trendingNow12678206
Hindi News >>Health
Advertisement

No Smoking Day: हैवी ब्लीडिंग-दर्दनाक ऐंठन, स्मोकिंग की आदत पीरियड्स को बना सकती है मुश्किल भरा, गायनेकोलॉजिस्ट ने बताया नुकसान

How Smoking Affect Menstrual Health: स्मोकिंग महिलाओं के लिए कई दर्दनाक कंडीशन के जोखिम को बढ़ा सकता है. इसके नुकसानों को इस लेख में गायनेकोलॉजिस्ट की मदद से बेहतर तरीके से जान सकते हैं.  

No Smoking Day: हैवी ब्लीडिंग-दर्दनाक ऐंठन, स्मोकिंग की आदत पीरियड्स को बना सकती है मुश्किल भरा, गायनेकोलॉजिस्ट ने बताया नुकसान
Sharda singh|Updated: Mar 12, 2025, 11:30 AM IST
Share

No Smoking Day 2025: धूम्रपान सेहत के लिए खराब है, इसके सेवन से शरीर को कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. यह ध्यान रखना जरूरी है कि सिगरेट या तंबाकू का धुंआ सिर्फ फेफड़ों को खराब नहीं करता, बल्कि फर्टिलिटी को भी डैमेज करता है. हालांकि यह नुकसान पुरुष और महिलाओं में समान रूप से होते हैं. लेकिन इसके इफेक्ट फीमेल में पीरियड्स के दौरान ही महसूस हो सकते हैं.

डॉ. अंकिता चांदना, निदेशक, प्रसूति एवं स्त्री रोग, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, शालीमार बाग बताती हैं कि तंबाकू में मौजूद विषाक्त पदार्थ शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करते हैं, जिससे मासिक धर्म चक्र में अनियमितताएं आ सकती हैं. यह न केवल पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं को बढ़ाता है, बल्कि प्रजनन क्षमता और गर्भावस्था पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है. ऐसे में यदि आप स्मोकिंग करती हैं तो यहां इसके साइड इफेक्ट और इसे कम करने के उपायों को जानना आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है-

इसे भी पढ़ें- कैंसर से लड़ाई के साथ हिना खान रख रहीं रोजा, क्या Cancer मरीज को करना चाहिए फास्टिंग, एक्सपर्ट की राय

 

पीरियड्स में स्मोकिंग करने से क्या होता है? 

गायनेकोलॉजिस्ट बताती हैं कि धूम्रपान के कारण हार्मोन का असंतुलन होता है, जिससे पीरियड बहुत ज्यादा या कम दिनों तक हो सकता है. इसके साथ ही स्मोकिंग से ब्लीडिंग, पेल्विक एरिया में तेज दर्द, ऐंठन, बहुत ज्यादा मूड स्विंग जैसी समस्याएं हो सकती है. 

स्मोकिंग से ओवरी कैंसर का रिस्क 

एक्सपर्ट बताती हैं कि महिलाओं को स्मोकिंग से इसलिए भी बचना चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद टार, कार्बन मोनोऑक्साइड, फॉर्मेल्डिहाइड, हाइड्रोजन सायनाइड, बेंजीन, कैडमियम और निकोटीन जैसे टॉक्सिन प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में स्मोकिंग करने से कंसीव करने में प्रॉब्लम, डिलीवरी कॉम्प्लिकेशन्स,  प्री-मेनोपॉज, ओवरी में कैंसर, एंडोमेट्रियोसिस का खतरा कई गुना बढ़ जाती है.

ये नुकसान भी है  

धूम्रपान से खून के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे डीप वेन थ्रोम्बोसिस (गहरे नसों में थक्का) हो सकता है. इसका खतरा आमतौर पर प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में ज्यादा होता है, जिसे स्मोकिंग और भी बढ़ा देता है. साथ ही धूम्रपान हड्डियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है, जो कि महिलाओं में बहुत आम है. 

धूम्रपान के प्रभाव को कैसे कम करें?

एक्सपर्ट स्मोकिंग से होने वाले गंभीर नुकसानों से बचने के लिए और इसके प्रभाव को कम करने के लिए स्मोकिंग को पूरी तरह से छोड़ने की सलाह देती हैं. साथ ही फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और खनिज से भरपूर डाइट, 30 मिनट रोजाना एक्सरसाइज, स्ट्रेस मैनेजमेंट और नियमित हेल्थ चेकअप की सलाह देती हैं. 

इसे भी पढे़ं- पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में UTI इंफेक्शन का रिस्क, इन चीजों से रहें बचकर, प्राइवेट पार्ट में खुजली से रहेंगे परेशान

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

 

Read More
{}{}