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मॉनसून के लिए तो सब अच्छा-अच्छा, कूल-कूल बता रहे हैं... आने वाले 20 दिनों में कितना सताएगी गर्मी? जान लीजिए

Monsoon News: मई में अभी तक प्रचंड गर्मी या उस लेवल की हीट वेव नहीं चली जैसी बीते सालों में हाहाकार मचा देती थी. कई शहरों में भयानक गर्मी और लू के प्रकोप से लोगों की मौत की खबरें आती थीं. फला तारीख को फला-फला शहरों में इतने लोगों की मौत हो गई, आए दिन ऐसी खबरें लगातार सुर्खियों में रहती थीं.

मॉनसून के लिए तो सब अच्छा-अच्छा, कूल-कूल बता रहे हैं... आने वाले 20 दिनों में कितना सताएगी गर्मी? जान लीजिए
Shwetank Ratnamber|Updated: May 21, 2025, 07:04 PM IST
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South West Monsoon 2025: इस बार के गर्मियों के सीजन (Summer season 2025) की बात करें तो इस बार भी ठीक-ठाक पसीने छुड़ाने वाली गर्मी पड़ रही है. देश के कुछ राज्यों में अधिकतम तापमान 42-45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, लोग बुरी तरह परेशान है. मॉनसून (monsoon) की आहट से किसानों को सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं, क्योंकि खरीफ की फसल की बुवाई इसी पर निर्भर करती है. क्या इस बार का मानसून सामान्य से बेहतर होगा और मई के आखिरी हफ्ते से लेकर जून का मौसम क्या रंग दिखाएगा, आइए मौसम विभाग (IMD) के हिसाब से बताते हैं.

मई के आखिरी हफ्ते से लेकर जून के पहले सप्ताह तक कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग यानी आईएमडी (IMD) के ताजा बुलेटिन के मुताबिक मानसून (Monsoon 2025) को लेकर पहले ही खुशखबरी नौतपा (भीषण गर्मी वाले वो 9 दिन जब सूरज देवता, अपनी धरती के सबसे करीब होते हैं) के शुरु होने से पहले आ चुकी है. नौतपा हर साल मई महीने के अंत में आता है, क्योंकि इन 9 दिनों में सूरज पृथ्वी के सबसे करीब होता है, जिसके कारण तापमान बहुत बढ़ जाता है. ऐसे में इन नौ दिनों में गर्मी का प्रकोप सबसे ज्यादा होता है.  इस बार नौतपा 25 मई से 8 जून तक रहेगा. 

मॉनसून के लिए अच्छी खबर

IMD के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून (South West Monsoon) 21 मई 2025 को दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के कुछ अन्य हिस्सों, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण, बंगाल की खाड़ी के मध्य के कुछ और हिस्सों और बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है. मानसून की सीमा अच्छे संकेत दे रही है. अगले 3-4 दिनों के दौरान केरल में मानसून की ग्रैंड एंट्री के लिए मौसमी परिस्थितियां बेहद अनुकूल होने की संभावना दिख रही है.

नौतपा शुरू होने से पहले यानी 25 मई तक दक्षिण अरब सागर के कुछ हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्सों से लेकर लक्षद्वीप, केरल, तमिलनाडु, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ भागों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है. 21 मई को उत्तरी कर्नाटक-गोवा तटों से दूर पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है.

समंदर में तूफानी हवाएं 

25 से 26 मई के दौरान पूर्व मध्य और उससे सटे उत्तर पूर्व अरब सागर में मछली पकड़ने का काम पूरी तरह से स्थगित रहेगा. मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 21 से 26 मई के दौरान आंध्र प्रदेश तट और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में न जाएं और 26 मई को अंडमान सागर में न जाएं. 

इस बार समय से होगी होगी मानसून की एंट्री

अगले दो हफ्तों (fortnightly weather forecast) में गर्मी कितना सताएगी, तो अभी तक के मौसम के ट्रेंड को देखते हुए लग रहा है कि नौतपा के नौ दिनों यानी 8 जून का पीरियड बहुत ज्यादा गर्म नहीं होगा. देशवासी इस बार भी मॉनसून आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. केरल, महाराष्ट्र से लेकर उत्तर भारत तक लोग बारिश की ठंडी फुहारों को लेकर आस लगाए बैठे हैं. जिस रूट से भारत में मॉनसून एंट्री लेकर आगे बढ़ता है, उन राज्यों में आने वाले कुछ दिनों में प्री-मॉनसून बारिश शुरू होने के आसार हैं.

बेंगलुरु में बीते तीन दिन से जबरदस्त बारिश देखने को मिली. भारी बारिश से जलभराव की स्थिति पैदा हुई. घुटनों तक पानी भर गया. गलियां पानी से लबालब हो गईं. निचले इलाके पानी से सराबोर दिखे. मौसम विभाग ने शहर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. तटीय राज्य गोवा में भी तेज बारिश से कई जगहों पर जलजमाव देखने को मिला है.

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