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इस गेम को खेलने से दूर हो सकता है नसों का दर्द, बिना दवा के मिलेगी राहत!

ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने एक नया इंटरेक्टिव गेम बनाया है, जो पुरानी नसों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. बिना दवाई खाएं दर्द से राहत मिल सकती है. 

इस गेम को खेलने से दूर हो सकता है नसों का दर्द, बिना दवा के मिलेगी राहत!
IANS|Updated: Jun 04, 2025, 06:06 PM IST
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ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने रानी नसों के दर्द को कम करने के लिए  नया इंटरेक्टिव गेम बनाया है. इस गेम की मदद से बिना दवाई का सेवन करने दर्द से राहत मिल सकती है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस प्रोजेक्ट का नाम पेनवेव है. इसमें एक खास तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है, जो नसों के दर्द से जूझ रहे मरीजों को उनके दिमाग की असामान्य गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद करता है.

न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय ने बनाया गेम 
इस गेम को न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय (यूएनएसडब्ल्यू) के शोधकर्ताओं ने बनाया है. इसमें एक हेडसेट पहनाया जाता है, जो आपके दिमाग की तरंगों को जांचता है. जब आप यह गेम मोबाइल पर खेलते हैं, तो यह आपके दिमाग के स्वस्थ तरंगों की पहचान करता है और उन्हें पुरस्कृत करता है. यह बिना दवाई के घर बैठे दर्द को कम करने का आसान तरीका है.

गेम से राहत 
हाल ही में हुए एक परीक्षण में सामने आया कि चार में से तीन लोगों ने कहा कि उन्हें चार हफ्ते तक इस गेम का इस्तेमाल करने के बाद दर्द में काफी आराम मिला है. टीम ने पाया कि इस गेम से मिली राहत तेज दर्द की दवाओं के बराबर या उससे ज्यादा असरदार है. यह गेम नसों के दर्द से पीड़ित मरीजों के दिमागी तरंगों पर आधारित है. खासकर यह गेम दिमाग के थैलेमस पर ध्यान देता है. जब किसी को नसों से जुड़ा पुराना दर्द होता है, तो थैलेमस की गतिविधि बिगड़ जाती है, जिससे दर्द और बढ़ जाता है. गेम इसी गड़बड़ी को पहचान कर उसे ठीक करने में मदद करता है.

दर्द से कैसे मिलती है राहत 
यूएनएसडब्ल्यू की प्रोफेसर सिल्विया गुस्टिन ने बताया कि यह रिलैक्स और सकारात्मक कल्पनाएं जैसे मानसिक तरीकों से मरीजों के दिमाग की असामान्य गतिविधियों को धीरे-धीरे सामान्य करता है, जिससे दर्द में राहत मिलती है. यह शोध जनरल ऑफ पेन नाम की रिसर्च पत्रिका में प्रकाशित है.

यूएनएसडब्ल्यू के न्यूरोरिकवरी रिसर्च हब के डॉ. नेगिन हेसम-शरियाती ने कहा, "इस तकनीक की सबसे खास बात यह है कि इससे लोगों को लगा कि अब वे खुद अपने दर्द को नियंत्रित कर सकते हैं." इस प्रोजेक्ट में हिस्सा लेने वाले लोगों ने कम लागत वाले ईईजी (इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राम) हेडसेट और टैबलेट आधारित गेम का घर पर ही इस्तेमाल किया.

 इस दौरान शोधकर्ताओं ने उनकी निगरानी की. यह हेडसेट 3डी प्रिंटिंग और ओपन-सोर्स पार्ट्स से बनाया गया है. इसकी कीमत करीब 193.7 डॉलर है, जो बाजार में मिलने वाले दूसरे हेडसेट्स की तुलना में काफी सस्ता है. प्रोफेसर गुस्टिन ने बताया कि पेनवेव को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह उन लोगों के लिए भी आसानी से उपलब्ध हो, जिनके पास दवाई या इलाज के पारंपरिक तरीकों तक पहुंच कम है.

इनपुट-आईएएनएस

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है.  Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत या स्किन से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 

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