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दांतों की सफाई का हार्ट अटैक से कनेक्शन, रात को ब्रश न करने से आपकी दिल की धड़कनें हो सकती हैं शांत!

हाल ही में जापान की हिरोशिमा यूनिवर्सिटी में हुए एक चौंकाने वाले अध्ययन में ये बात सामने आई है कि मसूड़ों में पनपने वाला एक खतरनाक बैक्टीरिया पोर्फिरोमोनस जिंजिवलिस (P. gingivalis) सीधे आपके दिल पर हमला कर सकता है.

दांतों की सफाई का हार्ट अटैक से कनेक्शन, रात को ब्रश न करने से आपकी दिल की धड़कनें हो सकती हैं शांत!
Shivendra Singh|Updated: May 13, 2025, 04:49 PM IST
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क्या आपने कभी सोचा है कि रात को ब्रश न करने की लापरवाही आपकी जान तक ले सकती है? हाल ही में जापान की हिरोशिमा यूनिवर्सिटी में हुए एक चौंकाने वाले अध्ययन में ये बात सामने आई है कि मसूड़ों में पनपने वाला एक खतरनाक बैक्टीरिया पोर्फिरोमोनस जिंजिवलिस (P. gingivalis) सीधे आपके दिल पर हमला कर सकता है. यह बैक्टीरिया सिर्फ दांतों और मसूड़ों को ही नहीं, बल्कि आपके दिल की धड़कनों को भी खतरे में डाल सकता है.

अध्ययन के मुताबिक, यह बैक्टीरिया खून के फ्लो के जरिए सीधे दिल के बाएं ऊपरी कक्ष (Left Atrium) तक पहुंच सकता है. वहां यह फाइब्रोसिस यानी हार्ट टिशूज में स्कार टिशू बनाने की प्रक्रिया को शुरू कर देता है, जिससे दिल की संरचना बिगड़ती है और ‘एट्रियल फाइब्रिलेशन’ (AFib) नामक खतरनाक हार्ट रिदम डिसऑर्डर होने का खतरा बढ़ जाता है. यही एरिदमिक स्थिति हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों की वजह बन सकती है.

P. gingivalis का खतरा क्या है?
यह बैक्टीरिया मुख्य रूप से पीरियोडोंटाइटिस यानी मसूड़ों की सूजन और इन्फेक्शन का कारण बनता है. पहले भी कई शोधों में बताया गया था कि जिन लोगों को मसूड़ों की बीमारी होती है, उनमें दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है. एक हालिया मेटा-विश्लेषण में पाया गया कि पीरियोडोंटाइटिस से ग्रस्त लोगों में एट्रियल फाइब्रिलेशन का खतरा 30% तक ज्यादा होता है.

कैसे करता है यह दिल पर असर?
पहले माना जाता था कि यह केवल सूजन के जरिए असर करता है, लेकिन नए शोध में यह साबित किया गया है कि यह बैक्टीरिया वास्तव में दिल तक पहुंचकर सीधे टिशू को नुकसान पहुंचाता है. अध्ययन में इंसानों और पशुओं दोनों के दिलों में इस बैक्टीरिया की मौजूदगी पाई गई. यह भी सामने आया कि यह बैक्टीरिया दिमाग, लिवर और प्लेसेंटा तक भी पहुंच सकता है.

क्या करें बचाव के लिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि नियमित रूप से ब्रश करना, फ्लॉसिंग और डेंटल चेकअप्स सिर्फ मुंह की सफाई के लिए नहीं, बल्कि दिल को सेफ रखने के लिए भी जरूरी है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

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