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मोहनलाल की 'L2: एंपुरान' पर चली सेंसर बोर्ड की कैंची, हटाने होंगे 17 सीन, RSS ने फिल्म को बताया हिंदू विरोधी, दिखाए गए 2002 के गुजरात दंगे

Mohanlal Film: मेगास्टार मोहनलाल और पृथ्वीराज सुकुमारन की 'एल2: एमपुरान' को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी और आरएसएस ने फिल्म को हिंदू विरोधी बताया. इसके बाद बाद सेंसर बोर्ड पहुंची, जिन्होंने फिल्म का रिव्यू करने के बाद उसके 17 सीनों पर अपनी कैंची लगाई. 

CBFC 17 Cuts In Mohanlal Film L2: Empuraan
CBFC 17 Cuts In Mohanlal Film L2: Empuraan
Vandana Saini|Updated: Mar 30, 2025, 01:12 PM IST
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CBFC 17 Cuts In Mohanlal Film: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के मेगास्टार मोहनलाल की मच अवेटेड फिल्म 'एमपुराण' को सेंसर बोर्ड ने 17 बदलाव करने का आदेश दिया है. ये फैसला फिल्म में 2002 गुजरात दंगों की कथित गलत इमेज दिखाने के आरोपों के बाद लिया गया. ये फिल्म 27 मार्च को सिनेमाघरों में आई थी और इसके निर्माताओं ने दावा किया कि इसने जल्द ही 100 करोड़ रुपये की कमाई कर ली. लेकिन, फिल्म की रिलीज के बाद ही बीजेपी और आरएसएस के कुछ सदस्यों ने इसकी आलोचना शुरू कर दी. 

आरएसएस से जुड़े 'ऑर्गेनाइजर' नाम की एक पत्रिका ने आरोप लगाया कि फिल्म में हिंदुओं को 2002 के दंगों के मुख्य आरोपी के तौर पर दिखाया गया है. उनका मानना है कि ये फिल्म एक विभाजनकारी कहानी को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है. पत्रिका ने मेगास्टार मोहलाल की भी जमकर आलोचना करते हुए कहा कि इस फिल्म में काम करके उन्होंने अपने फैंस के विश्वास को धोखा दिया है. सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय सरकार के हस्तक्षेप के बाद सेंसर बोर्ड ये फैसला किया.  

सेंसर बोर्ड ने 17 सीन काटने को कहा 

केंद्रीय सरकार के कहने पर सेंसर बोर्ड की केरल यूनिट ने फिल्म का रिव्यू किया. इसके बाद बोर्ड ने कुछ कट्स लगाने का सुझाव दिया, जिनमें 17 सीन शामिल है. अगर निर्माता सोमवार तक फिल्म का बदला हुआ वर्जन पेश कर देते हैं, तो इसे फिर से रिलीज करने की परमिशन मिल सकती है. फिल्म के निर्माता पहले ही इन बदलावों को मान चुके हैं. फिल्म के निर्माता गोकुलम गोपालन ने शनिवार को कहा कि उन्होंने निर्देशक पृथ्वीराज सुकुमारन को बदलाव के लिए कहा है. 

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निर्देशक पृथ्वीराज सुकुमारन कर रहे विचार 

निर्माता गोकुलम गोपालन ने बताया कि उन्होंने निर्देशक पृथ्वीराज सुकुमारन से कहा कि अगर किसी सीन या डायलॉग से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो उनमें बदलाव किए जाएं. उन्होंने कहा कि फिल्म का उद्देश्य किसी समुदाय को ठेस पहुंचाना नहीं था. इस विवाद के चलते अलग-अलग राजनीतिक दलों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस पार्टी ने फिल्म की जमकर सराहना की और कहा कि इसने गुजरात दंगों की सच्चाई को उजागर किया है. 

केरल कांग्रेस ने की फिल्म की तारीफ

केरल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'जैसे ग्रोक ने किया, एमपुराण ने भी संघ की विचारधारा को उजागर कर दिया!'. वहीं, केरल में बीजेपी अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने पहले फिल्म को बधाई दी थी, लेकिन बाद में कई बीजेपी और आरएसएस नेताओं ने इसकी आलोचना की. संघ से जुड़े संगठनों हिंदू ऐक्यवेदी और भारतीय युवा मोर्चा ने भी फिल्म का विरोध किया. हालांकि, बीजेपी के प्रदेश सचिव पी सुधीर ने स्पष्ट किया कि पार्टी की कोर कमेटी में इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई.

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