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नीले ड्रम में लाश किसकी? 36 घंटे में ही खुल गई पोल... 'लुधियाना हत्याकांड' में 4 गिरफ्तार

Ludhiana Blue Drum Murder Case: लुधियाना हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है. पुलिस ने लुधियाना के शेरपुर इलाके में एक खाली प्लॉट से नीले रंग के ड्रम में मिली लाश की पहचान कर ली है. इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला भी है.

नीले ड्रम में लाश किसकी? 36 घंटे में ही खुल गई पोल... 'लुधियाना हत्याकांड' में 4 गिरफ्तार
Md Amjad Shoab|Updated: Jun 27, 2025, 08:42 PM IST
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Punjab Crime News: लुधियाना के शेरपुर इलाके में एक खाली प्लॉट से नीले रंग के ड्रम में मिला युवक के शव ने इलाके में सनसनी फैला दी थी. पुलिस ने इस रहस्यमयी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. 36 घंटे पहले मिली इस लाश की पहचान मनोज उर्फ राजू के रूप में हुई है, जो भारती कॉलोनी की गली नंबर 5 में रहता था. शव की हालत देखकर ही साफ हो गया था कि इस वारदात को बेहद ही बेरहमी से अंजाम दिया गया है. अब पुलिस ने मामले की जांच के बाद एक महिला समेत चार लोगों को अरेस्ट किया है. हैरानी की बात यह है कि इनमें दो नाबालिग लड़के भी शामिल हैं. इन सभी मुल्जिमों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं, पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है कि हत्या की वजह क्या थी?  इस वारदात को अंजाम देने में और कौन-कौन शामिल है.

इसके बाद अगले दिन सुबह मौका मिला देखकर आरोपियों ने मनोज के शव को रस्सी से बांधकर एक नीले रंग के ड्रम में पैक कर दिया. ई-रिक्शा के जरिए नीले ड्रम को शेरपुर के एक सुनसान खाली प्लॉट में फेंक दिया. लोगों ने नीले ड्रम की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब ड्रम खोला तो उसमें से लाश निकली. पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.सिंपल हिन्दी में लिखें

पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि वारदात वाली रात को सभी मुल्जिम शराब के नशे में धुत थे. नशे की हालत में ही उन्होंने मनोज के साथ झगड़ा शुरू कर दिया और उसकी बेरहमी से पीटाई कर दी. इतना मारा कि मनोज बुरी तरह घायल हो गया. वो बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ा और कुछ ही देर बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई. मनोज की मौत होने के बाद मुल्जिम घबरा गए. ऐसे में उन्होंने उसी रात उनके शव को ठिकाने लगाना ताहा लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं पाए तो डेड बॉडी को अपने कमरे में ही छिपा दिया.

मौका मिलते ही शव को ड्रम में डाला
अगले दिन सुबह जैसे ही उन्हें मौका मिला, तो उन्होंने मनोज के शव को रस्सी से बांधा और एक नीले रंग के ड्रम में पैक कर ई-रिक्शा के जरिए ड्रम को शेरपुर के एक सुनसान खाली प्लॉट में ले जाकर फेंक दिया. जब स्थनीय लोगों ने नीले ड्रम को देखा तो उन्हें शक हुआ और उन्होंने इसकी तुरंत खबर पुलिस को दी. पुलिस भी बिना देरी मौके पर पहुंची और ड्रम को खोलकर देखा, तो पैरों के तले से जमीन खिसक गई. ड्रम में मनोज का शव था. पुलिस ने तुरंत शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू कर दी.

सीसीटीवी फुटेज और रिक्शा
इसके बाद इस घटना  की जांच के लिए सीनियर अफसर  करनवीर सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई. और जांच शुरू की. पुलिस ने सभी एंगलों से जांच की प्रक्रिया शुरू की.लेकिन सेफ सिटी प्रोजेक्ट के कैमरों की मदद की वजह से इस हत्याकांड की गुत्थी तुरंत ही सुलझा ली गई. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए इसी जांच टीम की नजर एक ई-रिक्शा पर पड़ी, जिसपर कुछ लोग नीले रंग का भारी ड्रम लेकर जा रहे थे. फिर पुलिस ने बिना देरी किए ई-रिक्शा चालक रोहित को हिरासत में ले लिया और उसने पोल खोल दी. 

6 आरोपियों में से दो नाबालिग
रिक्शाचालक के निशानदेही पर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिनमें से ऊषा देवी, फागू प्रसाद,  सीटू कुमार और नीरज कुमार को अरेस्ट कर लिया गया है. बाकी दो अन्य आरोपियों विशाल और जयवीर नाबालिग हैं. उन्हें Juvenile Justice Act के तहत संबंधित कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है. वहीं, चार मुल्जिमों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है. साथ ही, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश में जुटी हुई हत्या की पीछे असल वजह क्या थी? 

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