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25 साल पुरानी हिंदी फिल्म का वो मशहूर गाना, जिसे गाने से पहले रोने लगे नुसरत फतेह अली खान

Nusrat Fateh Ali Khan Pak Singer: सूफी शैली के मशहूर कव्वाल नुसरत फतेह अली खान आज भी भारत, पाकिस्तान और दुनिया के कई देशों में सुने जाते हैं. 1997 में उनका निधन हो गया था. बॉलीवुड का एक गाना ऐसा था जिसे गाते-गाते यह प्रसिद्ध पाकिस्तानी सिंगर रोने लगे थे. 

25 साल पुरानी हिंदी फिल्म का वो मशहूर गाना, जिसे गाने से पहले रोने लगे नुसरत फतेह अली खान
Anurag Mishra|Updated: Jun 04, 2025, 09:06 AM IST
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उस समय समीर अनजान 'धड़कन' के गाने लिख रहे थे. दिल ने ये कहा है दिल से... गाना रिकॉर्ड हो चुका था. उसी समय नुसरत फतेह अली खान का मुंबई आना हुआ. धड़कन फिल्म के संगीत निर्देशक नदीम-श्रवण थे और नदीम नुसरत के बड़े फैन थे. जैसे ही उन्हें पता चला तो वह सोचने लगे कि इस फिल्म में नुसरत फतेह अली खान से गाना कैसे गवाया जाए. हालांकि यह इतना आसान नहीं था क्योंकि नुसरत बाहर का गाना नहीं गाते थे. इतना जरूर था कि वह भी नदीम-श्रवण के फैन थे. 

समीर और बाकी सब नुसरत से मिलने होटल में गए. नदीम बोले कि खान साहब, मेरी दिली तमन्ना है कि आप मेरा एक गाना गाइए. वह बोले कि शर्त ये है नदीम कि वो गाना मुझे पसंद आना चाहिए. अगर गाना मुझे पसंद आया तो मैं जरूर गाऊंगा. नदीम ने फिर गाना बनाया - दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है - और वे लोग लेकर उनके पास गए. उन्होंने जब गाना सुना तो बोले कि हां, मैं गाऊंगा लेकिन जल्दी से जल्दी स्टूडियो बुक करो. 

सनी देओल का स्टूडियो

एक इंटरव्यू में यह किस्सा सुनाते हुए समीर ने कहा कि सनी स्टूडियो सनी देओल का है. उसमें रिकॉर्डिंग रखी गई. उसी समय 100 ट्रैक्स की मशीन भारत आई थी और एक अंग्रेज सिखाने के लिए आया था. दिलचस्प बात यह थी कि उस अंग्रेज ने नुसरत को लंदन में कई बार रिकॉर्ड किया हुआ था. उसको पता था कि नुसरत फतेह अली खान को कैसे रिकॉर्ड करना है क्योंकि इन लोगों को आदत तो होती नहीं थी कि माइक पर खड़े होकर कैसे गाना होता है. ये तो मूड-माहौल बनाते थे जैसे परफॉर्म करने जा रहे हैं. 

गाने की रिकॉर्डिंग शुरू हो गई. गाते-गाते जब वो लाइन आई- मैं तेरी बाहों के झूले में पली बाबुल... तो वह रोने लगे. गाना कट हो गया. समीर बताते हैं कि कम से कम 150 बार उसी लाइन पर गाना कट हो जाए. फिर नदीम ने अंदर से कहा कि खान साहब आप भी थक गए होंगे, इसे कल करते हैं. नुसरत ने फौरन कहा कि नदीम, आज ये गाना हुआ तो हुआ वरना होगा ही नहीं मुझसे. ये जो बुखार आया है ना उस बुखार में ही ये निकलेगा. नहीं तो फिर मैं गाऊंगा नहीं. फिर सबने पूछा कि खान साहब आप कैसे रोने लगे. नुसरत ने कहा कि इस लाइन पर बेटी याद आ जाती है.

जब थिएटर में फिल्म देखने लोग गए तो वे भी रोए. इस गाने को फिल्म में कादर खान पर फिल्माया गया है.

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