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एक शर्ट की वजह से हुई थी देवानंद और गुरुदत्त की दोस्ती, मजेदार है किस्सा

Bollywood Retro: गुरुदत्त और देवानंद शायद कभी दोस्त नहीं बन पाते, अगर एक लॉन्डरीमैन गलती नहीं करता. दरअसल, एक कपड़े धोने वाले की एक गलती की वजह से गुरुदत्त और देवानंद के बीच बातचीत शुरू हुई, जो जिंदगी भर की दोस्ती में बदल गई.

गुरुदत्त और देवानंद की दोस्ती का किस्सा
गुरुदत्त और देवानंद की दोस्ती का किस्सा
Mridula Bhardwaj|Updated: Mar 06, 2024, 02:39 PM IST
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Bollywood Retro: फिल्मी दुनिया में गुरुदत्त (Guru Dutt) और देवानंद (Dev Anand) की दोस्ती से हर कोई वाकिफ है, लेकिन इन दोनों की दोस्ती कैसे हुई? इसके पीछे एक मजेदार कहानी है. देवानंद ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में गुरुदत्त के साथ अपनी मुलाकात और दोस्ती का किस्सा साझा किया था, जो काफी मजेदार था. देवानंद और गुरुदत्त की इस लंबी दोस्ती और एसोसिएशन की शुरुआत पुणे की प्रभात फिल्म कंपनी में हुई थी.

मिड डे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक देवानंद ने जर्नलिस्ट शेख अयाज को दिए एक इंटरव्यू में गुरुदत्त के साथ अपनी पहली मुलाकात के किस्से को साझा किया था. देवानंद ने बताया था, ''मैं प्रभात फिल्म कंपनी के पेरोल पर था. मैं अपनी पहली फिल्म 'हम एक हैं' में लीड रोल कर रहा था. एक दिन में स्टूडियो से बाहर जा रहा था. मैंने एक युवा को देखा, जो लगभग मेरी ही उम्र का था. यह शख्स स्टूडियो में अंदर की तरफ दाखिल हो रहा था. हम दोनों ने एक-दूसरे को हैलो कहा.''

शर्ट की अदला-बदली से हुई दोस्ती 
देवानंद ने आगे बताया था, ''कुछ सेंकड के बाद वह मुड़ा और मेरी शर्ट की तरफ देखने लगा. और मैं उसकी शर्ट की तरफ देख रहा था. मुझे अहसास हुआ कि उसने मेरी शर्ट पहनी हुई और मैंने उसकी शर्ट पहनी है. जाहिर है, कपड़े धोने वाले ने हम दोनों की शर्ट की अदला-बदली कर दी थी. हम दोनों इस पर दिल खोल कर हंसे और यहीं से शुरू हो गई हमारी दोस्ती.''

देवानंद और गुरुदत्त ने किया था एक-दूसरे से वादा
बता दें कि देवानंद की इस फिल्म 'हम एक हैं' में गुरुदत्त कोरियोग्राफर और असिस्टेंट डायरेक्टर थे. गुरुदत्त और देवानंद की दोस्ती बेहद खास थी. इतनी खास कि दोनों ने एक-दूसरे से वादा किया कि जब भी वह सफलता हासिल करेंगे तो एक-दूसरे को भी साथ लेकर आगे बढ़ेंगे. देवानंद ने इसी इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने गुरुदत्त से वादा किया था कि वह जब भी प्रोड्यूसर बनेंगे तो उन्हें डायरेक्टर के तौर पर अपनी फिल्म में लेंगे. वहीं, गुरुदत्त ने वादा किया था कि वह जब फिल्म डायरेक्ट करेंगे तो देवानंद को उसमें बतौर हीरो लेंगे. 

देवानंद ने निभाया वादा
गुरुदत्त और देवानंद दोनों ने ही अपना वादा नहीं तोड़ा. देवानंद ने अपनी प्रोडक्शन हाउस 'नवकेतन फिल्म' से बन रही फिल्म 'बाजी' के डायरेक्शन की जिम्मेदारी गुरुदत्त को सौंपी. 1951 में आई इस फिल्म में देवानंद लीड एक्टर थे. फिल्म में देवानंद के साथ गीता बाली और कल्पना कार्तिक भी थीं.

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