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भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने के बीच राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री से की बात, इस मुद्दे पर हुई चर्चा

New Delhi News: एक तरफ अमेरिका द्वारा हथकड़ी लगाकर भारत भेजे गए भारतीयों का मुद्दा काफी ज्यादा सुर्खियों में है. इसी बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका से बातचीत की है. बातचीत में रक्षा संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया है. 

भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने के बीच राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री से की बात, इस मुद्दे पर हुई चर्चा
Abhinaw Tripathi |Updated: Feb 06, 2025, 11:15 PM IST
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New Delhi News: अमेरिका द्वारा सैन्य विमान से भेजे गए भारतीयों का मुद्दा काफी ज्यादा सुर्खियों में है. इसे लेकर पूरे देश से तरह- तरह की प्रतिक्रिया आ रही है. इसी बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के रक्षा मंत्री के साथ फोन पर बात की. बातचीत में रक्षा संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया गया. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद एक बार फिर भारत और अमेरिका की दोस्ती मजबूत हो रही है. 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए अमेरिका के रक्षा मंत्री के साथ फोन पर बातचीत की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके अमेरिकी समकक्ष पीट हेगसेथ विशेष रूप से खुफिया सूचना साझा करने, साजो सामान और औद्योगिक सहयोग के क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी प्रगाढ़ करने के लिए 10 वर्षीय एक व्यापक ‘फ्रेमवर्क’ पर काम करने को सहमत हुए. 

सिंह ने कहा कि हेगसेथ ने फोन पर हुई बातचीत में, द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की. यह बातचीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हफ्ते भर से कम समय में प्रस्तावित वाशिंगटन यात्रा से पहले हुई है. हेगसेथ के रक्षा मंत्री का पदभार संभालने के बाद सिंह की उनके साथ फोन पर यह पहली बातचीत थी. बातचीत के बारे में भारत द्वारा जारी बयान में कहा गया कि दोनों देश रक्षा सहयोग पर एक व्यापक रूपरेखा का मसौदा तैयार करने के लिए साथ मिलकर काम करने को सहमत हुए हैं, जिसका उद्देश्य 2025-2035 की अवधि के लिए द्विपक्षीय सहयोग को आकार देना है.

बयान में कहा गया है कि सिंह और हेगसेथ ने भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग की व्यापक गतिविधियों की समीक्षा की, जिसमें ‘‘भूमि, वायु, समुद्री और अंतरिक्ष के विभिन्न क्षेत्र’’ शामिल हैं. सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने और हेगसेथ ने भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग की समीक्षा की तथा द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा की. इस बातचीत को शानदार बताया है. 

साथ ही कहा कि हमने जारी रक्षा सहयोग की समीक्षा की और भारत-अमेरिका द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को विस्तारित और प्रगाढ़ करने के तरीकों पर चर्चा की. हम एक महत्वाकांक्षी एजेंडा तैयार करने पर भी सहमत हुए, जिसमें अभियानगत, खुफिया, साजो सामान और रक्षा-औद्योगिक सहयोग शामिल हैं. अमेरिकी मंत्री हेगसेथ के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं.

बयान में, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिंह और हेगसेथ ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी के जारी और ‘‘उल्लेखनीय विस्तार’’ की सराहना की और संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई. इसमें कहा गया है कि विशेष रूप से, दोनों मंत्रियों ने प्रौद्योगिकी सहयोग, रक्षा औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखलाओं के एकीकरण, तालमेल बढ़ने, साजो सामान और सूचना साझा करने तथा संयुक्त सैन्य अभ्यास पर एक साथ काम करने का फैसला किया.

उन्होंने दोनों देशों की सरकारों, स्टार्ट-अप, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच बढ़ते रक्षा नवाचार सहयोग को और अधिक समर्थन प्रदान करने पर भी सहमति व्यक्त की. सिंह और हेगसेथ के बीच फोन पर बातचीत ऐसे समय हुई है, जब अमेरिका ने एक सैन्य परिवहन विमान में 100 से अधिक भारतीयों को स्वदेश भेजा है. वाशिंगटन डीसी में मोदी और ट्रंप के बीच होने वाली वार्ता में रक्षा द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर मुख्य रूप से चर्चा होने की उम्मीद है. 

यात्रा की योजना के अनुसार, मोदी पेरिस की अपनी दो दिवसीय यात्रा समाप्त करने के बाद वाशिंगटन डीसी जाएंगे. प्रधानमंत्री के 12 फरवरी की शाम अमेरिका की राजधानी पहुंचने की उम्मीद है तथा अगले दिन उनके और ट्रंप के बीच वार्ता होने की उम्मीद है. बीस जनवरी को दूसरे कार्यकाल के लिए ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद, प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की यह पहली यात्रा होगी.(भाषा)

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