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Bhagalpur News: महिला दरोगा पर ठगी का आरोप, नौकरी के नाम पर कर दी 2 लाख 90 हजार की मांग

Bhagalpur News: सिटी एसपी के. रामदास ने बताया कि यह मामला उनके ध्यान में आया है. पीड़ित ने ठगी की शिकायत के साथ आवेदन दिया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है और सबूतों की जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी.

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Bhagalpur News: महिला दरोगा पर ठगी का आरोप, नौकरी के नाम पर कर दी 2 लाख 90 हजार की मांग
Bhagalpur News: महिला दरोगा पर ठगी का आरोप, नौकरी के नाम पर कर दी 2 लाख 90 हजार की मांग
Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Nov 29, 2024, 04:41 PM IST
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Bhagalpur News: भागलपुर में एक महिला दरोगा पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का गंभीर मामला सामने आया है. सुल्तानगंज के एक फोटोस्टेट दुकानदार ने दरोगा ऐश्वर्या राय पर आरोप लगाया है कि उन्होंने श्रावणी मेला 2022 के दौरान बेटे को सिपाही की नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे 2 लाख 90 हजार रुपये ठगे. यह मामला अब पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है.

कैसे हुई ठगी?
सुल्तानगंज निवासी पीड़ित शंभु की फोटोस्टेट की दुकान पर श्रावणी मेले के दौरान महिला दरोगा ऐश्वर्या राय का आना-जाना था. ड्यूटी के दौरान दरोगा ने शंभु के बेटे के बारे में पूछताछ की और भरोसा दिलाया कि वह उसे सिपाही की नौकरी दिला सकती हैं. दरोगा ने चेक के माध्यम से एक बार 1 लाख रुपये और दूसरी बार 1 लाख 90 हजार रुपये लिए. साथ ही शंभु के मुताबिक, दरोगा ने कुछ ही दिनों में नौकरी लगवाने का वादा किया, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी न नौकरी मिली और न ही पैसे वापस किए गए. कई बार पैसे लौटाने की बात कहने के बावजूद दरोगा ने कोई जवाब नहीं दिया.

एसपी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं पीड़ित
साथ ही जब काफी इंतजार के बाद भी न्याय नहीं मिला, तो पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) से मुलाकात की और ठगी के सबूत सौंपे. सिटी एसपी के. रामदास ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। पीड़ित द्वारा दिए गए आवेदन में ठगी का जिक्र किया गया है. जांच शुरू कर दी गई है और सबूतों की समीक्षा के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस की साख पर सवाल
महिला दरोगा पर लगे इन आरोपों ने पुलिस महकमे की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पीड़ित शंभु का कहना है कि उन्हें इंसाफ चाहिए और दोषी पर कार्रवाई होनी चाहिए.

क्या कहता है कानून?
अगर जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह न केवल आपराधिक विश्वासघात का मामला बनेगा, बल्कि पुलिस विभाग को भी इस घटना से सबक लेना होगा. पीड़ित के मुताबिक वह दो साल से न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं और अब उन्हें प्रशासन से न्याय की उम्मीद है. साथ ही इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जिन पर जनता की सुरक्षा का जिम्मा है, अगर वही भरोसे का गलत इस्तेमाल करें, तो लोग कहां जाएं?

इनपुट- अश्वनी कुमार

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