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एग्जाम की टेंशन हो, तो सुनें सद्गुरु का मंत्र, परीक्षा के दौरान डायरिया की दवा नहीं खानी पड़ेगी

स्टूडेंट लाइफ में ये टेंशन जरूर होती है कि एग्जाम का रिजल्ट कैसा होगा, कई छात्र चिंता में इतना ज्यादा डूब डाते हैं कि उनकी परीक्षा खराब हो जाती है, इसलिए खुद पर कंट्रोल रखना जरूरी है. 

एग्जाम की टेंशन हो, तो सुनें सद्गुरु का मंत्र, परीक्षा के दौरान डायरिया की दवा नहीं खानी पड़ेगी
Shariqul Hoda|Updated: Feb 15, 2025, 12:19 PM IST
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Sadhguru in Pariksha Pe Charcha: परीक्षा पे चर्चा का 5वां एपिसोड शनिवार टेलिकास्ट किया गया. इस कार्यक्रम में मोटिवेशनल गुरु जग्गी वासुदेव, यानी सद्गुरु, ने 'दिमाग के चमत्कार' (मिरेकल ऑफ माइंड) पर चर्चा की. सद्गुरु आत्मज्ञानी, योगी, दिव्यदर्शी, कवि और लेखक हैं. उन्होंने अपने तजुर्हे के जरिए बच्चों को मेडिटेशन की अहमियत समझाई.

खुद को काबू करें
सद्गुरु ने कहा, "आप खुद पर कंट्रोल न खोएं. अगर आप जो हो रहा है, उससे आगे सोच सकते हैं तो कुछ भी कर सकते हैं. अगर आपको स्ट्रेस है, तो इसका मतलब है कि दिमाग को ऑयल नहीं मिल रहा है. आप अपने दिमाग की ऑयलिंग करें."

मेडिटेशन का सहारा लें
स्पिरिचुअल गुरु ने फिर उपाय भी बताया, उन्होंने कहा, "आप क्या कर रहे हैं और आप क्या हैं. अगर ये एक नहीं है तो गड़बड़ है. मेडिटेशन का काम यही है. आप कहीं बैठे हैं और आपका दिमाग-शरीर वहां नहीं है. आपका दिमाग बिना आपकी इजाजत कहीं भी दौड़ रहा है. आप अपने दिमाग और शरीर को अनहेल्दी मत बनाइए. वरना ये वो काम करेगा जो आप नहीं करना चाहते. आप अपने दिमाग और शरीर को अपने कहने पर चलाइए.मेडिटेशन कीजिए."

 

खुद को कम न आंकें
प्रोग्राम में सद्गुरु ने कहा कि आप सोच रहे हैं कि क्या मैं इसके जितना बुद्धिमान हूं या नहीं, ये गलत है.  हर किसी के भीतर कुछ न कुछ होता है और वो ऐसा कुछ कर सकता है, जो दूसरा कोई नहीं कर सकता है.

डायरिया की दवा काफी बिकती थी
सद्गुरु ने अपने अनुभव साझा किए. कहा कि मैं देखता था कि परीक्षा के दौरान डायरिया की दवाइयां बहुत बिकती थीं. मैं सोचता था कि क्या हो रहा है.यह एक डर था. शिक्षा का मतलब परीक्षा नहीं है. शिक्षा आपको जीवन में उतरने का जरिया है. आप इस जगह बैठे हैं और आप देख रहे हैं कि ये घास है, ये नारियल का पेड़ है. ऐसे कैसे बढ़ रहा है. आपको लगातार चलायमान रहना होता है. आप घास की बायोलॉजी और फिजिक्स देखिए. खुद को देखिए और अपनी क्षमताओं को, बुद्धिमता को चलायमान रखिए.

स्ट्रेस न लें
उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वो परीक्षा को लेकर ज्यादा स्ट्रेस न लें. सद्गुरु ने कहा कि आज आप जिसे स्कूल, परीक्षा, शिक्षा कहते हैं, यह आपके मस्तिष्क के विकास के लिए है. आप अपनी बुद्धिमता को जितना सक्रिय रखेंगे, आपका मस्तिष्क उतना अच्छे से काम करेगा.

पीएम ने भी दी थी सलाह
बता दें कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में अब तक कई बड़ी हस्तियां शामिल हो चुकी हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे और उन्होंने छात्रों को परीक्षा के दौरान तनाव न लेने की सलाह दी थी. पीएम के अलावा अन्य चार अंकों में एक्टर, टेक गुरु-उद्यमी और हेल्थ एक्सपर्ट्स शामिल हुए थे. इन विशेषज्ञों ने छात्रों को सलाह दी थी कि वो कैसे परीक्षा के दौरान अपने शारीरिक और मानसिक सेहत का ख्याल रखें.

(इनपुट-आईएएनएस)

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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