trendingNow12687323
Hindi News >>Health
Advertisement

सैनिकों की मेंटल हेल्थ को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया कदम, AFMS और NIMHANS के बीच हुआ कॉलेबोरेशन

Soldiers Mental Health: नेशनल मेंटल हेल्थ और न्यूरोसाइंस इंस्टीट्यूट (NIMHANS)और आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विस (AFMS) के बीच एक समझौता हुआ है, जिसमें डिफेंस पर्सन के मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने की बात की गई है. डिफेंस मिनिस्ट्री ने गुरुवार को यह जानकारी दी.  

सैनिकों की मेंटल हेल्थ को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया कदम, AFMS और NIMHANS के बीच हुआ कॉलेबोरेशन
Reetika Singh|Updated: Mar 20, 2025, 12:44 PM IST
Share

Soldiers Mental Health Awareness: समझौते के तहत दोनों संस्थान मिलकर रिसर्च करेंगे और खास ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाएंगे, ताकि डिफेंस पर्सनल को मेंटल हेल्थ से जुड़ी बेहतर सेवाएं मिल सकें. AFMS और NIMHANS के बीच कॉलेबोरेशन मेंटल हेल्थ सर्विसेस को मजबूत करने और मेडिकल कर्मियों के लिए खास ट्रेनिंग आयोजित करने पर केंद्रित होगा. यह कॉलेबोरेशन सैनिकों, नौसैनिकों, वायुसेना कर्मियों और उनके परिवारों की मेंटल हेल्थ को समझने और परेशानियों को दूर करने के लिए नए प्रोग्राम डेवलप करेगा.

समझौते का कारण
इस समझौते का बड़ा कारण मेंटल हेल्थ से जुड़े रिसर्च, फैकल्टी के आदान-प्रदान और एज्युकेशनल एक्टिविटी को बढ़ावा देना है. NIMHANS मानसिक रोगों और न्यूरोसाइंस में विशेषज्ञता रखता है, यह डिफेन्स पर्सनेल की साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम जैसे कि तनाव, चिंता और डिप्रेशन पर रिसर्च करने में मदद करेगा. सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरिन ने कहा, "हमारे सैनिकों का मेंटल हेल्थ उनकी फिजिकल हेल्थ जितना ही जरूरी है. NIMHANS के मदद से हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे जवान देश की सेवा के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सकें."

रक्षा क्षेत्र में उपलब्ध कराएं मेंटल हेल्थ सेवाएं
NIMHANS की डायरेक्टर, डॉ. प्रतिमा मूर्ति ने कहा, "रक्षा क्षेत्र में मेंटल हेल्थ सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज के साथ काम करना हमारे लिए सम्मान की बात है. हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश की रक्षा करने वाले जवानों को बेहतरीन मेंटल हेल्थ सेवाएं मिलें."

रक्षा कर्मियों के मेंटल हेल्थ को मजबूत करने की दिशा
यह सहयोग रक्षा कर्मियों के मेंटल हेल्थ को मजबूत करने की दिशा में एक जरूरी कदम है और इससे देशभर में इस तरह की और पहल को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. दोनों संस्थान पूरी तरह से समर्पित हैं कि वे रक्षा बलों के कल्याण के लिए व्यापक मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं.
--आईएएनएस

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

Read More
{}{}