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किडनी जैसा दिखने वाला ये एक फूड, गुर्दे की बीमारियों मे कैसे बन जाता है हकीम?

किडनी की सेहत का ख्याल रखना बेहद अहम है क्योंकि ये हमारी बॉडी के फिल्टर के तौर पर काम करता है. इसको बीमारी से बचाने के लिए एक खास फूड खाना चाहिए.

किडनी जैसा दिखने वाला ये एक फूड, गुर्दे की बीमारियों मे कैसे बन जाता है हकीम?
Shariqul Hoda|Updated: May 25, 2025, 02:27 PM IST
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Kidney Beans: गुर्दे की बिना हम अपनी अच्छी सेहत की कल्पना भी नहीं कर सकते, क्योंकि इसके जरिए हमारे शरीर की गंदगी साफ होती है. लेकिन क्या आ जानते हैं कि एक ऐसा कॉमन फूड है जो इस ऑगर्न के लिए बेहतरीन माना जाता है. हम बात कर रहे हैं किडनी बीन्स की, जिन्हें हम राजमा के नाम से भी जानते हैं, न सिर्फ अपने गुर्दे जैसे आकार की वजह से जाने जाते हैं, बल्कि ये गुर्दे की सेहत के लिए कई अहम तरीकों से फायदेमंद भी होते हैं.

किडनी के लिए क्यों फायदेमंद है राजमा
हालांकि ये ध्यान रखना जरूरी है कि अगर किसी को पहले से किडनी की सीरियस प्रॉब्लम्स है, तो उन्हें अपने डॉक्टर की सलाह के बिना राजमा का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें कुछ न्यूट्रीएंट्स होते हैं जिनकी मात्रा को कंट्रोल करना पड़ सकता है. आइए इसके बारे में डिटेल से जानते हैं.

1. फाइबर का रिच सोर्स
राजमा सॉल्युएबल और इनसॉल्युएबल दोनों तरह के फाइबर से भरपूर होते हैं. 

सॉल्युएबल फाइबर: ये खून में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है. हाई कोलेस्ट्रॉल गुर्दे की बीमारी का एक रिस्क फैक्टर हो सकता है क्योंकि ये नसों को नुकसान पहुंचा सकता है.

इनसॉल्युएबल फाइबर: ये डाइजेस्टिव सिस्टम को हेल्दी रखता है और कब्ज को रोकता है. हेल्दी डाइजेशन बॉडी से टॉक्सिंस को असरदार तरीके से निकालने में मदद करता है, जिससे गुर्दों पर बोझ कम पड़ता है.

2. बीपी कंट्रोल करने में मददगार
राजमा में पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे म होते हैं. ये मिनरल्स ब्लड प्रेशर को कट्रोल करने में अहम भूमिका निभाते हैं. हाई बीपी किडनी डिजीज का एक बड़ा रिस्क फैकेटर है, क्योंकि ये गुर्दे की छोटी नसों को नुकसान पहुंचा सकता है. राजमा का रेगुलर इनटेक बीपी को हेल्दी लिमिट में बरकरार रखने में मदद कर सकता है, जिससे गुर्दों की हिफाजत होती है.

3. प्रोटीन का रिच सोर्स
राजमा प्लांट-बेस्ड प्रोटीन का एक रिच सोर्स है. प्रोटीन शरीर के टिशू के निर्माण और मरम्मत के लिए जरूरी है. हालांकि, गुर्दे की बीमारी वाले लोगों को प्रोटीन का सेवन सीमित करना पड़ सकता है, हेल्दी किडनी के लिए बैलेंस्ड अमाउंट में प्रोटीन जरूरी होता है.
 

4. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
राजमा में फ्लेवोनोइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट बॉडी में फ्री रेडिक्लस से होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं. ऑक्सीडेटिव तनाव कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिसमें किडनी के सेल्स भी शामिल हैं. एंटीऑक्सीडेंट इस डैमेज से बचाकर गुर्दे की सेहत को बनाए रखने में मददगार होते हैं।

5. ब्लड शुगर कंट्रोल
राजमा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका मतलब है कि ये ब्लड शुगर लेवल को धीरे-धीरे बढ़ाता है. ये डायबिटीज पेशेंट के लिए खास तौर से फायदेमंद है. यही वजह है कि किडनी बींस डायबिटीज से जुड़ी गुर्दे की परेशानियों पर लगाम लगा सकता है.

(Disclaimer:प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)

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