यूरिक एसिड का हाई लेवल एक कॉमन प्रॉब्लम बनती जा रही है. यह खून में मौजूद एक तरह का वेस्ट होता है जो खाने में मौजूद प्यूरीन के टूटने से बनता है. यदि आपकी किडनी इसे ठीक तरह से नहीं निकाल पा रही है तो इसका असर शरीर में मामूली लक्षण समेत कई गंभीर बीमारियों के रूप में नजर आ सकता है.
पुरुषों में 7 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (mg/dL) से अधिक और महिलाओं में 6 mg/dL से अधिक यूरिक एसिड को खराब माना जाता है. इसे तुरंत कंट्रोल करना जरूरी है. वरना इससे इन 5 गंभीर बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है.
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किडनी स्टोन
यूरिक एसिड बढ़ने पर यह किडनी में जाकर क्रिस्टल के रूप में जम सकता है और पथरी बना सकता है. किडनी स्टोन होने पर पेट में तेज दर्द, पेशाब में जलन और खून आना जैसे लक्षण दिखते हैं.
किडनी फेलियर
अगर लंबे समय तक यूरिक एसिड का लेवल हाई रहता है, तो यह किडनी की कार्य करने शक्ति को भी प्रभावित करता है. इससे धीरे-धीरे किडनी खराब होने लगती है और डायलिसिस की नौबत आ सकती है.
हाई ब्लड प्रेशर
यूरिक एसिड धमनियों में सूजन और ब्लॉकेज का कारण बनता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. हाई बीपी दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ा देता है.
डायबिटीज
हाई यूरिक एसिड और इंसुलिन रेसिस्टेंस के बीच गहरा संबंध पाया गया है. जब शरीर इंसुलिन को ठीक से उपयोग नहीं कर पाता, तो ब्लड शुगर बढ़ने लगता है और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है.
फैटी लिवर और मोटापा
हाई यूरिक एसिड से फैटी लिवर की समस्या हो सकती है. इसके साथ ही यह शरीर में चर्बी बढ़ाकर मोटापा बढ़ाने का कारण भी बन सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.