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तांबे के बर्तन में कब पानी पिएं, जिससे घुटनों पर आ जाए उछाल मारता हुआ कोलेस्ट्रॉल?

तांबे की जगह भले आज ही स्टील और प्लास्टिक के बर्तनों ने ले ली है, लेकिन कॉपर मेटल की अहमियत आज भी बरकरार है, इसलिए इसमें रखा पानी जरूर पिएं क्योंकि ये कोलेस्ट्रॉल पर भी लगाम लगा सकता है.

तांबे के बर्तन में कब पानी पिएं, जिससे घुटनों पर आ जाए उछाल मारता हुआ कोलेस्ट्रॉल?
Shariqul Hoda|Updated: May 29, 2025, 02:08 PM IST
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Tambe Ke Bartan me Paani: दादी-नानी के जमाने से हमें सिखाया जा रहा है ताबें के बर्तन में रखा पानी पीना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. आयुर्वेद के मुताबिक, पानी को जब 8 से 10 घंटे तक तांबे के बर्तन में रखा जाता है, तो उसमें तांबे के सूक्ष्म कण घुल जाते हैं और वह 'ताम्रजल' बन जाता है, जो शरीर के लिए दवा की तरह काम करता है. ये पानी बॉडी में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.

इस बैक्टीरिया पर लगती है लगाम
एनआईएच के नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के 2012 में छपी एक स्टडी रिपोर्ट में 'ताम्रजल' का जिक्र है. तांबे का पानी कितना असरदार है, स्टडी इसको लेकर ही हुई. इसमें पाया गया है कि तांबे में रखा जल ई. कोलाई बैक्टीरिया (E Coli Bacteria) को पनपने नहीं देता, उन्हें खत्म कर देता है.

ताबें के पानी में ऐसा क्या है?
साइंटिस्ट्स ने पाया कि तांबे में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को भीतर से साफ करने का काम करते हैं। वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च में पाया है कि तांबे में कीटाणु मारने की ताकत होती है। अगर पानी को कुछ घंटों तक तांबे के बर्तन में रखा जाए, तो उसमें मौजूद कुछ हार्मफुट बैक्टीरिया मर सकते हैं.

बैड कोलेस्ट्रॉल पर वार
आयुर्वेद के मुताबिक, तांबे के बर्तन में रखे गए पानी को पीने से खून साफ होता है और कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल रहता है. जब कोलेस्ट्रॉल सही स्तर पर रहता है, तो हार्ट डिजीज का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। इससे ब्लॉकेज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक जैसी समस्याओं से बचाव होता है। इसके अलावा, तांबे का पानी पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है, जिससे खाना अच्छे से पचता है और शरीर को पूरा पोषण मिलता है। इससे मोटापा नहीं बढ़ता, यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है।

कब पीना चाहिए?
सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। यह न केवल हृदय को मजबूत बनाता है, बल्कि संपूर्ण शरीर की कार्यप्रणाली को संतुलित रखता है। आज के समय में जब हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में यह प्राकृतिक उपाय बहुत उपयोगी हो सकता है। यह सस्ता, सुरक्षित और वैज्ञानिक रूप से भी प्रमाणित तरीका है, जिसके फायदे ज्यादा हैं।

(इनपुट-आईएएनएस)

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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