trendingNow12676800
Hindi News >>Health
Advertisement

प्रेग्नेंट महिलाओं को क्यों करानी चाहिए फ्लू की टेस्टिंग? डॉक्टर ने बताई बड़ी वजह

प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के लिए एक खुशनुमा पल होता है, लेकिन इस दौरान कई बीमारियों का भी खतरा पैदा हो जाता है, जिसमें फ्लू भी एक कॉमन रिस्क है.

प्रेग्नेंट महिलाओं को क्यों करानी चाहिए फ्लू की टेस्टिंग? डॉक्टर ने बताई बड़ी वजह
Shariqul Hoda|Updated: Mar 11, 2025, 09:47 AM IST
Share

Flu Test in Pregnancy: किसी भी महिला के लिए प्रेग्नेंसी एक स्पेशल मोमेंट होता है, इस दौरान एक मां के रूप में आपको पहले से कहीं ज्यादा अपना ख्याल रखने की जरूरत होती है. गर्भवती महिलाओं के लिए फ्लू का मौसम सीरियस हेल्थ कंसर्न्स में से एक है. डॉक्टर समीर भाटी (Dr. Sameer Bhati) ने बताया कि गर्भावस्था के समय एक महिला के शरीर में होने वाले नए बदलाव कई चेंजेज लाते हैं जो इम्यूनिटी को भी कमजोर करते हैं और फ्लू की आशंका को बढ़ाते हैं. यही कारण है कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फ्लू टेस्ट और वैक्सिनेशन इतना अहम फैसला होता है.

गर्भवती महिलाएं ज्यादा सेंसिटिव क्यों होती हैं? 

प्रेग्नेंसी शरीर में कई ऑर्गन सिस्टम्स में परिवर्तन लाती है, जिसमें इम्यून सिस्टम, फेफड़े और हार्ट शामिल हैं. ये गर्भवती महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है, जिससे वे फ्लू जैसी बीमारियों के लिए अधिक संवेदनशील हो जाती हैं. लेकिन कभी-कभी, फ्लू बहुत गंभीर हो सकता है और सांस लेने में समस्या या अस्पताल जाने की जरूरत पड़ सकती है. अन्य फ्लू के प्रकोपों में, गर्भवती महिलाओं में गंभीर बीमारी मौजूद थी, खास तौर से वो प्रेग्नेंट महिलाएं जो गर्भावस्था के आखिरी कुछ महीनों में हैं.

 

प्रेग्नेंसी में फ्लू के साइन

गर्भावस्था के दौरान फ्लू के लक्षणों में शामिल हैं:-

1. सूखी खांसी
2. सिरदर्द
3. भूख न लगना
4. मांसपेशियों में दर्द
5. ठंड लगना

बच्चे पर फ्लू का क्या प्रभाव पड़ता है? 

अगर कोई गर्भवती महिला इन्फ्लूएंजा से संक्रमित हो जाती है, तो ये बच्चे के लिए भी खतरा बढ़ा सकता है. इसके कई रिस्क हैं-

1. प्रिमैच्योर डिलिवरी (Premature delivery)
बच्चे का जन्म बहुत जल्द हो सकता है. जिसे लो बर्थ वेट देखने को मिलता है, क्योंकि बच्चा गर्भ में ठीक से विकसित नहीं होता है.

2. गंभीर जटिलताएं (Severe complications)
रेयर केस में, फ्लू से मिस्कैरेज या मुर्दे बच्चे का जन्म हो सकता है.

 

फ्लू टेस्टिंग के फायदे

फ्लू के परीक्षण से वायरस का जल्दी पता लगाया जा सकता है, और इस तरह, डॉक्टर वक्त पर इलाज कर सकते हैं. फ्लू से लड़ने वाली दवाओं की खुराक वक्त पर दी जाए तो बीमारी को गंभीर होने से पहले रोका जा सकता है. चूंकि ये दवाएं लक्षण शुरू होने के 48 घंटों के भीतर सबसे प्रभावी होती हैं, इसलिए अर्ली टेस्टिंग करना जरूरी है. फ्लू की वैक्सीन प्रेग्नेंसी के दौरान इस्तेमाल के लिए सेफ है. डॉक्टर प्रेग्नेंसी के सभी स्टेजेज में फ्लू का टीका लगवाने की सलाह देते हैं. ये मां और बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित है.

प्रिवेंशन

वैक्सिनेशन के अलावा, गर्भवती महिलाओं को फ्लू से बचने के लिए इन सिंपल स्टेप्स को फॉलो करना चाहिए.

1. संक्रमण को रोकने के लिए नियमित रूप से हाथ धोएं.
2. फ्लू के मौसम में भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें.
3. फ्लू पकड़ने के जोखिम को कम करने के लिए बीमार लोगों से दूर रहें.
4. फ्लू के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

Read More
{}{}