Patanjali Ayurved: स्वामी बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की लीडरशिप में पतंजलि आयुर्वेद ने भारत की सेहत और आत्मनिर्भरता के सेक्टर में बड़ा बदलाव किया है. उनका उद्देश्य सिर्फ बिजनेस करने तक ही सीमित नहीं है. बल्कि लोगों को सेहतमंद जिंदगी जीने की तरफ मोटिवेट करना और देश को खुद पर निर्भर बनाना है.
योग, आयुर्वेद, एजुकेशन, अर्थव्यवस्था और हमारी संस्कृति के जरिए वे भारत की पुरानी परंपराओं को आज के समय से जोड़ रहे हैं और एक नए भारत को विकसित कर रहे है. बाबा रामदेव के विजन से ही पतंजलि आयुर्वेद आगे बढ़ रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बाबा रामदेव का विजन भारत को सेहतमंद और आत्मनिर्भर बनाने में किस तरह मदद कर रहा है?
स्वामी रामदेव का विजन और देश सेवा
स्वामी बाबा रामदेव जो देश के फेमस योग गुरु हैं, जिन्होंने अपनी जिंदगी योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने में लगा दी है. वो नेचुरल इलाज और अच्छी सेहत के बहुत बड़े सपोर्टर हैं. उनका उद्देश्य है कि लोग हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलों करें, जिससे लोग एलोपैथिक मेडिसिन पर कम निर्भर रहें और खुद पर भरोसा करना सीखें. ये सोच सरकार की 'आत्मनिर्भर भारत' योजना से भी जुड़ी हुई है.
हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकलकर ग्लोबल आइकन बनने और नाम कमाने तक, स्वामी रामदेव की कहानी हमें जिंदगी के बहुत अहम सबक सिखाती हैं. उन्होंने जितनी मुश्किलें झेली, उन्हें पार करने का उनका जज्बा, अपने उसूलों पर टिके रहना, और लोगों से सीधे दिल से जुड़ने की उनकी ताकत, यही उनकी पहचान है.
योग और आयुर्वेद को सभी लोगों तक पहुंचाना
बाबा रामदेव ने योग को इतना आसान बना दिया है कि अब कोई भी इसे समझ सकता है और कर सकता है, चाहे वो किसी भी उम्र या जगह से हो. उनके बड़े-बड़े योग कैंप और टीवी पर आने वाले प्रोग्रामों की वजह से योग लोगों के घर-घर तक पहुंच गया है. यहीं वजह है कि अब तो बहुत से लोगों की रोज की जिंदगी में योग एक जरूरी पार्ट बन गया हैं.
बाबा रामदेव योग सिखाने और इसके प्रचार-प्रसार के लिए पूरी दुनिया में यात्रा करते हैं. इस तरह वो भारत के पुराने ज्ञान को दूसरों तक पहुंचाते हैं और बताते हैं कि योग से क्या-क्या फायदे सकते है. वो रोज लाइव योग प्रैक्टिस करते हैं और बताते हैं कि कैसे योग और आयुर्वेद के जरिए मोटापा, ब्लड प्रेशर, शुगर, थायरॉयड और हार्ट जैसी बड़ी बीमारियों का इलाज किया जा सकता है.
भारत को आत्मनिर्भर बनाने का विजन
स्वामी रामदेव का विजन हैं कि भारत हेल्थ सेक्टर में भी मजबूत बने और किसी और देश पर निर्भर न रहे. उनकी सोच योग और आयुर्वेद जैसी अपनी पुरानी भारतीय परंपराओं पर टिकी है. वो चाहते हैं कि लोग खुद सेहतमंद रहें और देश भी अपने पैरों पर खड़ा हो. उनका सपना सिर्फ लोगों की हेल्थ ठीक करना नहीं है, बल्कि एक ऐसी सोच पैदा करना है जहां लोग देश की हेल्थ और खुद की कमाई यानी कि दोनों को अहमियत दें.