trendingNow12560014
Hindi News >>देश
Advertisement

बरेली नाथ नगरी या आला हजरत नगर? त्रिशूल लगाने के बाद अब ऐसे हैं हालात

UP News: रेली में बिजली के खंभों पर ओम और त्रिशूल के चिन्ह लगाए जाने से कुछ लोगों को परेशानी है. शहर में नाथ नगरी मंदिर कॉरिडोर के विस्तार के तहत काम जारी है. लेकिन इन्हीं धार्मिक चिन्हों को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.

बरेली नाथ नगरी या आला हजरत नगर? त्रिशूल लगाने के बाद अब ऐसे हैं हालात
Shwetank Ratnamber|Updated: Dec 18, 2024, 12:15 PM IST
Share

Bareilly News: उत्तर प्रदेश का संभल लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. संभल में 46 साल बाद जिस शिवमंदिर का ताला खुला. वहां विधिविधान के साथ पूजन किया गया. हर हर महादेव के नारे गूंजे. प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी के साथ शांति व्यवस्था माकूल बनाए रखी. इधर बरेली में बिजली के खंभों पर ओम और त्रिशूल के चिन्ह लगाए जाने से कुछ लोगों के पेट में मरोड़ उठ रहा है. दरअसल शहर में नाथ नगरी मंदिर कॉरिडोर के विस्तार के तहत काम जारी है. लेकिन इन्हीं धार्मिक चिन्हों को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.

भड़क गए मौलाना

नाथ कॉरिडोर में त्रिशूल लगाने पर भड़के मौलाना ने इस्लामिक झंडा लगाने की धमकी दी है. नाथ कॉरिडोर के बदले मौलाना ने आला हजरत नगर कॉरिडोर बनाने की मांग की है. इस बीच हिंदू विरासत पर दावेदारों को योगी ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि हमारी विरासत पर दावा करने वालों के मन की ज्वाला अभी ठंडी भी नहीं हुई थी और संभल में शिव मंदिर पर कब्जे को लेकर योगी के सवाल ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि रातों रात मंदिर और मूर्ति कहां से आ गई?

ये भी पढ़ें- यूक्रेन से लड़ रहे उत्तर कोरियाई सैनिकों के शवों को जला रहा रूस? जेलेंस्की का आरोप

त्रिशूल नहीं हटे तो हम इस्लामिक झंडे लगाएंगे- मौलाना शाहबुद्दीन

बरेली नाथ नगरी नहीं आला हजरत की नगरी- मौलाना शाहबुद्दीन
बरेली त्रिशूल नगरी के नाम से नहीं जानी जाती है- मौलाना शाहबुद्दीन
जम्हूरियत के साथ नाइंसाफी, त्रिशूल धार्मिक निशान- मौलाना शाहबुद्दीन
त्रिशूल लगाकर दंगा कराना चाहते हैं- मौलाना शाहबुद्दीन
नाथ कॉरिडोर के साथ आला हजरत कॉरिडोर बनना चाहिए- मौलाना शाहबुद्दीन

बरेली में नाथ कॉरिडोर

योगी सरकार की नाथ कॉरिडोर परियोजना.
250 करोड़ से नाथ कॉरिडोर बनाया जा रहा.
7 शिव मंदिर को जोड़ने वाले रास्तों का विकास.
मंदिरों के रास्तों को इंद्रधनुषी रंग में रंगा जा रहा.
मंदिरों को जोड़ते हुए 32.5 KM टूरिज्म सर्किट.
सर्किट पर स्ट्रीट लाइट में शिव के प्रतीक लगेंगे.
सर्किट में डमरू, त्रिशूल, त्रिपुर, नंदी लगेंगे.

Read More
{}{}