trendingNow12694368
Hindi News >>बॉलीवुड
Advertisement

‘KKHH’ फिल्म के टाइटल को Javed Akhtar ने बताया था अश्लील, गाने लिखने को कर दिया था मना, गीतकार ने किया खुलासा

Javed Akhtar​: 1998 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कुछ कुछ होता है' के गाने लिखने को जावेद अख्तर ने मना कर दिया था. इस बात का खुलासा गीतकार समीर ने किया. उन्होंने कहा कि इस फिल्म के टाइटल को जावेद अख्तर ने अश्लील बताया था.  

Javed Akhtar left KKHH
Javed Akhtar left KKHH
Kajol Gupta |Updated: Mar 26, 2025, 09:25 AM IST
Share

Javed Akhtar on KKHH: साल 1998 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कुछ कुछ होता है' (Kuch Kuch Hota Hai) एक अश्लील टाइटल है. इस मूवी में शाहरुख खान पर फिल्माया गया गाना 'तुम पास आए, यूं मुस्कुराए' आज भी काफी फेमस है. इस गाने के शानदार बोल को समीर अंजान ने लिखा था. हालांकि, ये गाना समीर के लिए नहीं था. दरअसल, करन जौहर की इस फिल्म में बॉलीवुड के ऑल टाइम फेवरेट और ग्रेट गीतकार जावेद अख्तर को समीर ने रिप्लेस कर दिया था. गीतकार ने हाल ही में बताया कि जावेद साहब ने करन जौहर की पहली फिल्म के लिए गाने को लिखने से मना कर दिया था, उनके मुताबिक इस फिल्म का टाइटल काफी 'अश्लील' था.   

राइटर समीर ने बताया कि जावेद साहब ने करन जौहर की मूवी 'कुछ कुछ होता है' फिल्म के गाने लिखने के लिए मना कर दिया था. महान गीतकार ने 'कुछ कुछ होता है' टाइटल को अश्लील बताया था. वहीं हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने बॉलीवुड में अपने एक्सपीरियंस को शेयर किया. उन्होंने बताया कि फिल्म के टाइटल से उन्हें कुछ खास दिक्कत नहीं हुई है. 

वहीं समीर ने अपने इंटरव्यू में बताया कि 'जावेद साहब को इस फिल्म के लिए गाने लिखने थे. हालांकि उन्होंने फिल्म छोड़ दी, क्योंकि इस फिल्म का टाइटल उन्हें पसंद नहीं आया. उन्होंने करण जौहर को फिल्म का टाइटल बदलने की बात भी कही और ऐसा करने पर जावेद साहब इस फिल्म पर काम करेंगे. जावेद साहब को फिल्म का टाइटल बिल्कुल भी पसंद नहीं आया'

वहीं एक सदस्य ने पूछा कि जावेद अख्तर ने पूछा कि जब इतने बड़े एक्टर, शायर और राइटर ने फिल्म के टाइटल को दोहरा अर्थ बताया तो उनका क्या रिएक्शन था? 'मुझे इसमें कभी कोई अश्लीलता नहीं मिली. मैं जवान था और मुझे उसमें कुछ अश्लील लगा ही नहीं. मुझे बाद में लगा कि जावेद साहब का ये ख्याल था कि 'कुछ कुछ होता है' कोई टाइटल है?' जब मैं लिखने बैठा, तब मैं जवान था और उस प्यार के एहसास में डूबा हुआ था, कुछ कुछ होता है कब होता है? जब आप प्यार में होते हैं. इस पर मुझे कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा मानना ​​है कि अगर निर्देशक ने यह नाम रखा है तो उन्होंने सोच-समझकर ही ऐसा किया होगा और इसके पीछे जरूर कोई कहानी होगी.

Read More
{}{}