Gujarat crime News: गुजरात के राजकोट से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां 76 साल के राम बोरिचा ने अपनी दूसरी शादी की जिद में अपने ही बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी. बोरिचा 20 साल से विधुर थे और दोबारा शादी करना चाहते थे, लेकिन उनका बेटा प्रताप और परिवार के अन्य सदस्य इसका विरोध कर रहे थे. विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में पिता ने बेटे पर दो गोलियां चला दीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. हत्या के बाद बोरिचा शांत बैठा रहा और उसे इसका कोई पछतावा नहीं था. पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
क्या था विवाद?
दरअसल, राम बोरिचा की पत्नी की 20 साल पहले मौत हो चुकी थी, और वह दोबारा शादी करना चाहते थे. लेकिन उनका बेटा प्रताप और परिवार के अन्य सदस्य इसका विरोध कर रहे थे. उन्हें लगता था कि उनके परिवार की प्रतिष्ठा को इससे नुकसान होगा. इसी बात को लेकर अक्सर घर में झगड़े होते रहते थे.
कैसे हुई हत्या?
रविवार को, जब प्रताप की पत्नी जया अपने ससुर को चाय देने गई थी, तभी राम बोरिचा ने अपने बेटे पर नजदीक से दो गोलियां चला दीं. पहली गोली की आवाज सुनकर जया भागकर आई, लेकिन तब तक दूसरी गोली भी चलाई जा चुकी थी. राम बोरिचा ने इसके बाद जया को भी मारने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह बचकर भाग निकली. जब प्रताप का बेटा जयदीप दूध लेने के बाद घर लौटा, तो उसने अपने पिता को खून से लथपथ जमीन पर पड़े पाया, जबकि उसका दादा पास ही टेबल पर बैठा हुआ था.
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राम बोरिचा को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल भी जब्त कर ली है और यह जांच कर रही है कि यह हथियार लाइसेंसी था या गैर-कानूनी. पूछताछ के दौरान राम बोरिचा ने अपने बेटे की हत्या पर कोई पछतावा नहीं जताया. पुलिस स्टेशन में दिए गए एक वीडियो बयान में उन्होंने कहा, 'उसने मुझे बहुत परेशान किया था.'राम बोरिचा पहले GSRTC (गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम) में काम करते थे, जबकि उनका मृत बेटा प्रताप किसानी करता था.