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बद्रीनाथ में बड़ा हादसा, माणा गांव के पास टूटा ग्लेशियर, 47 मजदूर लापता

Badrinath Glacier Accident: बद्रीनाथ में शुक्रवार की सुबह एक बड़ा हादसा हुआ है, यहां ग्लेशियर गिरने की वजह से 57 मजदूर दब गए. हालांकि 15 मजदूरों को बचा लिया गया है. जबकि बाकी बचे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. 

बद्रीनाथ में बड़ा हादसा, माणा गांव के पास टूटा ग्लेशियर, 47 मजदूर लापता
Tahir Kamran|Updated: Feb 28, 2025, 02:33 PM IST
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Badrinath Glacier Accident: उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को हुए भीषण हिमस्खलन के कारण सड़क निर्माण में लगे 47 मजदूर बर्फ के बड़े-बड़े टुकड़ों के नीचे फंस गए. अधिकारियों ने बताया कि सीमा सड़क संगठन शिविर के निर्माण मजदूर बद्रीनाथ के माणा गांव के सीमावर्ती इलाके में काम कर रहे थे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि बचाव अभियान में आईटीबीपी और सेना के जवान लगे हुए हैं.

बीआरओ एक सड़क निर्माण कार्यकारी बल है जो भारतीय सशस्त्र बलों को सहायता प्रदान करता है और उसका एक हिस्सा है. पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भारने ने बताया कि 57 मजदूरों में से 10 मजदूरों को बचा लिया गया है. आईजी नीलेश आनंद भरणे ने एएनआई को बताया,'सीमा क्षेत्र माना में सीमा सड़क संगठन के कैंप के पास भारी हिमस्खलन हुआ है, जिसमें सड़क निर्माण में लगे 57 मजदूर फंस गए हैं. इनमें से 10 मजदूरों को बचा लिया गया है और गंभीर हालत में माणा के पास सेना के शिविर में भेज दिया गया है.'

रेस्क्यू ऑपरेशन में हो रही मुश्किल

इस बीच बीआरओ के कार्यकारी अभियंता सीआर मीना ने कहा कि बचाव अभियान जारी है और भारी बर्फबारी की वजह से टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बीआरओ के कार्यकारी अभियंता ने कहा,'तीन से चार एंबुलेंस भी भेजी गई हैं, लेकिन भारी बर्फबारी के की वजह से बचाव टीम को वहां पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.' 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और बीआरओ के ज़रिए राहत और बचाव अभियान जारी है. सीएम धामी ने एक्स पर पोस्ट किया,'चमोली जिले के माणा गांव के पास बीआरओ की तरफ से किए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान कई मजदूरों के हिमस्खलन में फंसने का दुखद समाचार मिला. आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दल की तरफ से राहत और बचाव काम किया जा रहा है. मैं सभी मजदूर भाइयों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.'

जारी की गई थी चेतावनी

इससे पहले गुरुवार को लाहौल और स्पीति पुलिस ने 28 फरवरी को क्षेत्र के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी की थी. प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक सलाह में यात्रियों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने और निर्दिष्ट सुरक्षित मार्गों तक ही आवाजाही सीमित रखने की चेतावनी दी गई है, क्योंकि कुछ चरम ढलानों पर मध्यम आकार का हिमस्खलन संभव है. 

कैसा है मौसम का हाल?

बता दें कि चमोली जिले में दो दिनों से लगातार ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है, जिसकी वजह से गोपेश्वर चोपता मोटर मार्ग, हनुमानचट्टी से आगे बद्रीनाथ और नीतिघाटी मार्ग बर्फ़बारी के चलते बंद हो गए हैं. बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नीति घाटी, चोपता समेत औली में जमकर बर्फबारी हो रही है और अभी तक 2 फिट से ज्यादा बर्फ जम चुकी है.

घरों में दुबके हुए हैं लोग

इसके अलावा निचले इलाकों में दो दिनों से रुक-रुक कर लगातार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है. जिले में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे लोग घरों में दुबके हुए हैं. चमोली में हो रही बारिश और बर्फबारी को देखते हुए जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने आईआरएस से जुड़े अधिकारियों को पहले ही अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

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