Air India Airlines: साल 1932 जब टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया ( Air India) ने पहली बार कराची से बॉम्बे (अब मुंबई) के लिए उड़ान भरी तो सबका सिर गर्व से ऊंचा हो गया. भारत को अपना पहला देसी एयरलाइन मिल गया था. फ्लाइट का मतलब लोगों ने एयर इंडिया से जाना, लेकिन आज आसमान का ये राजा सवालों से घिरा है. हर तरफ से ऊंगलियां उठ रही हैं. नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की सख्त नजरें इसपर बनी हैं. जो कभी लोगों को सस्ती कीमतों में हवाई सफर के लिए मशहूर था, आज वो लोगों की आंखों में खटक रहा है. कॉकपिट से लेकर रनवे पर इसके हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इसकी खामियां तलाशी जा रही हैं. इन सबकी शुरुआत 12 जून 2025 के उस दर्दनाक हादसे के बाद हुई, जिसे कोई चाहकर भी याद नहीं करना चाहता. भारत के सबसे दर्दनाक विमान हादसे का विलेन बना एयर इंडिया का बोइंग AI 171 विमान. 12 जून दोपहर 1.40 मिनट पर जो हुआ, उसने एयर इंडिया की तकदीर बदल दी है.
12 जून को बदल गया एयर इंडिया का इतिहास
12 जून को दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल हवाईअड्डे से एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने उड़ान भरी, लेकिन सिर्फ दो मिनट बाद ही 1 बजकर 40 मिनट पर वो विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय हॉस्टल से टकराते हुए क्रैश हो गई. विमान में सवाल 242 में 241 लोग आग के गोले में झुलसकर खाक हो गए. सिर्फ विमान ही नहीं क्रैश वाली जगह पर मौजूद करीब 30 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे ने एयर इंडिया को लोगों की नजरों में पूरी तरह से बदल दिया. जो लोग TATA के नाम का भरोसा एयर इंडिया पर रखते थे, वो अब इस पर सवाल उठाने लगे. विमान की तकनीकी खामियों, मैनेंजमेंट, मेंटिनेंस पर सवाल उठने लगे हैं. विमान को असुरक्षित माना जाने लगा.
12 जून के बाद से कितना बदल गया एयर इंडिया
12 जून के हादसे के बाद एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानों पर संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. कभी तकनीकी तो कभी संचालन संबंधी गड़बड़ियों के चलते फ्लाइटें कैंसिल हो रही हैे कभी उड़ान के दौरान इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ रही है. अगर 12 जून के बाद से देखें तो सिर्फ पिछले 10 दिनों में एयर इंडिया की 85 से ज्यादा फ्लाइटें रद्द कर दी गई हैं. एयर इंडिया दूसरी सबसे बड़ी विमानन कंपनी है, जिसके पास 2025 तक 300 से ज्यादा विमान हैं, लेकिन अब दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन की फ्लाइटें रनवे से दूर होती जा रही हैं.
रनवे से गायब होते एयर इंडिया के विमान
12 जून के हादसे के बाद एक ओर सख्ती बढ़ रही है तो वहीं दूसरी ओर खामियां निकल कर सामने आ रही हैं. मेंटेनेंस और ऑपरेशनल खामियों की वजह से 10 दिनों में एयर इंडिया की 85 से अधिक डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइटें कैंसिल हो रही है. कैंसिल होती फ्लाइटों से जहां यात्री परेशान हैं तो वहीं सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिर ये खामियां हादसे के बाद से ही क्यों सामने आ रही हैं? अब तक क्या फ्लाइटों के मेंटिनेंस और उनके ऑपरेशनल रखऱखाव में ढीला रवैया अपनाया जा रहा था? 12 जून के बाद अचानक इसकी तकनीकी खामी कैसे दिखने लगी कि लगातार उड़ानें रद्द करनी पड़ रही है? हालांकि DGCA ने एयर इंडिया को विमान रखरखाव में क्लीन चिट देते हुए कहा कि फ्लाइटों का मेंटिनेंस मौजूदा सिक्योरिटी नियमों के मुताबिक ही पाया गया है.
एयर इंडिया को कम करनी पड़ी उड़ानें
हादसे के बाद एयर इंडिया ने 19 रूटों पर 118 साप्ताहिक उड़ानें कम करने का फैसला किया. 3 रूटों पर एयर इंडिया की विमान सेवा को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया गया.एयर इंडिया ने बड़े आकार के विमानों की 15% अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कम करने का फैसला लिया तो वहीं नैरो-बॉडी एयरक्राफ्ट की 118 वीकली उड़ानों को रद्द कर दिया. 19 रूटों पर उड़ानों की संख्या कम कर दी. ये सभी नैरोबॉडी विमान हैं, यह छोटे विमान होते हैं जिनमें यात्री क्षमता कम होती है. एयर इंडिया ने दलील दी कि ऑपरेशन को स्थिर रखने और यात्रियों को आखिरी समय पर होने वाली परेशानी से बचाने के लिए ये फैसला लिया गया, लेकिन सच तो ये है कि उसके इस फैसले के पीछे DGCA की सख्ती है. दरअसल 13 जून को डीजीसीए ने एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों के लिए उड़ान से पहले एन्हांस्ड सेफ्टी इंस्पेक्शन अनिवार्य कर दिया है. इसके तहत उड़ान से पहले एयर इंडिया के विमानों को 6 टेस्टिंग पैरामीटर को पार करना होता है. फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग, कैबिन एअर कंप्रेसर सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल टेस्ट, इंजन फ्यूल एक्टुएटर ऑपरेशन, ऑयल सिस्टम और हाइड्रोलिक सिस्टम की जांच के बाद ही एयर इंडिया की फ्लाइटें उड़ान भर सकती हैं.
धड़ाधड़ कैंसिल हो रहे टिकट्स, बुकिंग में भी भारी गिरावट
12 जून के हादसे के बाद घरेलू और इंटरनेशनल दोनों ही रूट्स पर एयर इंडिया की बुकिंग में लगभग 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) की माने तो अहमदाबाद हादसे के बाद बुकिंग में गिरावट देखी गई है, खासतौर पर इंटरनेशनल रूट्स के लिए टिकटों की बुकिंग 18-22 परसेंट और घरेलू स्तर पर 10-12 परसेंट तक गिर गए. टिकटों के रेट भी गिराए गए, लेकिन फिर भी बुकिंग में इजाफा नहीं देखने को मिला है. 12 जून के हादसे के बाद एयर इंडिया के डोमेस्टिकली टिकट की कीमतों में 8-12 फीसदी तक गिर गई. वहीं इंटरनेशनल फ्लाइट किराए में 10-15फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.
DGCA के रडार पर पहुंच गई एयर इंडिया, नपे 3 अफसर
अहमदाबाद हादसे के बाद एयर इंडिया सरकार और जांच एजेंसियों के निशाने पर है. अहमदाबाद हादसे के बाद DGCA ने 21 जून को एअर इंडिया के 3 अफसरों को बर्खास्त करने का आदेश दिया. उन्हें फौरन अपने पदों से मुक्त करने का फरमान जारी किया. डीजीसीए की सख्ती के बाद एयर इंडिया के डिविजिनल वाइस प्रेसिडेंट चूड़ा सिंह, क्रू शेड्यूलिंग करने वाली चीफ मैनेजर पिंकी मित्तल और क्रू शेड्यूलिंग की प्लॉनिंग से जुड़ी पायल अरोड़ा को फौरन उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया. तीनों अफसरों के खिलाफ यह कार्रवाई एविएशन सेफ्टी प्रोटोकॉल के गंभीर उल्लंघन को लेकर की गई. एयर इंडिया के क्रू शेड्यूलिंग में भारी लापरवाही, FDTL नियमों के उल्लघंन साफ दिखने को मिला.
10 दिन में मांगी रिपोर्ट
20 जून को DGCA की ओर से एयर इंडिया को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया. एअर इंडिया की खामियां सामने आने के बाद डीजीसीए ने एयर इंडिया से 10 दिनों के भीतर ऑडिट रिपोर्ट मांगी है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक डीजीसीए ने एअर इंडिया के 2024 से अब तक किए गए सभी इंस्पैक्शन और ऑडिट का ब्यौरा मांगा है. फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर्स से एअर इंडिया का ब्यौरा 22 जून तक उपलब्ध कराने को कहा है. फ्लाइट के दौरान कॉकपिट की स्थिति, एयरपोर्ट पर हालात, रैम्प, केबिन में खामियों हर एक बात की जानकारी मांगी गई है. एयर इंडिया के विमानों की ‘360 डिग्री ’ की जा रही है. हालांकि डीजीसीए ने कहा कि उनकी हालिया जांच रिपोर्ट में एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर बेड़े में ‘कोई बड़ी सुरक्षा चूक नहीं’मिली है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा और बार-बार रद्द हो रहे विमानों की वजह से गहन जांच की जा रही है.
लाइसेंस कैंसिल होने का मंडराया खतरा
डीजीसीए ने एयर इंडिया को गंभीर चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर फ्लाइट ऑपरेशन में गड़बड़ियां जारी रहीं, तो एयरलाइन का लाइसेंस सस्पेंड किया जा सकता है. उनका लाइसेंस वापस लिया जा सकता है. एयर इंडिया को नियामक से मिली ये चेतावनी एयरलाइंस के भविष्य के लिए खतरा बन गया है.