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फर्जी ईमेल, डार्क वेब...क्रश को फंसाने के लिए महिला इंजीनियर ने रची खौफनाक साजिश, 11 राज्यों में फैलाई दहशत

Bomb Threats Case: रोबोटिक्स इंजीनियर रेनी जोशील्डा को 11 राज्यों में धमकी भरे ईमेल भेजने के आरोप में अरेस्ट किया गया है. उसने ऐसा अपने एक सहकर्मी बदला लेने के लिए. पुलिस ने बताया कि उसने स्कूलों, अस्पतालों और स्टेडियम को निशाना बनाकर कम से कम 21 जगहों पर कई फर्जी धमकियां भेजने के लिए फर्जी ईमेल अकाउंट, VPN और डार्क वेब जैसे अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया था.  

फर्जी ईमेल, डार्क वेब...क्रश को फंसाने के लिए महिला इंजीनियर ने रची खौफनाक साजिश, 11 राज्यों में फैलाई दहशत
Md Amjad Shoab|Updated: Jun 25, 2025, 08:40 PM IST
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Bomb Threats Case: हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया. एक महिला इंजीनियर ने एकतरफा प्यार का बदला लेने के लिए ऐसा जाल बिछाया कि 11 राज्यों में दहशत फैल गई. चेन्नई की रहने वाली 30 साल की रोबोटिक्स इंजीनियर रेनी जोशिल्डा को आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उस पर आरोप है कि उसने एक पूर्व सहकर्मी से बदला लेने के लिए झूठे बम धमकी मेल भेजे, और एयर इंडिया विमान हादसे की  ज़िम्मेदारी भी ली.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, इस तकनीकी एक्सपर्ट्स ने स्कूलों, अस्पतालों और स्टेडियम को निशाना बनाकर कम से कम 21 जगहों पर कई फर्जी धमकियां भेजने के लिए फर्जी ईमेल अकाउंट, VPN और डार्क वेब जैसे अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया. इतना ही नहीं, 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे (जिसमें 274 लोगों की मौत हुई) की भी झूठी जिम्मेदारी लेकर उसने सनसनी फैला दी.

पुलिस के मुताबिक, रेनी जोशील्डी का मकसद अपने एक्स-कलीग को फंसाना था, जिसने उसकी मोहब्बत को ठुकरा दिया था.  वह पकड़ में नहीं आती, लेकिन एक डिजिटल चूक ने उनकी पोल खोल दी और उसकी पहचान सामने आ गई. इसके बाद पुलिस ने उसे धर दबोचा.

रेनी जोशील्डा रोबोटिक्स में ट्रेंड इंजीनियर हैं. वह 2022 से चेन्नई में डेलोइट में सीनियर कंसल्टेंट के तौर पर काम कर रही हैं. जोशील्डा की मुलाकात बेंगलुरु में एक प्रोजेक्ट के दौरान दिविज प्रभाकर से हुई और उन्हें उनसे प्यार हो गया. हालांकि, दोनों की दिलचस्पी आपसी नहीं थी. दिविज ने रेनी की भावनाओं का जवाब नहीं दिया और दिविज ने इस साल फरवरी में किसी और से शादी कर ली. पुलिस जांच में पता चला है कि एकतरफा प्यार एक प्रतिशोध में बदल गया.

चौंकाने वाला हुआ खुलासा
इसके बाद जोशील्डा ने दिविज से बदला लेने की कसम खाई और उनके नाम से कई फर्जी ईमेल अकाउंट बनाए और उसे फंसाने के लिए उसी फर्जी आईडी से कई बम की धमकियां भेजीं.पुलिस ने बताया, 'जब वे साथ काम कर रहे थे, तो वह फर्जी ईमेल अकाउंट बनाती थी और जो उसके गुप्त प्रेमी में कोई दिलचस्पी दिखाती थी उसे  परेशान करती थी . एक मामले में, उसने एक महिला सहकर्मी को इस शक में परेशान किया कि वह पुरुष सहकर्मी में दिलचस्पी रखती है, इस हद तक कि उसने अपनी नौकरी छोड़ दी.'

जोशील्डा ने अहमदाबाद के बी.जे. मेडिकल कॉलेज के प्रशासन को ईमेल किया और 12 जून को हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जिम्मेदारी ली. उसने अमने मेल में लिखा, 'मुझे लगता है कि अब आपको ताकत का एहसास हो गया है. जैसे कि हमने आपको कल मेल भेजा था, हमने अपने पूर्व सीएम (विजय रूपानी) के साथ एयर इंडिया के विमान को दुर्घटनाग्रस्त कर दिया था. हम जानते हैं कि पुलिस ने सोचा होगा कि विमान दुर्घटना एक धोखा था और इसे अनदेखा कर दिया. हमारे पायलट को बधाई. अब आपको पता चल गया है कि हम खेल नहीं रहे हैं. अब आपको पता चल गया है.'

अहमदाबाद में 21 जगहों पर विस्फोट करने की धमकी 
अधिकारियों का कहना है कि जोशील्डा ने अकेले अहमदाबाद में 21 जगहों पर बम विस्फोट करने की धमकी दी थी, जिसमें मोटेरा में नरेंद्र मोदी स्टेडियम, सरखेज में जिनेवा लिबरल स्कूल और एक सिविल हॉस्पिटल शामिल हैं. बम विस्फोट की अफवाह का सिलसिला गुजरात से कहीं आगे तक फैला हुआ था, जिसमें महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, बिहार, तेलंगाना, पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा में पुलिस और संस्थानों तक धमकी भरे ईमेल मिले थे.

रेनी जोशिल्डा को कैसे गिरफ्तार किया गया?
पुलिस का कहना है कि जोशील्डा ने पिछले दो सालों में VPN के ज़रिए कम से कम 80 नंबर खरीदे और इसी नंबर के जरिए सैकड़ों फ़र्जी ईमेल भेजे. पुलिस कमिश्नर शरद सिंघल ने बताया, 'ईमेल आईडी बनाने के लिए वह जिस नंबर का इस्तेमाल करती थी, वह वर्चुअल होता था. वह टोर ब्राउज़र (गुमनाम संचार के लिए एक नेटवर्क) और डार्क वेब के ज़रिए धमकी भरे ईमेल भेजती थी. वह बहुत सावधानी बरतती थी. वह बहुत होशियार थी और उसने कभी भी अपने डिजिटल ट्रेल का खुलासा नहीं किया. लेकिन उसने एक छोटी सी गलती की और हमारी साइबर क्राइम विंग और क्राइम ब्रांच ने उसे ट्रैक कर लिया.'

ऐसे हुई बेनकाब
वह डार्क वेब और VPN का इस्तेमाल करके अपनी पहचान और जगह छिपाने में सफल रही, जब तक कि एक बार उसने एक ही गलती के साथ अपना जगह नहीं बता दिया. अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, जोशील्डा ने एक बार एक ही डिवाइस से अपने असली और नकली ईमेल खातों में लॉग इन किया था. इससे पुलिस को उसके आईपी एड्रेस का पता लगाने में मदद मिली. एक पुलिस अफसर ने कहा, 'उस एक लापरवाह लॉगिन ने उसे बेनकाब कर दिया.'

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