Water Scarcity: धनबाद: गर्मी की शुरुआत के साथ ही पानी की घोर किल्लत शुरू हो गई है. झारखंड के धनबाद जिले के निरसा के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों पानी के लिए लोग त्राहिमाम कर रहे हैं, गर्मी के कारण अधिकांश जल स्रोत सूख गया है. कई इलाकों में चापाकल भी खराब हो गया है, उससे पानी आना बंद हो गया है. मार्च के महीने में ही भीषण गर्मी और धूप होने के कारण लोगों के सामने पेयजल संकट गहरा गया है. एगयारकुंड दक्षिण पंचायत में दो-दो जलमीनार है. फिर भी ग्रामीण पेयजल के लिए वंचित है. इस कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश हैं, पंचायत के लोगों ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय एगयारकुंड पर अनिश्चितकाल धरना पर बैठ गए. निरसा विधानसभा के एगयारकुंड प्रखंड के एगयारकुंड दक्षिण पंचायत के नकडा कानाली पाथरचाली नीमडंगाल कोड़ा कुली और सियारकनाली गांव के लोगों को पानी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. एगयारकुंड दक्षिण पंचायत में पानी का इंतजाम करने के लिए लोगों को एक से दो किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. गांव में दो-दो जल मीनार बना हुआ है, लेकिन इसका लाभ दूसरे पंचायत के लोग उठा रहे है.
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गांव के लोगों ने कहा कि तालाब का पानी दूषित है और चापाकल खराब पड़ा है, लेकिन मजबूरी में पानी की किल्लत होने के कारण लोग तालाब का गंगा पानी पीते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि एगयारकुंड दक्षिण पंचायत के गांवों में पानी की भीषण समस्या है, लेकिन हमारी समस्या पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. लोगों ने बताया कि उनके दिन का अधिकांश समय पानी भरने में ही गुजर जाता है, जिससे उन्हें आर्थिक तौर पर भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीणों ने प्रखंड मुख्यालय पर अनिश्चितकाल धरना के माध्यम से सरकार को इस समस्या पर ध्यान आकर्षित करने हेतु जल्द से जल्द समाधान की मांग की है.
दक्षिण पंचायत के मुखिया अजय कुमार राम ने कहा कि हमारे पंचायत के लगभग दो सौ परिवार को इस प्रचंड गर्मी में पानी नहीं मिल पा रहा है. सभी परिवार को लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर पीने का पानी लाना पड़ रहा है. जबकि हमारे पंचायत में दो-दो जलमीनार है, उस जलमीनार से चार पंचायतों को पेयजल आपूर्ति हो रही हैं. हमारे पंचायत में चंद गिने चुने लोगों के घरों तक बड़ी मुश्किल से पानी मिल पा रहा है. जबकि उतर पंचायत में दोनों टाइम पानी मिल रहा है. अगर पाइप में एक भेल लगवा दी जाए तो दोनों पंचायतों को पेयजल आपूर्ति होती रहेगी, लेकिन एगयारकुंड उत्तर पंचायत की मुखिया काकुली मुखर्जी भेल लगाने पर विरोध जताती हैं. जिसके कारण ग्रामीणों ने प्रखंड में अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया है.
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यहां गौर करने वाली बात यह है कि अभी तो पूर्ण रूप से गर्मी का असर पड़ा भी नहीं है, लेकिन अभी ही पेयजल को लेकर लोगों को इतनी समस्या हो रही है, तो आने वाले समय में ये समस्या लोगों के जान पर आ खड़ी होगी. स्थिति काफी ज्यादा भयावह हो उससे पहले सरकार को लोगों की इस समस्या का समाधान निकालना पड़ेगा.
इनपुट - नितेश मिश्रा
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