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क्या डॉक्टर से बेहतर सर्जरी करेगा रोबोट? एलन मस्क का दावा- "5 साल में बदल जाएगी तस्वीर"

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस दौर में क्या सर्जरी जिम्मेदारी डॉक्टर की जगह रोबोट को सौंप दी जाएगी. ऐसा हो या न हो, लेकिन रोबाटिक सर्जरी में क्रांति आना तय माना जा रहा है. 

क्या डॉक्टर से बेहतर सर्जरी करेगा रोबोट? एलन मस्क का दावा- "5 साल में बदल जाएगी तस्वीर"
Shariqul Hoda|Updated: Apr 28, 2025, 02:30 PM IST
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Elon Musk on Robotic Surgery: इस बात को हम सभी जानते हैं रोबोट्स के दरिए मेडिकल फील्ड में कई कामयाबियां हासिल की जा रही है. इस बीच दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क ने 28 अप्रैल 2025 को कहा कि रोबोट्स में 5 साल के बेस्ट ह्यूमन सर्जन को भी पछाड़ने की काबिलियत है. टेस्ला (Tesla) और स्पेसएक्स (SpaceX) के सीईओ ने कहा कि उनकी ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस कंपनी न्यूरालिंक (Neuralink), ब्रेन-कंप्यूटर इलेक्ट्रोड इंसर्शन के लिए रोबोट पर निर्भर थी, क्योंकि ये काम इंसान के जरिए हासिल करना नामुमकिन था.

"रोबोट बेहतर सर्जरी करेंगे"
मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में शेयर करते हुए लिखा, "रोबोट कुछ सालों में अच्छे इंसानी सर्जन्स को और 5 सालों में बेस्ट ह्यूमन सर्जन्स को भी पीछे छोड़ देंगे." उन्होंने आगे कहा, "न्यूरालिंक को ब्रेन-कंप्यूटर इलेक्ट्रोड इंसर्शन के लिए एक रोबोट का इस्तेमाल करना पड़ा, क्योंकि जरूरी स्पीड और सटीकता हासिल इंसानों के लिए नामुमकिन था."

 

ये पोस्ट इन्फ्लुएंसर मारियो नवल (Mario Nawfal) के एक दूसरे पोस्ट के जवाब में आया, जिन्होंने अमेरिकन बेस्ड मेडिकल डिवाइस कंपनी मेडट्रोनिक (Medtronic) द्वारा मेडिसिन में रोबोटिक्स की हाल की कामयाबी को हाइलाइट किया.  नवल ने कहा कि मेडट्रोनिक ने "प्रोस्टेट, किडनी और ब्लैडर को ठीक करने के लिए 137 रियल सर्जरी में अपने ह्यूगो रोबोटिक सिस्टम को कामयाबी के साथ डिप्लॉय किया."

 

कितने कामयाब रहे रोबोट सर्जन
सर्जरी के रिजल्ट "डॉक्टरों की एक्सपेक्टेशंस से बेहतर" थे और "98 फीसदी से ज्यादा का सक्सेस रेट" देखा गया.  प्रोस्टेट सर्जरी (3.7 फीसदी), किडनी सर्जरी (1.9 फीसदी) और ब्लैडर सर्जरी (17.9 फीसदी) के लिए कॉम्पलिकेशन रेट भी काफी कम थे.

नवल ने कहा कि 137 सर्जरी में से सिर्फ 2 को रेगुलर सर्जरी में वापस स्विच करने की जरूत पड़ी, एक रोबोट ग्लिच के कारण और एक ट्रिकी पेशेंट केस की वजह से ऐसा हुआ. इस बीच, मस्क की न्यूरालिंक मौजूदा वक्त में अपनी ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस तकनीक के क्लीनिकल ट्रायल में लगी हुई है. कंपनी का टारगेट पैरालिसिस या न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों वाले लोगों के लिए ब्रेन कंट्रोल्ड डिवाइस बनाना है.
 

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मार्केट में नहीं उतरी है डिवाइस
हांलाकि अभी तक किसी भी डिवाइस को कमर्शियल नहीं किया गया है, लेकिन 3 लोगों में कामयाबी के साथ न्यूरालिंग ब्रेन इम्पलांट किया गया है.  मस्क ने 2024 में एक्स पर कहा था, "अगर सब कुछ ठीक रहा, तो कुछ सालों में न्यूरालिंक वाले सैकड़ों लोग होंगे, शायद 5 साल में हजारों और 10 साल में लाखों."

(इनपुट-आईएएनएस)

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