trendingNow/india/bihar-jharkhand/bihar02016790
Home >>धनबाद

Jharkhand: अंकित मोदी ने AI इंटेलिजेंस पर PM के सामने दी प्रेजेंटेशन, इन बीमारियों की पहचान के लिए तैयार की नई तकनीक

दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित द ग्लोबल पार्टनरशिप इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कोडरमा के झुमरी तिलैया निवासी अंकित मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष अपने नई तकनीक को प्रदर्शित किया. जिसकी पीएम ने काफी तारीफ की.

Advertisement
अंकित मोदी को पीएम मोदी ने सम्मानित किया
अंकित मोदी को पीएम मोदी ने सम्मानित किया
Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Dec 18, 2023, 04:47 PM IST
Share

Jharkhand News: दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित द ग्लोबल पार्टनरशिप इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कोडरमा के झुमरी तिलैया निवासी अंकित मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष अपने नई तकनीक को प्रदर्शित किया. जिसकी पीएम ने काफी तारीफ की. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री की तरफ से अंकित को प्रतिष्ठित एआई गेम चेंजर अवार्ड से भी सम्मानित किया गया. अंकित ने अपने 5 बैचमेट के साथ मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित क्योर एआई तकनीक विकसित किया. जिसके माध्यम से चंद सेकंड में टीबी के मरीज की पहचान किया जा सकता है.

अंकित मोदी ने बताया कि उनकी यह लेटेस्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित टेक्नोलॉजी संक्रामक और गैर संक्रामक बीमारियों के जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस टेक्नोलॉजी से न सिर्फ जांच की लागत कम हुई है, बल्कि 75 प्रतिशत से अधिक मरीज की पहचान समय रहते हो रही है. इस टेक्नोलॉजी का भारत के 25 राज्यों के 300 से अधिक अस्पतालों और जांच घरों और 80 से अधिक देशों में टीबी रोग के उन्मूलन के लिए किया जा रहा है. 

अंकित मोदी ने कहा कि उनके की तरफ से विकसित इस तकनीक के रिपोर्ट को डब्लूएचओ ने भी प्रमाणित किया है. उन्होंने बताया कि यह तकनीक दूर ग्रामीण क्षेत्र के लिए काफी उपयोगी होगा, जहां आज भी कई दिनों तक लोगों को जांच रिपोर्ट नहीं मिल पाती है.

ये भी पढ़ें:Daroga Bharti: सॉल्वर गैंग के 3 सदस्य गिरफ्तार, 5 वॉकी-टॉकी समेत कई डिवाइस बरामद

बता दें कि मेड इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड थीम के तहत पेश की गई एआई तकनीक ने शिखर सम्मेलन में उपस्थित लोगों का ध्यान आकर्षित किया. शिखर सम्मेलन का उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित प्राथमिकताओं पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है.

रिपोर्ट: गजेंद्र सिन्हा

Read More
{}{}