Aadhaar Card Update: पिछले कई सालों से आधार कार्ड देश के हर नागरिक की पहचान का एक बड़ा दस्तावेज बन गया. लेकिन इसको लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. वैसे तो यह भारतीयता या नागरिकता का प्रमाण नहीं माना जाता लेकिन अब इसे और सख्त और प्रमाणिक बनाने की दिशा में सरकार बड़ा कदम उठा रही है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण UIDAI अब आधार बनवाने के नियमों में बदलाव करने जा रहा है. ताकि केवल वास्तविक और सत्यापित नागरिकों को ही यह पहचान संख्या मिल सके. इसे समझना जरूरी है.
आधार बनवाने की संभावना बेहद कम?
असल में अब नए वयस्कों के लिए आधार रजिस्ट्रेशन पहले से कहीं ज्यादा कड़ा होगा. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने तय किया है कि भविष्य में पासपोर्ट राशन कार्ड जन्म प्रमाणपत्र और मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेजों के ऑनलाइन डाटाबेस को आधार से जोड़कर सत्यापन किया जाएगा. इससे फर्जी दस्तावेजों के जरिए आधार बनवाने की संभावना बेहद कम हो जाएगी.
बताया गया है कि UIDAI ने एक नया टूल विकसित किया है जो आधार में अपडेट या नए रजिस्ट्रेशन के दौरान दस्तावेजों की दोहरी जांच करेगा. इसमें ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मनरेगा डिटेल्स और आने वाले समय में बिजली बिल जैसे दस्तावेजों की भी जांच होगी. इससे KYC प्रक्रिया भी और मजबूत होगी और पूरे देश में पहचान का एकरूप सिस्टम बन सकेगा.
खूब बनवा रहे अवैध प्रवासी
यह बात सही है कि पिछले कुछ सालों में इस बात की चिंता जताई जा रही थी कि अवैध प्रवासी फर्जी दस्तावेजों के सहारे आधार कार्ड बनवाकर दूसरे जरूरी दस्तावेज भी हासिल कर लेते हैं. इसके जरिए वे मतदाता सूची में शामिल होकर नागरिकता तक का दावा कर सकते हैं. अब इस पर लगाम लगाने के लिए राज्यों को पहले से ही यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे आधार जारी करने से पहले हर व्यक्ति की गहन जांच करें.
140 करोड़ से अधिक आधार?
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक अब तक देश में 140 करोड़ से अधिक आधार बनाए जा चुके हैं. जिनमें कई मृत व्यक्तियों के भी हैं. वयस्कों में आधार कवरेज लगभग पूरा हो चुका है और नवजात शिशुओं को भी जन्म के साथ ही आधार दिया जा रहा है. लेकिन नई नीति के तहत अब वयस्कों के लिए रजिस्ट्रेशन में सख्ती बढ़ा दी गई है ताकि नागरिकता से जुड़ी पहचान पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित बनी रहे.