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Opinion: थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए.. ये यंगिस्तान है मेरी जान, जलवा तो दिखा दिया; जीत भी दिखेगी

Team India: ये वाली क्रिटिसिज्म ओवरलोडेड है. हार के नफा-नुकसान का आकलन जरूरी है. मगर यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि टीम ने किस अंदाज में सीरीज की शुरुआत की है. टीम बिना कोहली-रोहित-अश्विन के खेल रही और शमी नहीं हैं.

Opinion: थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए.. ये यंगिस्तान है मेरी जान, जलवा तो दिखा दिया; जीत भी दिखेगी
Gaurav Pandey|Updated: Jun 26, 2025, 02:34 PM IST
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वो साल 2007 था. क्रिकेट का खुमार अब तक के सबसे रोमांचक दौर में जाने ही वाला था. टी20 का पहला वर्ल्ड कप. टीम इंडिया का ऐलान हुआ तो क्रिकेट पंडितों ने भूचाल मचा दिया. नई टीम है.. अनुभवी खिलाड़ियों को नहीं खिलाया जा रहा है. कैसे नैया पार लगेगी. आखिर में रिजल्ट क्या था. टीम इंडिया के आगे चैंपियन लिखा हुआ था. यह पहला और आखिरी वाकया नहीं था जब भारत की क्रिकेट टीम बदलाव के दौर से गुजर रही थी. इतिहास में ऐसे उदाहरण भरे पड़े हैं और कुछ साल बाद आगे भी ऐसा ही होगा. अब 2025 में जब टीम इंडिया अपने नए टेस्ट कप्तान के साथ इंग्लैंड पहुंची और पहला मैच हार गई तो यह चर्चा भी लाजिमी है. लेकिन इसके मायने कुछ और हैं जो क्रिकेट प्रेमियों को ध्यान में रखने जरूरी हैं.

नफा-नुकसान का आकलन जरूरी मगर..

यह बात सही सही है कि लीड्स का पहला टेस्ट टीम इंडिया हार गई. यह वह मैच था जो टीम इंडिया एक समय यह मानकर चल रही थी कि मुट्ठी में है. कुछ कैच छूटे.. लोअर आर्डर चल नहीं पाया.. बुमराह का कोई साथ नहीं दे पाया. ये तमाम कारण हैं जिन पर चर्चा हो रही है. सही भी है हार के नफा-नुकसान का आकलन जरूरी है. मगर यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि टीम ने किस अंदाज में इस सीरीज की शुरुआत की है. यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि यंग इंडिया अब बिना कोहली-रोहित-अश्विन के खेल रही और शमी इस दौरे पर नहीं हैं.

सीरीज के पहले ही मैच में रिमझिम पानी के बीच जायसवाल गिल और पंत ने लीड्स के आसमान में अंगरेजी टीम को जो तारे दिखाए हैं वो दुनिया ने देखा. डग आउट में बैठे इंग्लिश कोच मैकुलम बुमराह की गेंदों का पहाड़ा पड़ते कई बारे नजर आए. महज दो तीन सेशन में पिछड़ने के बाद यह मैच टीम हार गई. लेकिन अभी पूरी सीरीज पड़ी है. 

ये वाली क्रिटिसिज्म ओवरलोडेड है

बतौर इंडियन क्रिकेट फैन यहां यह सब बताना इसलिए जरूरी हो गया है क्योंकि इस प्रदर्शन के बाद जो आलोचना टीम फेस कर रही है वो ओवरलोडेड है. अभी सीरीज बाकी है. टीम के नए धुरंधर जोरदार खेल दिखा रहे हैं. केएल राहुल बुमराह जाडेजा सिराज उसमें चार चांद जरूर लगाएंगे. कुलदीप अर्शदीप अभी वहीं बैठे हैं. इस टीम की उम्र और अनुभव को देखने की जरूरत है. 

यंगिस्तान का जलवा अभी बाकी है

क्रिकेट प्रेमियों से बस यही कहना है कि थोड़ा सब्र रखिए. ये यंगिस्तान है जो जलवा दिखा चुका है और अब जीत की बारी है. इन खिलाड़ियों में आग है जुनून है और सबसे बड़ी बात सिर्फ जीतने की भूख है, ये बात कोच गंभीर दोहरा चुके हैं. ये टीम वॉक ओवर देने वाली टीम नहीं है. ये  रहने वाली टीम नहीं है. बीसीसीआई इस बात पर आश्वस्त है. तमाम क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी इससे वाकिफ हैं. अब हमें और आपको भी आश्वस्त होने की जरूरत है. सिर्फ तो थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए क्योंकि यंगिस्तान का जलवा अभी बाकी है! अगले टेस्ट का इंतजार कीजिए. टीम इंडिया का एक फैन

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