Bengaluru Murder: पति-पत्नी का रिश्ता कभी जन्मों-जनम का बंधन माना जाता था. सात जन्मों का रिश्ता निभाने की बात भूल जाइए अब चंद महीने और कुछ साल ही तसल्ली से बिना तनाव और लड़ाई-झगड़े के बीत जाएं तो गमीनत मानी जाती है. पत्नियों द्वारा अपने प्रेमियों की मदद से पतियों की हत्या कराने के मामलों की बाढ़ सी आ गई है. यूपी से लेकर केरल तक, बंगाल से लेकर पंजाब तक शायद ही देश को कोई ऐसा कोना होगा जहां पत्नी की बेवफाई के चलते पति के मर्डर की वारदात न हुई हो. ताजा मामला बेंगलुरू का है, जिसका खुलासा होते ही लोगों की रूह कांप गई.
सीन पूरा फिल्मी था
मर्डर के प्लॉट और सीन को बड़ी सावधानी से रचा गया था. एक बांध के पास एक आदमी का बेजान शरीर ज़मीन पर पड़ा था और उसकी कार कुछ ही फीट दूर खड़ी थी. उसके बगल में ज़हर की एक खाली शीशी पड़ी थी. वहीं मौके पर एक व्याकुल पत्नी अपने पति की मौत पर विलाप करती हुई चिल्ला रही थी, तुमने ऐसा क्यों किया? मुझे क्यों छोड़ दिया?. जब पुलिस बेंगलुरु दक्षिण ज़िले में कण्व बांध के पास उस वीरान जगह पर पहुंची, तो चारों ओर आत्महत्या का शोर मचा हुआ था. लेकिन जैसे ही मामला दर्ज करके भुला दिया जाने वाला था, तेज़-तर्रार पुलिसवालों ने पूरी पटकथा बदल दी.
कोई एक चप्पल पहने हुए आत्महत्या क्यों करेगा?
पुलिस इंस्पेक्टर बीके प्रकाश और सब-इंस्पेक्टर सहाना पाटिल ने घटनास्थल की छानबीन की और एक साधारण लेकिन ज़रूरी सवाल पूछा? अगर उसने जहर पी लिया और शीशी अपने पास ही छोड़ दी, तो शीशी का ढक्कन कहां है? सवाल सुनते ही आस-पास सन्नाटा छा गया, क्योंकि किसी को भी ढक्कन नहीं मिला. फिर एक और परेशान करने वाली बात सामने आई कि मृतक के पैंरों में सिर्फ एक चप्पल थी. पुलिस उपाधीक्षक (चन्नपटना) केसी गिरी ने अपने कनिष्ठों की ओर देखकर कहा, कोई एक चप्पल पहने हुए आत्महत्या क्यों करेगा?
सुसाइड का मामला कत्ल में बदल गया
तब तक पुलिस ने मृतक की पहचान कृष्णपुरडोड्डी निवासी और मकाली ग्राम पंचायत के पूर्व अध्यक्ष 45 वर्षीय लोकेश कुमार के रूप में कर ली थी. उनकी दो चिकन की दुकानें थीं, एक चन्नपटना में और दूसरी सुंकदकट्टे में. उनकी पत्नी चंद्रकला, वर्तमान में ग्राम पंचायत सदस्य हैं, घटनास्थल पर आईं और अपने पति को मृत देखकर बेसुध हो गईं. एक दिन बाद, 24 जून को, चंद्रकला ने चन्नपटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और इतना रोईं कि कुछ मीडियाकर्मियों की आंखों में आंसू आ गए.
सीसीटीवी में क्या पता चला?
इस बीच, लोकेश के परिवार ने पुलिस से बातचीत में भयावह आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि चंद्रकला का किसी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था और लोकेश को हाल ही में इसका पता चला था. इस जानकारी और अपनी सहज बुद्धि के आधार पर, पुलिस ने अपनी जांच जारी रखने का फैसला किया. पुलिस अधीक्षक श्रीनिवास गौड़ा ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया कि चन्नपटना सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक उन्होंने कोई निष्कर्ष नहीं निकाला. गौड़ा ने कहा, मौत का कारण जहर होने की पुष्टि हुई थी, लेकिन डॉक्टरों ने कुछ असामान्य बात बताई. आत्महत्या के मामलों में, जहर आमतौर पर सीधे पेट में जाता है. लेकिन यहां, सीने में जहर की बड़ी मात्रा पाई गई, जिससे जबरदस्ती जहर निगलवाने का संदेह पैदा हुआ.
पुलिस ने एक निजी सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल में दूसरा पोस्टमार्टम करवाया. दोनों के नतीजे एक जैसे थे. सवाल वही था कि लोकेश ने जहर इच्छा से निगला या उसे जबरदस्ती जहर निगलने के लिए मजबूर किया गया. बांध के पास ग्रामीणों से बातचीत करके क्राइम सीन के पास पड़ताल करने के दौरान पुलिस को एक और गुप्त सूचना मिली. 23 जून की रात को घटनास्थल के पास एक काली कार देखी गई थी. पुलिस ने कण्व बांध की ओर जाने वाली सड़क पर एक होटल और एक ईंधन स्टेशन से सीसीटीवी फुटेज एकत्र की, और दोनों फुटेज में काली कार दिखाई दी.
कॉल रिकॉर्ड की जांच
आगे पुलिस ने चंद्रकला के फ़ोन के कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच की. तो एक पैटर्न सामने आया कि वह बेंगलुरु के जनरल पोस्ट ऑफिस में कार्यरत योगेश नाम के एक व्यक्ति के साथ लगातार संपर्क में थी. लोकेशन डेटा से पता चला कि योगेश उसी रात बांध के पास था जिस रात लोकेश की मौत हुई थी. बढ़ते परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर, पुलिस ने चंद्रकला और योगेश दोनों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया.
बेइज्जती के डर से मर्डर
एक पुलिसवाले ने बताया लोकेश को अपनी पत्नी और योगेश के बीच प्रेम-संबंध का पता चल गया था. भेद खुलने और बेइज्जती के डर से, चंद्रकला और योगेश ने उसे खत्म करने का फैसला कर लिया. 23 जून को, जब लोकेश सुंकदकट्टे स्थित अपनी चिकन की दुकान से निकला, तो चंद्रकला ने कथित तौर पर योगेश को इसकी जानकारी दी. एक हफ़्ते पहले ही खरीदी गई एक काली कार में सवार तीन साथियों के साथ, उन्होंने लोकेश का पीछा किया और कण्व बांध के पास उसकी गाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी. जब लोकेश नुकसान का जायज़ा लेने बाहर निकला, तो उस पर हमला किया गया और उसे ज़बरदस्ती कार में डाल दिया गया. ज़हर उसके गले में उतार दिया गया. उसकी मौत हो जाने पर शव को कार से निकालकर कुछ फ़ीट की दूरी पर रख दिया. भागने से पहले, उन्होंने इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए ज़हर की खाली शीशी शव के पास रख दी.
FAQ
सवाल- क्या कोई अपराध परफेक्ट क्राइम हो सकता है?
जवाब- देशभर की पुलिस का कहना है कि कातिल चाहे कितनी सफाई से अपराध करे, एक दिन पकड़ा जाता है, कोई क्राइम परफेक्ट क्राइम नहीं होता.
सवाल- पत्नी द्वारा पतियों के कत्ल के कुछ मामले कहां-कहां सामने आए?
जवाब- यूपी से लेकर महाराष्ट्र, तक ऐसे कई मामले सामने आए हैं. कुछ बहुचर्चित मामलों की बात करें तो मेरठ का सौरभ गुप्ता मर्डर नीले ड्रम में जिसकी लाश मिली थी. हाल ही में इंदौर में सोनम के पति राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में उसके कथित प्रेमी राज़ कुशवाहा को इंदौर से गिरफ्तार किया गया था. एकदम ताजा मामले की बात करें तो फिरोजाबाद जिले में मेरठ के 'मुस्कान कांड' जैसी सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां मुस्कान की तरह शशि नामक महिला ने अपने प्रेमी की मदद से अपने पति को मौत की नींद सुला दिया. मुंबई के पास एक महिला ने पति को घर के प्लास्टर के नीचे गाड़ दिया था.