Badrinath Glacier Accident: उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को हुए भीषण हिमस्खलन के कारण सड़क निर्माण में लगे 47 मजदूर बर्फ के बड़े-बड़े टुकड़ों के नीचे फंस गए. अधिकारियों ने बताया कि सीमा सड़क संगठन शिविर के निर्माण मजदूर बद्रीनाथ के माणा गांव के सीमावर्ती इलाके में काम कर रहे थे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि बचाव अभियान में आईटीबीपी और सेना के जवान लगे हुए हैं.
बीआरओ एक सड़क निर्माण कार्यकारी बल है जो भारतीय सशस्त्र बलों को सहायता प्रदान करता है और उसका एक हिस्सा है. पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भारने ने बताया कि 57 मजदूरों में से 10 मजदूरों को बचा लिया गया है. आईजी नीलेश आनंद भरणे ने एएनआई को बताया,'सीमा क्षेत्र माना में सीमा सड़क संगठन के कैंप के पास भारी हिमस्खलन हुआ है, जिसमें सड़क निर्माण में लगे 57 मजदूर फंस गए हैं. इनमें से 10 मजदूरों को बचा लिया गया है और गंभीर हालत में माणा के पास सेना के शिविर में भेज दिया गया है.'
#BigBreaking | बद्रीनाथ में माणा गांव के पास ग्लेशियर टूटने से 57 मजदूर दबे #BreakingNews #Badrinath #Avalanche @rai_priya90 pic.twitter.com/3ipT3hAayv
— Zee News (@ZeeNews) February 28, 2025
Chamoli, Uttarakhand: Regarding the weather conditions, DM Sandeep Tiwari says, "According to the Meteorological Department, the orange alert we received indicates heavy rain and snowfall occurring in the district. The higher altitude areas such as Badrinath Dham, Hanumanchatti,… pic.twitter.com/YtJ26rRDNe
— IANS (@ians_india) February 28, 2025
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और बीआरओ के ज़रिए राहत और बचाव अभियान जारी है. सीएम धामी ने एक्स पर पोस्ट किया,'चमोली जिले के माणा गांव के पास बीआरओ की तरफ से किए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान कई मजदूरों के हिमस्खलन में फंसने का दुखद समाचार मिला. आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दल की तरफ से राहत और बचाव काम किया जा रहा है. मैं सभी मजदूर भाइयों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.'
इससे पहले गुरुवार को लाहौल और स्पीति पुलिस ने 28 फरवरी को क्षेत्र के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी की थी. प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक सलाह में यात्रियों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने और निर्दिष्ट सुरक्षित मार्गों तक ही आवाजाही सीमित रखने की चेतावनी दी गई है, क्योंकि कुछ चरम ढलानों पर मध्यम आकार का हिमस्खलन संभव है.
बता दें कि चमोली जिले में दो दिनों से लगातार ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है, जिसकी वजह से गोपेश्वर चोपता मोटर मार्ग, हनुमानचट्टी से आगे बद्रीनाथ और नीतिघाटी मार्ग बर्फ़बारी के चलते बंद हो गए हैं. बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नीति घाटी, चोपता समेत औली में जमकर बर्फबारी हो रही है और अभी तक 2 फिट से ज्यादा बर्फ जम चुकी है.
इसके अलावा निचले इलाकों में दो दिनों से रुक-रुक कर लगातार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है. जिले में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे लोग घरों में दुबके हुए हैं. चमोली में हो रही बारिश और बर्फबारी को देखते हुए जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने आईआरएस से जुड़े अधिकारियों को पहले ही अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.
Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.