Online Fraud: जल्दी अमीर बनने के लिए पहले कर्ज लिया और फिर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी में सारा पैसा गंवा दिया. इसके बाद उधार देने वालों ने धमकी देना शुरू किया, जिसके बाद उसकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली. ये स्टोरी कर्नाटक चित्रदुर्ग के होसदुर्गा में राज्य लघु सिंचाई विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर दर्शन बालू की है, जिन्होंने कथित तौर पर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी में लगभग 1.5 करोड़ रुपये गंवा दिए. इसके बाद कर्ज देने वालों की धमकी से परेशान होकर उनकी पत्नी रंजीता ने आत्महत्या कर ली. दर्शन और रंजीता का एक दो साल का बेटा है.
सट्टेबाजी की लत में गंवाया सारा पैसा
असिस्टेंट इंजीनियर दर्शन बालू को ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी की लत लग गई थी. अपना सारा पैसा गंवाने के बाद उसने कर्ज लेना शुरू कर दिया और उन पैसों को भी गंवा दिया. दरअसल, कुछ लोगों ने उसे बताया था कि क्रिकेट सट्टेबाजी जल्दी पैसा कमाने का शॉर्टकट है, लेकिन यह उस पर उल्टा पड़ गया और उसने सारा पैसा गंवा दिया.
धमकी से परेशान पत्नी ने की आत्महत्या
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, कर्जदाताओं ने कथित तौर पर बकाया न चुकाने पर परिवार को बदनाम करने की धमकी दी थी. दर्शन बालू की 24 वर्षीय पत्नी रंजीता वी 19 मार्च को अपने बेडरूम में मृत पाई गईं. इसके बाद उनके पिता वेंकटेश एम ने 13 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिन्होंने कथित तौर पर दर्शन को पैसे उधार दिए थे. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि रंजीता ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपने और अपने पति को कर्ज देने वालों द्वारा झेले गए उत्पीड़न के बारे में बताया है. शिकायत के आधार पर 13 संदिग्धों के खिलाफ आईपीसी 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान शिवू, गिरीश और वेंकटेश के रूप में हुई है. जबकि, अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं.
दर्शन पर अब भी 54 लाख रुपये का उधार
दर्शन के ससुर वेंकटेश ने बताया कि उन्हें संदेह है कि दर्शन ने क्रिकेट सट्टेबाजी में 1.5 करोड़ रुपये गंवा दिए थे. लेकिन, उन्होंने उधार ली गई अधिकांश रकम चुका दी थी. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक दर्शन पर अब भी करीब 54 लाख रुपये बकाया हैं. अपनी शिकायत में वेंकटेश ने कहा, 'मेरा दामाद निर्दोष है. वह क्रिकेट सट्टेबाजी में शामिल होने का इच्छुक नहीं था, लेकिन संदिग्धों ने उस पर यह कहकर दबाव डाला कि यह अमीर बनने का एक आसान तरीका है. उन्होंने उसकी सट्टेबाजी गतिविधियों को वित्तपोषित करने का वादा किया.
वेंकटेश ने आगे बताया कि उनके दामाद दर्शन ने साल 2021 और 2023 के बीच ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी में कुछ पैसे दांव पर लगाए, लेकिन वह सब हार गया. इसके बाद संदिग्ध दर्शन से तुरंत उनके पैसे वापस करने की मांग करने लगे.