Laapataa Ladies Movie: बॉलीवुड में जहां एक तरफ एक्शन फिल्मों का ट्रेंड चल रहा है. वहीं दूसरी तरफ दमदार कहानी वाली मिडिल बजट फिल्में बॉक्स ऑफिस पर तगड़ी कमाई करने के साथ-साथ ऑडियंस और क्रिटिक्स से खूब तारीफें बटोर रही हैं. '12वीं फेल' रिलीज होने के चार महीनों बाद भी सुर्खियों से उतरने का नाम नहीं ले रही है. तो वहीं अब '12वीं फेल' की तरह मिडिल बजट वाली 'लापता लेडीज' (Laapataa Ladies), 'कागज 2', 'ऑल इंडिया रैंक' भी सिनेमाघरों में अपना दम दिखाने के लिए पहुंच गई हैं. लेकिन यूं अचानक ही मिडिल बजट फिल्मों का ट्रेंड बॉलीवुड में आने के पीछे की वजह क्या है. आइए, इस बारे में यहां जानते हैं...
मिडिल बजट फिल्मों का आया ट्रेंड!
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, '12वीं फेल' के डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra) का कहना है- 'आजकल लोग बिना मुद्दे पर फोकस किए, प्रोजेक्ट बनाने लग जाते हैं. लेकिन अगर आप अपना मुद्दा जानते हैं, तो एक अच्छी स्क्रिप्ट लिखिए और एक सच्ची फिल्म बनाइए. वह अच्छा परफॉर्म करेगी.' रिपोर्ट के अनुसार, पहले भी मिडिल बजट और बड़ी फिल्में साथ चलती थीं. लेकिन 2015-16 में 'बाहुबली' फ्रेंचाइजी की रिकॉर्डतोड़ सक्सेस और ओटीटी के इंडिया में आने के बाद चीजें बॉक्स ऑफिस नंबरों के आधार पर तय होने लगीं.
'यह फिल्में हैं एक्सपेरिमेंट': किरण राव
मिडिल बजट फिल्मों के ट्रेंड और सक्सेस पर किरण राव (Kiran Rao) ने कहा- 'उन्हें ऐसा लगता है कि ज्यादा कोई बदलाव नहीं आया है. यह एक शख्स और रिस्क लेने पर निर्भर करता है, जैसे विधु विनोद चोपड़ा के केस में है. यह सभी एक्सपेरिमेंट हैं- जिसमें कुछ सक्सेसफुल होंगी कुछ नहीं होंगी.' एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, '12वीं फेल' का बजट 20 करोड़ था, तो वहीं 'ऑल इंडिया रैंक' का बजट करीब 5 करोड़ रुपए था.
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