Parinav Missing News: वो लड़का पढ़ने के लिए निकला था कोचिंग सेंटर लेकिन लापता हो गया. जिस समय वो लापता हुआ उसकी जेब में महज 100 रुपए थे. वो लापता क्यों हुआ. उसकी कहानी आगे बताएंगे. आपके दिल और दिमाग में यह सवाल कौंध रहा होगा कि वो कौन था और कहां से गायब हुआ. उस लड़के की उम्र 12 साल और नाम परिनव है. वो बेंगलुरु के एक कोटिंग सेंटर से रविवार यानी 21 जनवरी को लापता हुआ था. तीन दिन बाद यानी 24 जनवरी को पता चला कि वो हैदराबाद में है. हैदराबाद के मेट्रो स्टेशन से उसकी बरामदगी हुई है. जाहिर सी बात है कि परिनव के मिसिंग होते ही परिवार में कोहराम मच गया. उसकी तलाश के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन चला. सोशल मीडिया पर कैंपेन के बाद परिनव की तलाश की कोशिश तेज हुई.
कोचिंग सेंटर से हुआ था लापता
दीन्स एकेडमी के 6वीं क्लास के स्टूडेंट परिनव को खोजने की कोशिश जब शुरू हुई तो मुश्किलें भी आईं. दरअसल बीते तीन दिनों में पुलिस जिस जगह पर पहुंचती थी. उससे ठीक पहले वो उस जगह को छोड़ दे रहा था.ऐसे में पुलिस के सामने भी चुनौती पहाड़ की तरह थी. परिनव की तलाश में सीसीटीवी की मदद ली गई. एक फुटेज में वो रविवार को 11 बजे ह्वाइटफील्ड के कोचिंग सेंटर से बाहर निकलता हुआ नजर आया. उसके बाद दोपहर में करीब 3 बजे येमलुर के एक पेट्रोल पंप पर नजर आता है. उसके बाद वो बेंगलुरु के मैजेस्टिक बस टर्मिनस पर बस से उतरता नजर आया. बेंगलुरु से वो पहले मैसूरु पहुंचता है और उसके बाद चेन्नई चला जाता है. चेन्नई से फिर वो हैदराबाद के लिए निकल जाता है. जिस समय परिनव ने कोचिंग सेंटर को छोड़ा था उसके पास कैश में 100 रुपए और पार्कर की कुछ कलमें थीं. एक फुटेज में वो अपनी पार्कर पेन को बेचने की कोशिश भी करते नजर आया.
सोशल मीडिया पर कैंपेन
कोचिंग से परिनव तय समय पर जब घर नहीं पहुंचा तो उसके पैरेंट्स परेशान हुए. उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर वो करें तो क्या करें. इस बीच किसी ने सलाह दी कि सबसे बेहतर यह होगा कि सोशल मीडिया की मदद ली जाए. अपने खास लोगों की सलाह के बाद सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया गया. यही नहीं इस बीच परिवार के कुछ और सदस्य और दोस्त मित्र मैजिस्टिक बस टर्मिनस भी पहुंचे ताकि यह पता चल सके कि यहां से वो कहां गया था. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर परिनव की मां ने कई वीडियो पोस्ट किए ताकि उसका संदेशा बेटे तक पहुंच सके.
सोशल मीडिया पर कैंपेन का असर भी नजर आया, एक यात्री ने परिनव की पहचान मेट्रो में की. उस यात्री ने परिनव से ही सारी जानकारी हासिल की और जब कंफर्म हुआ कि मिसिंग लड़का कोई और नहीं परिनव ही है तो हैदराबाद के नामपल्ली मेट्रो पर रोक लिया. उसके परिवार को भी जानकारी दी गई. परिनव के पिता सुकेश जो पेशे से इंजीनियर हैं उन्होंने कहा कि पता नहीं उसने तीन रात कैसे गुजारी. उसकी मां कहती हैं कि इस मुश्किल घड़ी में उन तमाम लोगों को शुक्रिया जिनकी वजह से उनका लड़का मिल चुका है. अभी उन्हें भी समझ में नहीं आ रहा कि आखिर वो कोचिंग सेंटर से क्यों लापता हो गया था.
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