"कभी जो ख़्वाब था वो पा लिया है
मगर जो खो गई वो चीज़ क्या थी"
"तब हम दोनों वक़्त चुरा कर लाते थे
अब मिलते हैं जब भी फ़ुर्सत होती है".
यकीनन आपने ने जो दो शेर पढ़े उनके लफ्ज और मिसरे से आपके मन में कई सवाल जरूर आए होंगे. मसलन इन शेर को लिखने वाले कौन शख्स हैं. इन सवालों के जवाब जानने से पहले हम आज के इतिहास के बारे में जान लेते हैं. ऐसे तो साल 365 दिन इतिहास की किताब के 365 पन्ने हैं और हर पन्ने में उस तारीख की अच्छी बुरी घटनाएं दर्ज हैं. इस लिहाज से साल का यह 17वां दिन भी कोई अपवाद नहीं है. इस दिन कई अहम घटनाएं घटीं, कई मशहूर हस्तियों के जन्म हुए और कई हस्तियों का इंतकाल हुआ, जो इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गईं.
आज हम उन्हीं घटनाओं और मशहूर हस्तियों के बारे में जानेंगे. सबसे पहले ये जान लेते हैं कि 17 जनवरी को किस महान हस्ती की पैदाइश हुई है. दरअसल, आपने ऊपर जो दो शेर पढ़े उसे लिखने वाले शायर, कवि और हिन्दी फ़िल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर हैं. आज ही के दिन भारत को आजादी मिलने से दो साल पहले यानी 1945 जावेद अख्तर का जन्म हुआ था.
सीता और गीता, ज़ंजीर, शोले और दीवार जैसी फिल्मों की कहानी, पटकथा और संवाद लिखने के लिए मशहूर जावेद अख्तर हमेशा अपने बेबाक अंदाजों के लिए भी जाने जाते हैं. जावेद अख्तर ने अदाकारा शबाना आजमी से शादी की है.
सिक्योरिटी काउंसिल की पहली बैठक
दुनिया में शांति और सुरक्षा की संरक्षक मानी जाने वाली सर्वोच्च संस्था संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख इकाई सिक्योरिटी काउंसिल की पहली बैठक 17 जनवरी 1946 को हुई थी ये दिन इतिहास का हिस्सा बन गई. सिक्योरिटी काउंसिल यूनाइटेड नेशन के छह प्रमुख बॉडी में से एक है. विश्व में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सिक्योरिटी काउंसिल के पास अहम कदम उठाने और दण्ड देने के हक हैं. संयुक्त राष्ट्र के नए मेंबर बनाने का अधिकार भी इसी को है.
इसरो का कमाल
2020 में आज ही के दिन इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से एरियन-5 लॉन्च यान के जरिए से संचार उपग्रह जीसैट-30 प्रक्षेपित किया. यह प्रक्षेपण भारतीय समय के मुताबिक 2 बजकर 35 मिनट पर किया गया,जो इसरो का साल 2020 का पहला मिशन था. प्रक्षेपण के करीब 38 मिनट 25 सेकंड बाद सैटेलाइट कक्षा में स्थापित हो गया.
देश दुनिया के इतिहास में 17 जनवरी की तारीख पर दर्ज कुछ दीगर अहम घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
जब सुभाष चन्द्र बोस ब्रिटिश हुकूमत को दिया था गच्चा
1601 में मुग़ल बादशाह अकबर ने असीरगढ़ के अभेद्य किले में एंट्री किया. वहीं, 1917 में दक्षिण भारतीय सिनेमा के मशहूर एक्टर और बाद में सक्रिय सियासत में आकर सफलता हासिल करने वाले एम जी रामचन्द्रन का जन्म हुआ था. 1923 में हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव का जन्म औऱ आज ही के दिन 1941 सुभाष चन्द्र बोस ब्रिटिश हुकूमत को गच्चा देकर कलकत्ता से जर्मनी के लिए रवाना हुए थे.
1948: नीदरलैंड और इंडोनेशिया संघर्ष विराम पर सहमत और 1987 में टाटा फुटबॉल अकादमी की शुरूआत हुई.
1989: कर्नल जे के बजाज उत्तरी ध्रुव पर पहुंचने वाले पहले भारतीय बने.
5 हजार लोगों की मौत
1995: जापान में 7.2 तीव्रता के भूकंप में 5,372 लोगों की मौत.
2010: भारत के मशहूर मार्क्सवादी राजनीतिज्ञ ज्योति बसु का इंतकाल.
2010: भारत के सुप्रीम कोर्ट ने ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से हमला किए जाने की स्थिति में आत्मरक्षा के अधिकार के 10 सूत्री निर्देश तय किए.
2013: इराक में सिलसिलेवार बम धमाकों में 33 लोगों की मौत.
सुचित्रा सेन का इंतकाल
2014: मशहूर अदाकार सुचित्रा सेन का इंतकाल
2023: पाकिस्तान से संबद्ध 150 आतंकवादी संगठनों, लोगों का नाम संयुक्त राष्ट्र ने काली लिस्ट में डाला.
2024: थाइलैंड की पटाखा फैक्टरी में धमाके से 23 लोगों की मौत.
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