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Lawrence Bishnoi: लॉरेंस गैंग का इंटरनेशनल शूटआउट.. अमेरिका में सुनील यादव की हत्या की पूरी कहानी

Lawrence Bishnoi News: अमेरिका के कैलिफोर्निया में 23 दिसंबर की रात गोलियों की गूंज सुनाई दी. यह घटना स्टॉकटन इलाके की थी. जहां कुख्यात ड्रग तस्कर सुनील यादव की हत्या कर दी गई.

Lawrence Bishnoi: लॉरेंस गैंग का इंटरनेशनल शूटआउट.. अमेरिका में सुनील यादव की हत्या की पूरी कहानी
Gunateet Ojha|Updated: Dec 25, 2024, 12:19 AM IST
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Lawrence Bishnoi News: अमेरिका के कैलिफोर्निया में 23 दिसंबर की रात गोलियों की गूंज सुनाई दी. यह घटना स्टॉकटन इलाके की थी. जहां कुख्यात ड्रग तस्कर सुनील यादव की हत्या कर दी गई. इस मर्डर की जिम्मेदारी भारत के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर ली. गोदारा ने फेसबुक पर पोस्ट कर दावा किया कि सुनील यादव को लॉरेंस गैंग ने खत्म किया है.

लॉरेंस गैंग और सुनील यादव की दुश्मनी

इस हत्याकांड की जड़ राजस्थान के गैंगस्टर अंकित भादू के एनकाउंटर से जुड़ी है. अंकित भादू लॉरेंस गैंग का अहम सदस्य था. साल 2019 में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. बताया जाता है कि जब अंकित अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जीरकपुर पहुंचा. तो राजस्थान पुलिस ने उसे घेर लिया और एनकाउंटर में खत्म कर दिया. लॉरेंस गैंग को शक था कि इस एनकाउंटर में सुनील यादव ने पुलिस को मुखबिरी की थी.

ड्रग तस्करी में सुनील यादव का कनेक्शन

अंकित भादू के एनकाउंटर के बाद सुनील यादव भारत छोड़कर फेक पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया. अमेरिका में रहते हुए उसने ड्रग तस्करी का बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया. इस साल अप्रैल में गुजरात के द्वारका बंदरगाह पर जब 300 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी गई, तो इसमें सुनील यादव का नाम सामने आया. कहा जाता है कि उसने पाकिस्तान के ड्रग तस्करों के साथ मिलकर यह नेटवर्क तैयार किया था.

दोस्ती से दुश्मनी तक का सफर

लॉरेंस बिश्नोई और सुनील यादव.. दोनों पंजाब के फाजिल्का जिले के रहने वाले थे. दोनों ने लगभग एक ही समय पर अपराध की दुनिया में कदम रखा. शुरुआत में दोनों अच्छे दोस्त थे. लेकिन अंकित भादू की मौत ने उन्हें जानी दुश्मन बना दिया. लॉरेंस ने इसे अपनी गैंग की प्रतिष्ठा पर हमला माना और सुनील यादव को खत्म करने का फैसला किया.

अमेरिका में सुनील यादव की हत्या

कैलिफोर्निया के स्टॉकटन में सुनील यादव के घर पर हुए शूटआउट में उसकी हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद लॉरेंस गैंग की तरफ से दावा किया गया कि यह हत्या अंकित भादू की मौत का बदला लेने के लिए की गई. कैलिफोर्निया पुलिस अब उन हमलावरों की तलाश कर रही है, जिन्होंने लॉरेंस के आदेश पर यह हत्या की.

क्या है आगे की चुनौती?

इस घटना ने भारत और अमेरिका दोनों की कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती खड़ी कर दी है. जहां एक तरफ अमेरिका में भारतीय गैंगस्टर्स की बढ़ती गतिविधियां चिंता का विषय हैं. वहीं भारत में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की अंतरराष्ट्रीय पहुंच ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. सुनील यादव की हत्या ने लॉरेंस गैंग की ताकत और उसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को एक बार फिर उजागर कर दिया है. यह मामला सिर्फ दो गैंगस्टर्स की दुश्मनी नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय अपराध जगत की एक गंभीर तस्वीर पेश करता है. अब देखना होगा कि कैलिफोर्निया पुलिस और भारतीय एजेंसियां इस मामले में क्या कार्रवाई करती हैं.

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