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कहीं गलत रीडिंग न दे दे बीपी मशीन, जान लें ब्लड प्रेशर नापने का सही तरीका

आपकी सेहत का हाल अक्सर ब्लड प्रेशर नापकर मिलता है, लेकिन हमारी कुछ लापरवाही की वजह से बीपी मशीन गलत रीडिंग दे सकती है, जिससे बचना जरूरी है. 

कहीं गलत रीडिंग न दे दे बीपी मशीन, जान लें ब्लड प्रेशर नापने का सही तरीका
Shariqul Hoda|Updated: Jul 25, 2025, 08:32 AM IST
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BP Machine: आजकल के दौर में जब लाइफस्टाइल डिजीज काफी ज्यादा बढ़ रही हैं, तो घर पर ब्लड प्रेशर को मॉनिटर करना एक आम बात हो गई है. बाजार में कई तरह की बीपी मशीनें मौजूद हैं, जो घर बैठे ही आपको अपने ब्लड प्रेशर की जानकारी दे देती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर बीपी नापते समय कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए, तो मशीन गलत रीडिंग दे सकती है? 

सही रीडिंग के लिए क्या करें?
गलत रीडिंग न सिर्फ आपको बेवजह फिक्र में डाल सकती है, बल्कि डॉक्टर को भी गलत इलाज की तरफ ले जा सकती है. इसलिए, ये जानना बेहद जरूरी है कि ब्लड प्रेशर नापने का सही तरीका क्या है. आपको कुछ बातों पर ध्यान देना होगा. 

बीपी नापने से पहले की तैयारी
ब्लड प्रेशर मापने से कम से कम 30 मिनट पहले कैफीन (चाय, कॉफी), शराब का सेवन या स्मोकिंग न करें. इसके अलावा, नापने से पहले कम से कम 5 मिनट तक शांत बैठें. बाथरूम जाने की जरूरत हो तो पहले ही जाएं, क्योंकि भरा हुआ ब्लैडर भी रीडिंग को अफेक्ट कर सकता है. नापने से पहले कोई हेवी फिजिकल एक्टिविटीज या एक्सरसाइज न करें.

सही पोजीशन में बैठना है जरूरी
ब्लड प्रेशर नापते वक्त आपकी बैठने की पोजीशन बहुत मायने रखती है. एक सीधी कुर्सी पर पीठ को सहारा देकर बैठें. आपके पैर जमीन पर फ्लैट रखे होने चाहिए और एक-दूसरे को क्रॉस नहीं करना चाहिए. पैरों को क्रॉस करने से भी रीडिंग गलत आ सकती है. आपका हाथ एक टेबल पर रखा होना चाहिए, ताकि कफ आपके दिल के लेवल पर हो. अगर आपका हाथ बहुत नीचे या बहुत ऊपर है, तो ये रीडिंग पर असर डाल सकता है.

कफ का सही सेलेक्शन और प्लेसमेंट
बीपी मशीन का कफ आपकी बांह के लिए सही आकार का होना चाहिए. बहुत छोटा कफ या बहुत बड़ा कफ दोनों ही गलत रीडिंग दे सकते हैं. कफ को अपनी खुली बांह पर (कपड़ों के ऊपर नहीं) लपेटें. कफ का निचला किनारा कोहनी के जोड़ से तकरीबन 1 इंच ऊपर होना चाहिए. एनश्योर करें कि कफ बहुत कसकर या बहुत ढीला न बंधा हो. ये आपकी बांह पर कंफर्टेबल होना चाहिए, लेकिन इतना ढीला भी नहीं कि खिसक जाए.

बीपी नापने का प्रॉसेस
एक बार जब आप सही पोजीशन में बैठ जाएं और कफ ठीक से लगा लें, तो मशीन को चालू करें. शांत रहें और बात न करें. कुछ मशीनें ऑटोमेटिक होती हैं और खुद ही फुर्ती से हवा भरती और छोड़ती हैं. कुछ में आपको मैन्युअल रूप से फुर्ती से हवा भरनी पड़ सकती है. माप के दौरान गहरी सांस लेने या हिलने-डुलने से बचें.

कब और कितनी बार नापें?
डॉक्टर आमतौर पर सुबह और शाम को एक ही समय पर बीपी नापने की सलाह देते हैं. हमेशा दो बार रीडिंग लें, दोनों रीडिंग के बीच एक से दो मिनट का गैप रखें. यदि दोनों रीडिंग में बड़ा फर्क है, तो तीसरी बार नाप लें. इन रीडिंग का एवरेज निकालें और उसे रिकॉर्ड करें.

इन बातों पर करें गौर
सही तरीके से बीपी नापना आपके हेल्थ की बेहतर मॉनिटरिंग के लिए जरूरी है. इन आसान इंस्ट्रक्शन को फॉलो करके आप एनश्योर कर सकते हैं कि आपकी बीपी मशीन सही रीडिंग दे रही है, जिससे आप और आपके डॉक्टर आपकी सेहत के बारे में सही फैसला ले सकें. याद रखें, रेगुलर चेकअप और सही रीडिंग ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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