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Plane Crash: आग के गोले से बचने के बाद जिस चीज ने चौंकाया, अस्पताल में भी वही सीन नजर आया

Vishwas Kumar Ramesh News: किस्मत का करिश्मा कहिए या जाको राखे साइयां मार सके ना कोय... जिस विश्वास कुमार रमेश की चर्चा पूरे देश में हो रही है उनकी एक और तस्वीर से यह बात सच साबित हो रही है. हां, जिस चीज ने अहमदाबाद प्लेन क्रैश में सबसे ज्यादा चौंकाया है उसने एक बार फिर लोगों को किस्मत को मानने पर मजबूर कर दिया है. 

Plane Crash: आग के गोले से बचने के बाद जिस चीज ने चौंकाया, अस्पताल में भी वही सीन नजर आया
Anurag Mishra|Updated: Jun 15, 2025, 11:08 AM IST
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Air India Crash Survivor: एयर इंडिया के जंबो प्लेन क्रैश से एक शख्स का जीवित बचना चमत्कार से कम नहीं है. यह तो सभी जान गए हैं कि वह 11 नंबर की लाइन में A सीट पर बैठे थे. एक्सपर्ट बता रहे हैं कि चूंकि विश्वास कुमार रमेश की सीट इमर्जेंसी गेट के पास थी तो हो सकता है अचानक उनकी सीट बाहर आ गई हो. इस संभावना को बल हादसे के समय आसमान में कुछ उड़ते देखे जाने वाले वीडियो से भी हो रहा है. खैर, हादसे में बचने के बाद रमेश की एक और तस्वीर वायरल हो रही है जिसे देखकर लोग कहने लगे हैं, 'इसे कहते हैं किस्मत.' यह उनके लकी नंबर का दूसरा प्रमाण है. 

दरअसल, हादसे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती सर्वाइवर रमेश और दूसरे घायलों से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने झुककर एक-एक घायल की आपबीती ध्यान से सुनी. जब वह रमेश का हालचाल ले रहे थे तभी एक तस्वीर पर कुछ लोगों की नजर रुक गई. कागज के साथ एक नंबर चिपका हुआ था. जरा अनुमान लगाइए क्या रहा होगा? अब नीचे वीडियो देखिए. 

जी हां, 11 और यही नंबर रमेश के लिए लकी साबित हुआ है. दरअसल, अस्पताल में प्लेन क्रैश के घायलों के लिए अलग-अलग बेड पर नंबरिंग की गई थी. 1 नंबर भी वीडियो में दिखाई देगा. इसी तरह 11वें नंबर के बेड पर रमेश का इलाज चल रहा है.

कल यानी 12 जून को लंदन के लिए उड़ा प्लेन अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास एक हॉस्टल परिसर में क्रैश हो गया था. प्लेन में भारी मात्रा में ईंधन होने के कारण किसी को बचाया नहीं जा सका लेकिन रमेश लकी निकले. उन्हें चोट लगी है लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि जान को कोई खतरा नहीं है. बेड से लेटे हुए ही उन्होंने आपबीती सुनाई है. 

विश्वास ने कैमरे पर कहा कि मुझे खुद भी यकीन नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर आ गया. देखकर लगा था कि मैं भी मरने वाला हूं. आंख खुली तब समझ में आया कि मैं तो जिंदा हूं. मेरे साथ के सभी वहां... टेक ऑफ के बाद एक मिनट के अंदर ही, 10 सेकेंड में लगा सब रुक गया. फिर रेस दिया जैसा वैसे... वो प्लेन हॉस्टल में घुस गया.

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