trendingNow12050838
Hindi News >>Explainer
Advertisement

Explainer: देश में मिल गया नया तेल भंडार, 84% इंपोर्ट नहीं अब एथेनॉल के तड़के से आत्मनिर्भर होगा भारत

Ethanol Blended Petrol: प‍िछले कुछ सालों में कच्चे तेल की जरूरत बढ़ने से आयात में इजाफा हुआ है. लेक‍िन अब आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट के पास से क्रूड ऑयल का उत्‍पादन शुरू होने से पहले के मुकाबले कम क्रूड ऑयल आयात करना पड़ेगा.

Explainer: देश में मिल गया नया तेल भंडार, 84% इंपोर्ट नहीं अब एथेनॉल के तड़के से आत्मनिर्भर होगा भारत
Kriyanshu Saraswat|Updated: Jan 09, 2024, 11:56 AM IST
Share

Crude Oil in India: आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट से 30 किमी दूर गहरे समुद्र परियोजना से पहली बार तेल न‍िकाला गया. पहले यहां से ओएनजीसी का नवंबर, 2021 तक इस प्रोजेक्‍ट से ऑयल प्रोडक्‍शन शुरू करने का प्‍लान था. लेक‍िन कोव‍िड के कारण इसमें देरी हुई. इसी साल मई-जून तक यहां से रोजाना 45000 बैरल क्रूड ऑयल का प्रोडक्‍शन करने की तैयारी है. यह देश की कुल खपत का करीब 7 प्रतिशत होगा. यहां से होने वाला गैस उत्पादन भी खपत के 7 प्रतिशत के बराबर होने की उम्‍मीद है. यहां तेल कुएं शुरू होने के बाद देश की क्रूड ऑयल के आयात पर न‍िर्भरता कम होगी.

तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश

चीन और अमेर‍िका के बाद भारत दुन‍ियाभर में क्रूड ऑयल का तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश है. हाल‍िया आंकड़ों के अनुसार देश हर साल अपनी जरूरत का करीब 84 प्रत‍िशत तेल आयात क‍िया जाता है. प‍िछले कुछ सालों में कच्चे तेल की जरूरत बढ़ने से आयात में इजाफा हुआ है. लेक‍िन अब आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट के पास से क्रूड ऑयल का उत्‍पादन शुरू होने से पहले के मुकाबले कम क्रूड ऑयल आयात करना पड़ेगा. घरेलू उत्‍पादन बढ़ने से पेट्रोल‍ियम प्रोडक्‍ट की कीमत में भी ग‍िरावट आने की उम्‍मीद है.

चीन सबसे बड़ा आयातक देश
साल 2022 में भारत की तरफ से पूरे साल में 173.52 अरब डॉलर के तेल का आयात क‍िया. जबक‍ि 366.51 अरब डॉलर के साथ पहले और अमेर‍िका 204.72 ब‍िल‍ियन डॉलर के साथ दूसरे पायदान पर है. घरेलू उत्‍पादन बढ़ने के साथ ही सरकार की तरफ से लगातार एथेनॉल म‍िश्र‍ित पेट्रोल पर फोकस क‍िया जा रहा है. भारत ने साल 2022-23 में पेट्रोल में 10% एथेनॉल मिश्रण हासिल कर ल‍िया है. आने वाले 2025 तक पेट्रोल में 20% एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्‍य रखा गया है. यह टारगेट हास‍िल होने पर देश की तरफ से आयात क‍िये जाने वाले क्रूड ऑयल में ग‍िरावट आएगी.

कैसे 'आत्‍मन‍िर्भर' होगा भारत?
भारत सरकार की तरफ से लगातार पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण को बढ़ावा द‍िया जा रहा है. एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के ल‍िए सरकार की तरफ से सब्सिडी और अन्‍य प्रोत्साहन भी द‍िये जा रहे हैं. 2025 तक पेट्रोल में 20% एथेनॉल ब्‍लेंड करने का टारगेट रखा गया है. देश में क्रूड ऑयल और एथेनॉल का उत्‍पादन बढ़ने का सीधा फायदा इंड‍ियन इकोनॉमी को म‍िलेगा. अभी भारत की तरफ से क्रूड ऑयल के आयात पर बड़ा ह‍िस्‍सा खर्च क‍िया जा रहा है. लेक‍िन अगले कुछ सालों में इसमें ग‍िरावट आने की संभावना है. इससे देश के कदम पेट्रोल‍ियम प्रोडक्‍ट में आत्‍मन‍िर्भर होने की तरफ बढ़ रहे हैं. क्रूड ऑयल का उत्‍पादन बढ़ने और एथेनॉल म‍िश्र‍ित पेट्रोल की खपत बढ़ने से क्‍या-क्‍या फायदा होंगे?

तेल इम्‍पोर्ट पर निर्भरता कम होगी
अभी भारत अपनी कुल जरूरत का करीब 84% तेल आयात करता है. अब जब देश में तेल का नया उत्‍पादन शुरू हो गया है तो इससे जरूरत का 7 प्रत‍िशत तेल प्राप्‍त क‍िया जा सकेगा तो यह इम्‍पोर्ट घटकर 77 प्रत‍िशत तक आ जाएगा. दूसरी तरफ एथेनॉल का उत्‍पादन बढ़ने से पेट्रोल में म‍िश्रण बढ़ेगा और क्रूड ऑयल के आयात में और कमी आएगी. इससे तेल आयात ग‍िरकर 70 प्रत‍िशत तक आ सकता है. तेल आयात पर निर्भरता कम होने से भारत की आर्थिक स्‍थ‍िति में सुधार होगा ओर विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव कम होगा.

पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट की कीमत में ग‍िरावट
भारत में क्रूड ऑयल और एथेनॉल का उत्पादन बढ़ने का दूसरा फायदा पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट की कीमत में ग‍िरावट के रूप में होगा. इससे आने वाले समय में भारत को क्रूड ऑयल न‍िर्यात करने वाले देशों की तरफ से कीमत में कमी की जा सकती है. इससे ग्राहकों को राहत मिलेगी और इकोनॉमी को मजबूती मिलेगी.

रोजगार के मौके बढ़ेंगे
देश के अंदर क्रूड ऑयल उत्पादन बढ़ने से उद्योगों में रोजगार के मौके बनेंगे. इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा. एथेनॉल म‍िश्र‍ित पेट्रोल की खपत बढ़ने से वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी. दरअसल, एथेनॉल पेट्रोल की तुलना में कम ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन करता है. इससे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलती है.

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया क‍ि काकीनाडा तट के पास से पहली बार 7 जनवरी को तेल न‍िकाला गया. कोव‍िड के कारण इसमें कुछ देरी हुई. हरदीप सिंह पुरी ने बताया क‍ि वहां 26 कुओं में से 4 कुएं पहले से ही चालू हैं. उन्होंने उम्‍मीद जताई क‍ि मई-जून तक रोजाना 45000 बैरल तेल का प्रोडक्‍शन क‍िये जाने की उम्‍मीद है.

Read More
{}{}