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किडनी फेलियर का बढ़ता खतरा! 30 साल में 3 गुना बढ़ीं किडनी की बीमारियां, महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित

गुजरात अडानी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GAIMS) के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि 1990 से 2021 के बीच महिलाओं में किडनी से जुड़ी बीमारियों के मामले लगभग तीन गुना बढ़ गए हैं.

किडनी फेलियर का बढ़ता खतरा! 30 साल में 3 गुना बढ़ीं किडनी की बीमारियां, महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित
Shivendra Singh|Updated: Mar 06, 2025, 11:23 PM IST
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पिछले तीन दशकों में महिलाओं में क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) के मामलों में खतरनाक वृद्धि देखी गई है. गुजरात अडानी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GAIMS) के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि 1990 से 2021 के बीच महिलाओं में किडनी से जुड़ी बीमारियों के मामले लगभग तीन गुना बढ़ गए हैं. यह रिसर्च कुछ महीने पहले अमेरिका के सैन डिएगो में आयोजित ‘ASN किडनी वीक 2024’ में प्रस्तुत की गई है.

शोध के मुताबिक, महिलाओं में किडनी फेलियर के बढ़ते मामलों के पीछे टाइप 2 डायबिटीज और हाईपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) सबसे प्रमुख कारण हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए नीति-निर्माण, रोकथाम कार्यक्रमों और हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर में तुरंत निवेश की आवश्यकता है.

महिलाओं में क्यों बढ़ रही है किडनी की बीमारी?
इस शोध का नेतृत्व GAIMS के स्वतंत्र क्लिनिकल और पब्लिक हेल्थ रिसर्चर हर्दिक दिनेशभाई देसाई ने किया. देसाई ने कहा कि महिलाओं में किडनी की बीमारी के बढ़ते मामलों की मुख्य वजहें अनियंत्रित लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खान-पान, और शारीरिक गतिविधियों की कमी हैं. इसके अलावा, डायबिटीज और हाईपरटेंशन जैसी बीमारियों का सही समय पर इलाज न होने से किडनी के काम करने पर बुरा असर पड़ता है.

शोध की प्रमुख बातें
यह अध्ययन ‘ग्लोबल, नेशनल और रीजनल ट्रेंड्स इन द बर्डन ऑफ क्रॉनिक किडनी डिजीज अमंग वीमेन फ्रॉम 1990-2021: ए कॉम्प्रिहेन्सिव ग्लोबल एनालिसिस’ पर आधारित है. यह ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज 2021 डेटा का उपयोग करके तैयार किया गया है, जिसमें 204 देशों और क्षेत्रों से एकत्रित आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है.

आंकड़ों में क्या सामने आया?
* 1990 से 2021 के बीच महिलाओं में क्रॉनिक किडनी डिजीज का वार्षिक औसत प्रतिशत 2.10% की दर से बढ़ा.
मृत्यु दर में 3.39% की वृद्धि हुई है.
डिसेबिलिटी एडजस्टेड लाइफ इयर्स (DALYs) में 2.48% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
लैटिन अमेरिका, उत्तरी अमेरिका और वृद्ध महिलाओं में किडनी से संबंधित मृत्यु दर और रोग भार में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई है.

किडनी की बीमारी से बचाव कैसे करें?
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते सावधानी बरती जाए, तो किडनी फेलियर के खतरे को कम किया जा सकता है. इसके लिए निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए:
कम नमक और कम शुगर वाला बैलेंस डाइट लें.
डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की नियमित जांच कराएं.
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं.
रोजाना 30 मिनट की एक्सरसाइज करें.
धूम्रपान और शराब को छोड़ दें क्योंकि ये किडनी पर बुरा असर डालती हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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