धनबाद: धनबाद के झरिया में राजनीतिक विवाद ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया है. भाजपा विधायक रागिनी सिंह के कार्यालय में हुई फायरिंग की घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है. इस घटना को लेकर विधायक ने कांग्रेस की पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के देवर शशि सिंह और नवीन सिंह पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही हर्ष सिंह और एकलव्य सिंह पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है.
रागिनी सिंह ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 7 बजे वह अपने कार्यालय पहुंचने वाली थीं. तभी उनके कार्यालय में शशि सिंह और उनके साथियों ने घुसकर फायरिंग की. घटना को अंजाम देने के बाद सभी फरार हो गए. विधायक का कहना है कि फायरिंग उनके खिलाफ साजिश का हिस्सा थी और उनका मकसद उन्हें नुकसान पहुंचाना था. उन्होंने यह भी कहा कि घटना के पीछे गलत मानसिकता है, लेकिन वह ऐसी धमकियों से डरने वाली नहीं हैं और पूरी ताकत से इसका सामना करेंगी.
घटना के बाद विधायक ने डीसी माधवी मिश्रा को ज्ञापन देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. साथ ही झरिया थाने में शशि सिंह, नवीन सिंह, हर्ष सिंह और एकलव्य सिंह के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है. विधायक ने कहा कि फायरिंग की पूरी घटना उनके कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है. फुटेज में तीन लोग कार्यालय में आते और फायरिंग के बाद बाहर जाते हुए दिख रहे हैं. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
गौरतलब है कि शशि सिंह कांग्रेस नेता सह कोयला व्यवसायी सुरेश सिंह की हत्या के आरोप में पिछले 12 साल से फरार है. विधायक ने इस घटना को उनके खिलाफ एक सोची-समझी साजिश बताया और कहा कि इसे गंभीरता से लेना जरूरी है. यह घटना झरिया की राजनीति में बढ़ते विवाद और हिंसा की ओर इशारा करती है. हालांकि, विधायक ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ऐसी घटनाओं से डरने वाली नहीं हैं और अपने क्षेत्र की जनता के लिए डटकर खड़ी रहेंगी. इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर आरोपियों को पकड़ने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने का दबाव बढ़ गया है.
इनपुट- नितेश कुमार मिश्रा
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