Bengaluru Woman's 'Paisa Double' Offer: बेंगलुरु की सविता भाभी पूरे देश में ट्रेंड कर रही हैं. राजनेताओं से अपने घनिष्ठ संबंधों का दावा करने वाली सविता दर्जनों किटी पार्टियां आयोजित करके अपने औरा का ऐसा जादू बिखेरती कि सब उसके मायाजाल में फंस जाती थीं. हर किटी पार्टी की महफिल लूट लेने वाली सविता को पुलिस ने करोड़ों रुपये के घोटाले (money fraud) में गिरफ्तार किया है. उसकी 20 से ज्यादा सखियों को भी इस ठगी के धंधे में पार्टनर होने की वजह से दबोचा गया है.
20 करोड़ से ज्यादा की ठगी
इस खबर के जरिए हम अपने सभी पाठकों खासकर सुधी महिला पाठकों को आगाह करना चाहते हैं कि वो किसी और सविता भाभी की मीठी-मीठी बातों और उसकी चकाचौंध कर देने वाली लाइफस्टाइल देखकर उनके जाल में न फंले क्योंकि सविता के क्राइम की मॉडस अप्रैंडी यानी गुनाह करने का तरीका जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
छह सहेलियां भी दबोची गईं
ठगी का शिकार महिलाओं का कहना है कि रईसों की बैठकी में सविता का जलवा देखते ही बनता था. रईस महिलाओं से दोस्ती करना उसका शगल था. इस फिर वह उन्हें अपने सांचे में उतारती. मायाजाल में फंसाती. अपने नए दोस्तों को आकर्षक रिटर्न, कभी-कभी तो निवेश से चार गुना ज़्यादा रिटर्न का झांसा देकर, यूएई में कम दरों पर सोना खरीदने जैसी धोखाधड़ी वाली निवेश योजनाओं में फंसा लेती थी.
सविता को भाभी-भाभी कहकर उसके पीछे घूमने वालीं औरतें मोटा धोखा खाने के बाद परेशान हैं. अपने 20 से ज़्यादा दोस्तों से करोड़ों की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उसकी पहचान बेंगलुरु निवासी 49 वर्षीय सविता के रूप में हुई है, जिसे पहले भी इसी तरह के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और वह ज़मानत पर बाहर थी. किटी पार्टी धोखाधड़ी की शिकार कुसुमा की शिकायत के बाद सविता और उसके 6 साथियों को गिरफ्तार किया गया है.
विधवा ने सुनाई आपबीती
सविता के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर के मुताबिक, एक पीड़िता कुसुमा ने अपनी आपबीती सुनाते हुए पुलिस को दी शिकायत में लिखा- मैं कुसुम एक विधवा महिला हूं जो अपने माता-पिता और बेटे के साथ बेंगलुरु में रहती हूं मैं 30 सालों से सविता को जानती हैं. खासकर 2020 में मेरा उसके साथ पैसे का लेनदेन शुरू हुआ.
सोने के लालच में लुट गई सारी बचत
2023 में, सविता ने कथित तौर पर कुसुमा को फोन किया और उसे दुबई में सोने की कम कीमतों के बारे में बताया, जहां उसका पति काम करता था. सविता ने एक आकर्षक प्रस्ताव दिया कि 2 साल के लिए सोने में निवेश करो और चार गुना अधिक पैसा पाओ. कुसुमा इस प्रस्ताव पर राजी हो गईं और उन्होंने 24 लाख रुपये निवेश कर दिए, जो उन्होंने और उनके दिवंगत पति ने वर्षों से बचाए थे.
कुसुमा की जीवन भर की बचत सविता को किश्तों में हस्तांतरित कर दी गई - 2.25 लाख रुपये उसके भाई को दिए गए, 19.85 लाख रुपये आरोपी की मां को नकद दिए और शेष 1.9 लाख रुपये सविता की बेटी वाल्मीका को फ़ोन पे के माध्यम से भेजे गए.
एफआईआर के मुताबिक पूर्व शिक्षिका कुसुमा ने बताया कि हर ट्रांसफर के बाद, मैंने सविता को फोन किया और उसे पैसा ट्रांसफर होने के बारे में बताया.
एफआईआर में लिखा है, 6 जनवरी, 2024 को, सविता ने मुझे फोन किया और कहा कि उसने उदय टीवी प्रोजेक्ट में निवेश किया है और मुझे मेरे निवेश से दोगुना पैसा दिया. इसके बाद उसने मुझसे 10 लाख रुपये और निवेश करने को कहा और एक बार फिर सुनिश्चित रिटर्न का वादा किया. मैंने भरोसा किया और 10 लाख रुपये नकद दे दिए.'
अगले कुछ महीनों में, कुसुमा ने सविता को लाखों रुपये दिए, कभी निवेश करने के लिए तो कभी अपनी बेटी की शादी में मदद करने या कार लोन चुकाने के लिए.
95 लाख का धोखा
जून 2025 में, जब कुसुमा सविता के घर अपने पैसे 95 लाख रुपये मांगने गईं, तो उन्हें चुपचाप लौट जाने को कहा गया. सविता ने कहा उसने कई लोगों से पैसे उधार लिए हैं और वो किसी को भी कोई पैसा वापस नहीं करेगी. 8 जुलाई को लिखवाई गई अपनी FIR में, कुसुमा ने सविता, पुनीथ, सतीश, वाल्मीकि, दर्शन, लोकेश और श्रीधर सहित सात लोगों को आरोपी बनाया है. जिसके बाद सविता को बसवेश्वरनगर पुलिस ने करोड़ों रुपये के घोटाले में 20 से ज़्यादा महिलाओं के साथ कथित तौर पर धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
सीएम-डिप्टी सीएम और मंत्री से संपर्कों का हवाला
सविता अमीर और रईस महिलाओं की पहचान करती और उनसे दोस्ती करने के लिए मॉर्निंग वॉक का विकल्प चुनती थी और बाद में उन्हें किटी पार्टियों और अन्य समारोहों में इनवाइट करती थी, जहां वह भारत और विदेशों में निवेश के अवसरों के प्रस्ताव देती थी. आरोपी अपने पीड़ितों का विश्वास जीतने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और कर्नाटक के मंत्री पाटिल जैसे नामों का इस्तेमाल करती थी और धीरे-धीरे निवेश के नाम पर उनकी रकम हड़प लेती थी.