितंबर) पहले चरण में सात जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. कुल 219 उम्मीदवार मैदान में हैं. मतदान के लिए 3,276 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं.
चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सेना के जवान मौजूद
पहले चरण के चुनाव में कश्मीरी पंडित भी पूरे जोश के साथ अपना वोट डालेंगे. 35 हजार से अधिक विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने वोटिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. EVM के जरिए व्यक्तिगत रूप से मतदान करने का विकल्प चुनने वाले प्रवासी कश्मीरी मतदाताओं को 24 मतदान केंद्रों पर यह सुविधा मिलेगी. इनमें जम्मू के 19, उधमपुर का 1 और दिल्ली के 4 मतदान केंद्र शामिल हैं. चुनावों को शांतिपूर्व संपन्न कराने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सेना के जवान मौजूद हैं. विश्लेषकों का मानना है कि यह चुनाव जम्मू-कश्मीर की राजनीति में नई दिशा तय कर सकते हैं.
पहले चरण में इन 4 सीटों पर सबकी नजर
बिजबेहरा सीट: पहले चरण के मतदान में जिन 4 सीटों पर सबकी नजर टिकी है, उनमें सबसे ऊपर बिजबेहरा सीट है. इस सीट से महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती चुनावी मैदान में हैं, जो पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. इसके अलावा इस सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के बशीर अहमद शाह और बीजेपी से सोफी यूसुफ उम्मीदवार हैं. इस सीट पर पीडीपी काफी मजबूत मानी जा रही है, क्योंकि 1996 से इस सीट पर मुफ्ती परिवार या पीडीपी का कब्जा रहा है.
कुलगाम सीट: बिजबेहरा के बाद सबसे ज्यादा जिस सीट की चर्चा हो रही है वो कुलगाम सीट है. इस सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के मोहम्मद यूसुफ तारिगामी लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से नजर अहमद लावे भी चुनावी मैदान में हैं, जिन्होंने 2014 में पीडीपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और तारिगामी की कड़ी टक्कर दी थी. इसके साथ ही निर्दलीय उम्मीदवार सयार अहमद रेशी को प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी का समर्थन हासिल है.
अनंतनाग सीट: इस सीट से कांग्रेस के पीरजादा मोहम्मद सईद चुनावी मैदान में हैं, जो जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और कोकरनाग सीट से विधायक रह चुके हैं. पीडीपी ने अनंतनाग से महबूब बेग को उतारा है, जो पीडीपी के महासचिव, सांसद और पूर्व मंत्री रहे हैं. अपनी पार्टी ने हिलाल अहमद शाह को टिकट दिया है, जिन्होंने 2014 में मुफ्ती मोहम्मद सईद को कड़ी टक्कर दी थी.
पुलवामा सीट: इस सीट पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के बीच सीधा मुकाबला है. पीडीपी ने वहीद उर रहमान पारा को चुनावी मैदान में उतारा है, जो पीडीपी के युवा इकाई के चीफ रहे हैं. वह आतंकवाद के एक मामले में आरोपी हैं. इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मोहम्मद खलील बंद को टिकट दिया है, जो 2002, 2008 और 2014 में पीडीपी के टिकट पर पुलवामा से चुनाव जीत चुके हैं. लेकिन, 2018 में वो पीडीपी छोड़कर नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हो गए थे.
पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवार
कश्मीर में प्रमुख उम्मीदवारों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के मोहम्मद यूसुफ तारिगामी कुलग्राम सीट से लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव गुलाम अहमद मीर डूरू से तीसरी बार, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) की सकीना इटू दमहाल हाजीपोरा से चुनाव लड़ रहीं हैं. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सरताज मदनी (देवसर) और अब्दुल रहमान वीरी (शांगस-अनंतनाग) भी प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं. बिजबेहरा से चुनाव लड़ रही पीडीपी की इल्तिजा मुफ्ती का नेकां के बशीर अहमद वीरी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सोफी मोहम्मद यूसुफ से त्रिकोणीय मुकाबला है. पुलवामा सीट पर पीडीपी के वहीद पारा चुनाव लड़ रहे हैं. वह आतंकवाद के एक मामले में आरोपी हैं. उन्हें पार्टी के पूर्व सहकर्मी और नेशनल कॉन्फ्रेंस उम्मीदवार मोहम्मद खलील से कड़ी चुनौती मिल रही है. वहीं, प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के पूर्व सदस्य तलत मजीद अली के भी मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
इस सीटों पर आज डाले जाएंगे वोट
जम्मू-कश्मीर में जिन निर्वाचन क्षेत्रों में बुधवार (18 सितंबर) मतदान हो रहा है, उनमें पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपोरा, जैनापोरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, दोरू, कोकेरनाग (एसटी), अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, श्रीगुफवारा-बिजबेहरा, शांगस-अनंतनाग पूर्व, पहलगाम, इंदरवाल, किश्तवाड़, पैडर-नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा पश्चिम, रामबन और बनिहाल शामिल हैं.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)