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यंग एज में किडनी डैमेज से बच सकते हैं आप, अगर मां-बाप बचपन से सिखाएंगे 5 अच्छी आदतें

अगर आप यंग एज में हेल्दी दिखना और महसूस करना चाहते हैं तो बेहतर है कि पैरेंट्स बचपन से बच्चों की हेल्थ, खासकर किडनी की सेहत का खास ख्याल रखें और अच्छी आदतें अपनाने के लिए कहें. 

यंग एज में किडनी डैमेज से बच सकते हैं आप, अगर मां-बाप बचपन से सिखाएंगे 5 अच्छी आदतें
Shariqul Hoda|Updated: May 13, 2025, 07:08 AM IST
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Healthy Kidneys in Children: हमारे शरीर की गंदगी को छानने और ओवरऑल हेल्थ को मेंटेन रखने में किडनी का अहम रोल होता है. अगर कोई इंसान अपनी जिंदगी के शुरुआती सालों में गुर्दे की सेहत पर ध्यान देता है तो यंग एज में कई कॉम्पलिकेशन से बच सकता है. अब बच्चे तो खुद अपनी सेहत का ख्याल नहीं रख पाएंगे, ऐसे में मां-बाप का रोल अहम हो जाता है. आइए जानते हैं कि पैरेंट्स अपने बच्चे की किडनी को हेल्दी बनाए रखने के लिए क्या-क्या कदम उठा सकते हैं. 

बचपन से किडनी को हेल्दी कैसे बनाएं?

1. सही मात्रा में पानी पीने का आदत बनाएं
पानी किडनी के फंक्शन के लिए जरूरी है. बच्चों को दिन भर में खूब सारा साफ, ताजा पानी पीने के लिए एनकरेज करें. शुगर से भरपूर कोल्ड ड्रिंक्स पिलाने से बचें, जो गुर्दे पर दबाव डाल सकते हैं. बच्चों को सबसे पहले पानी पीने की आदत सिखाना एक ऐसी आदत है जो उन्हें जीवन भर फायदा पहुंचाती है.

2. बैलेस्ड डाइट को लेकर अवेयर करें
फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर न्यूट्रीशियस डाइट किडनी की सेहत को सपोर्ट करते हैं. नमक और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन सीमित करें, जो हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकते हैं, ये किडनी डिजीज के लिए एक बड़ा रिस्क फैक्टर है. केले, पालक और शकरकंद जैसे पोटेशियम से भरपूर फूड आइटम्स खास तौर से फायदेमंद होते हैं.

3. खेलकूद में शामिल कराएं
एक्सरसाइज हेल्दी वेट मेंटेन रखने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में मदद करता है, दोनों ही किडनी फंक्शन को सपोर्ट करते हैं. बच्चों को आउटडोर एक्टिविटीज, खेलकूद, या नॉर्मल डेली एक्टिविटीज जैसे पैदल चलना और साइकिल चलाना में शामिल होने के लिए इंस्पायर करें. आजकल बच्चे मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट या टीवी से चिपके रहते हैं, जिससे फिजिकल एक्टिविटीज में कमी आ जाती है.

4. ज्यादा दवा न खिलाएं
बच्चों को बेवजह ओवर-द-काउंटर मेडिसिन, खासकर पेन किलर्स, देने से बचें, जो हद से ज्यादा खाए जाने पर गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकती हैं. दवा देने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें, भले ही वो कतनी भी हार्मलेस क्यों न लगे. 

5. रेगुलर चेक-अप कराएं
रेगुलर पीडियाट्रिशियन से अपने बच्चे को दिखाएं, जिससे उनके ब्लड प्रेशर, ग्रोथ और ओवरऑल हेल्थ को मॉनिटर किया जा सके. अगर किसी परेशानी का जल्द पता लगाया जाएगा तो लॉन्ग टर्म प्रॉब्लम्स से बचना आसान हो सकता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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