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बिना पैसे खर्च किए हड्डियों को मजबूत बनाने का जरिया, डेली 10 से 30 मिनट करें ये एक काम

जब आपकी हड्डियां मजबूत नहीं रहेंगी, तो शरीर भी बेहद कमजोर हो जाएगा, इसके लिए जरूरी है कि आप हर वो कोशिश करें जिससे स्ट्रॉन्ग बोन हासिल हो जाए. 

बिना पैसे खर्च किए हड्डियों को मजबूत बनाने का जरिया, डेली 10 से 30 मिनट करें ये एक काम
Shariqul Hoda|Updated: May 29, 2025, 08:38 AM IST
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Bone Health: हड्डियों की मजबूती के लिए आप तमाम तरह की कोशिशें करते हैं, लेकिन एक ऐसी चीज हासिल करना भूल जाते हैं, जो कुदरत ने हमें मुफ्त में दी है. हम बात कर रहे हैं सूरज की रोशनी की जो विटामिन डी हासिल करने का एक अहम सोर्स है. ये कैल्शियम के साथ मिलकर हमारी हड्डियों को सेहतमंद और मजबूत बनाए रखने में अहम रोल अदा करती है. इस पूरे प्रॉसेस का आधार विटामिन डी है, जिसे अक्सर "सनशाइन विटामिन" कहा जाता है.

कैसे काम करती है सूरज की रोशनी?

जब हमारी त्वचा सूरज की अल्ट्रावायलेट बी (UVB) किरणों के कॉन्टैक्ट में आती है, तो ये कोलेस्ट्रॉल के एक प्रकार को विटामिन डी में बदलने की प्रक्रिया शुरू करती है। यह विटामिन डी, जिसे विटामिन डी3 (कोलेकैल्सीफेरॉल) के रूप में जाना जाता है, फिर लीवर और किडनी में सक्रिय रूप में परिवर्तित होता है। यह सक्रिय विटामिन डी ही है जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

विटामिन डी और कैल्शियम का रिश्ता

हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम एक अहम मिनरल है. लेकिन शरीर कैल्शियम को ठीक से एब्जॉर्ब और यूज नहीं कर सकता है, अगर सही क्वांटिटी में विटामिन डी मौजूद न हो. विटामिन डी छोटी आंतों में कैल्शियम के एब्जॉर्ब्शन को बढ़ावा देता है, जिससे ये ब्लड फ्लो में पहुंचता है. इसके बाद, यह कैल्शियम हड्डियों में जमा होता है, जिससे उनकी डेंसिटी और मजबूती बढ़ती है. विटामिन डी की कमी से कैल्शियम का अवशोषण प्रभावित होता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का पतला होना) जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है और फ्रैक्चर का जोखिम भी बढ़ जाता है. बच्चों में इसकी कमी से रिकेट्स नामक बीमारी हो सकती है, जिसमें हड्डियां नर्म हो जाती हैं और ठीक से डेवलप नहीं हो पातीं.

कितनी फायदेमंद है धूप?
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए धूप लेने का सही वक्त और ड्यूरेशन अहम है. आमतौर पर, सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच की धूप को विटामिन डी के प्रोडक्शन के लिए सबसे असरदार माना जाता है, क्योंकि इस दौरान UVB किरणें ज्यादा एक्टिव होती हैं. हालांकि, धूप की इंटेंसिटी और आपकी स्किन के टाइप के आधार पर, ये समय थोड़ा बदला जा सकता है.
 

कितनी धूप लेनी चाहिए?
एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि हर दिन 10 से 30 मिनट तक धूप में रहना काफी हो सकता है. ये ध्यान रखना जरूरी है कि हद से ज्यादा धूप के कॉन्टेक्ट में आने से स्किन को नुकसान हो सकता है, इसलिए बैलेंस बनाए रखना जरूरी है. धूप लेने के दौरान अगर आप सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं, तो ये विटामिन डी के प्रोडक्शन को कम कर सकता है, इसलिए थोड़ी देर बिना सनस्क्रीन के धूप लेना फायदेमंद हो सकता है (हालांकि, त्वचा की सेहत के लिए लंबे समय तक धूप में रहने पर सनस्क्रीन जरूरी है.

इस बात को समझें
सूरज की रोशनी सीधे तौर पर हड्डियों को मजबूत नहीं करती, बल्कि यह शरीर को विटामिन डी बनाने में मदद करती है, जो बदले में कैल्शियम के एब्जॉर्ब्शन और हड्डियों के मिनरलाइजेशन के लिए जरूरी है. एक हेल्दी लाइफस्टाइल के हिस्से के तौर पर रेगुलरली और सही तरीके से धूप लेना, मजबूत हड्डियों और एक सेहतमंद शरीर के लिए जरूरी है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

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