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'लाश से चुराए 1 लाख के गहने', बेंगलुरु भगदड़ में मारी गई पीड़िता की मां ने किया दावा, मचा हड़कंप

Bengaluru Stampede: बेंगलुरु भगदड़ पीड़िता दिव्यांशी की मां ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि किसी ने उसकी बेटी के शव से 1 लाख रुपये के सोने के गहने चुरा लिए. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के विक्ट्री परेड के दौरान  4 जून को हुई भगदड़ में वे अपनी जान गंवा बैठी थी.  

'लाश से चुराए 1 लाख के गहने', बेंगलुरु भगदड़ में मारी गई पीड़िता की मां ने किया दावा, मचा हड़कंप
Zee News Desk|Updated: Jul 29, 2025, 09:33 PM IST
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Bengaluru Stampede: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की विक्ट्री परेड के दौरान बेंगलुरु में हुई भगदड़ में जान गंवाने वाली सबसे कम उम्र की पीड़िता की मां ने गंभीर आरोप लगाए हैं. 13 साल की मासूम बेटी की मां ने कहा कि 4 जून को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ के वक्त उनकी बेटी ने गहने पहने थे, जिनकी कीमत करीब एक लाख रुपये थी. उन्होंने आरोप लगाया कि लेकिन, जब उसका शव परिवार को सौंपा गया तो उसके शरीर पर गहने नहीं थे. 

दिव्यांशी बी एस कक्षा 9 की छात्रा थी. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के IPL खिताब जीतने के जश्न के दौरान  4 जून को हुई भगदड़ में वे अपनी जान गंवा बैठी. 11 पीड़ितों में वे सबसे कम उम्र की थी. दिव्यांशी बी एस के परिवार वालों ने गहने की गायब होने की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

चोरी शिकायत दर्ज कराई

35 साल के अश्विनी शिवकुमार ने गुरुवार को शिकायत दर्ज कराई कि घटना के बाद जब दिव्यांशी का शव बॉवरिंग हॉस्पिटल ले जाया गया, तब उसने सोने की चेन और एक जोड़ी बालियां पहनी हुई थीं. हालाँकि, जब परिवार को उसका शव मिला, तो वे गहने गायब थे. हालांकि, परिवार को शुरू में गहनों के गायब होने का पता नहीं चला, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि वे गायब हैं.  शिकायत में कहा गया है कि शव के मुर्दाघर में रखे जाने के दौरान गहने चोरी हो गए होंगे. येलहंका के रहने वाले शिवकुमार ने अधिकारियों से जांच की अपील करते हुए कहा, 'मेरी बेटी ने जो आखिरी वक्त में गहने पहने थे, उनकी निशानी के तौर पर इन गहनों का बहुत भावनात्मक महत्व है.'

'विराट कोहली करीब से देखना चाहती थीं'

दिव्यांशी को नृत्य का शौक था और वे मवेशी डॉक्टरों बनना चाहती थीं. उसकी मां ने बताया कि दिव्यांशी अपने क्रिकेट आदर्श को करीब से देखने की उम्मीद में आरसीबी के विक्टरी परेड में जाने के लिए काफी उत्साहित थी. वे विराट कोहली को काफी नजदीक से देखना चाहती थीं. शिवकुमार ने इस हादसे के बाद कहा था, 'वे उन्हें (विराट कोहली) करीब से देखना चाहती थी. उसकी इस चाहत ने उसकी जान ले ली.'

'वे बहुत परिपक्व इंसान थीं'

शिवकुमार ने आगे कहा, 'वह बहुत परिपक्व इंसान थीं. दरअसल, वह मुझे ज़िंदगी की परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रेरित करती थीं. उन्होंने कहा कि, 'वे सिर्फ़ विराट कोहली ही नहीं, वे सचिन तेंदुलकर, कपिल देव और दूसरे खिलाड़ियों की उपलब्धियों से भी वाकिफ़ थीं.' यही कारण है कि उसे क्रिकेट से भी काफी लगाव था.

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